पटना में ऑनलाइन सेक्स रैकेट का खुलासा, लड़कियों की सुंदरता के आधार पर माफिया ग्राहकों से वसूलते थे रुपये
By एस पी सिन्हा | Published: September 10, 2019 03:13 PM2019-09-10T15:13:33+5:302019-09-10T15:13:33+5:30
पटना में ऑनलाइन सेक्स रैकेट का धंधा चलाने वाला माफिया व्हाट्सएप पर कॉल गर्ल की तस्वीर ग्राहकों को भेजा करता था। जिस नंबर से वह तस्वीरों को भेजता था, उसी को उसने इंटरनेट पर भी डाल रखा था।
बिहार की राजधानी पटना में ऑनलाइन सेक्स रैकेट चलाने वाले गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है। इसमें यह भी खुलासा हुआ है कि सेक्स रैकेट माफिया लड़कियों की सुंदरता और कद-काठी के आधार पर ग्राहकों से रुपये वसूलता था। लड़कियों के लिए पांच से लेकर 20 हजार रुपये तक लिये जाते थे। यही नहीं जिन ग्राहकों को माफिया पहले से जानता था, उन्हें कॉल गर्ल को बाहर भी ले जाने की इजाजत थी। इसके लिए अतिरिक्त रुपये वसूले जाते थे।
प्राप्त जानकारी के अनुसार ऑनलाइन सेक्स रैकेट का धंधा चलाने वाला माफिया व्हाट्सएप पर कॉल गर्ल की तस्वीर ग्राहकों को भेजा करता था। जिस नंबर से वह तस्वीरों को भेजता था, उसी को उसने इंटरनेट पर भी डाल रखा था। तस्वीर भेजने और ग्राहक की हरी झंडी मिलने के बाद ही आगे की जानकारी उन्हें दी जाती थी।
यह धंधा पटना के पाटलिपुत्र थाना इलाके के नेहरूनगर के ग्रैंड अपार्टमेंट के फ्लैट नंबर डी-8 में चल रहा था। इस सेक्स रैकेट की संचालिका रानी थापा, उसके पति सुजीत कुमार, ग्राहक सुनील कुमार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इसके साथ ही फ्लैट पर जिस्मफरोशी के धंधे के लिए लाई गई एक युवती को पुलिस ने मुक्त कराया है।
पाटलीपुत्र के थानेदार कमलेश्वर प्रसाद सिंह ने बताया कि यह पता लगाया जा रहा है कि यह फ्लैट किसका है। सेक्स रैकेट के अड्डे पर हाई प्रोफाइल लोगों का आना-जाना लगा हुआ था। पुलिस को यह भी पता चला है कि गूगल के माध्यम से रैकेट का सरगना सुजीत यहां ग्राहकों को लाता था। उसने इंटरनेट पर अपना नंबर दे रखा था, जिस पर ग्राहक उसे कॉल करते थे। खाते में रुपये डलवाने के बाद वह ग्राहकों को अपार्टमेंट तक बुलवाता था।
बताया जाता है कि पुलिस के जांच में यह भी पता चला है कि सेक्स रैकेट के माफिया की पत्नी ट्रेन व बसों में लड़कियों को नौकरी लगवाने का झांसा देकर जिस्मफरोशी के अड्डे तक ले आती थी। मुक्त कराई गई लड़की ने पुलिस को बताया है कि उसकी मुलाकात रानी थापा से ट्रेन में हुई थी। वह झूठ बोलकर उसे यहां तक ले आई है। वहीं, माफिया सुजीत कुमार के मोबाइल में कई कॉल गर्ल और ग्राहकों के नंबर पुलिस को मिले हैं। उसमें कॉल गर्ल की तस्वीर भी है। पुलिस की मानें तो व्हाट्सएप पर किया गया चैट यह प्रमाणित करता है कि सुजीत जिस्मफरोशी का धंधा कई दिनों से चला रहा था।