बंधक बनाकर तीन युवकों की बेरहमी से पिटाई, मौत के बाद आगजनी और तोड़फोड़, धारा 144 लागू
By एस पी सिन्हा | Published: February 6, 2023 05:21 PM2023-02-06T17:21:09+5:302023-02-06T17:22:50+5:30
बिहार में सारण जिले के मांझी थाना अंतर्गत मुबारकपुर गांव का मामला है। गांव में भारी पुलिस फोर्स तैनात किया गया है।

घटना के बाद मुबारकपुर गांव में भारी पुलिस फोर्स तैनात किया गया है।
पटनाः बिहार में सारण जिले के मांझी थाना अंतर्गत मुबारकपुर गांव में बंधक बनाकर तीन युवकों की बेरहमी से की गई पिटाई से हुई मौत के बाद बवाल मचा हुआ है। पिटाई का ये वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। इसके बाद एक पक्ष के लोगों ने आरोपियों के घर पर हमला बोल दिया।
इसके लिए बकायदा महापंचायत बुलाई गई। इसमें बदला लेने का फैसला लिया गया। इसके बाद भीड़ ने मुखिया रुपा देवी के घर हमला बोल दिया। गुस्साए लोगों ने जमकर उपद्रव मचाकर आगजनी की और तोड़फोड़ किया। इसके बाद गांव में तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई है। उधर, घटना के बाद मुबारकपुर गांव में भारी पुलिस फोर्स तैनात किया गया है।
गांव में धारा 144 लगाई गई है। वहीं इस मामले में सियासत भी तेज हो गई है। नेताओं के बयान आने शुरू हो गए हैं। सोशल मीडिया पर कई तरह की बातें चल रही हैं। कहा जा रहा है कि इस कांड को जातीय एंगल दिए जाने के बाद मामले में तनाव और बढ़ गया। इस हत्याकांड के तीन आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं।
इसमें एक प्राथमिकी अभियुक्त जतूल राय और एक अप्राथमिकी अभियुक्त भीम यादव के पुत्र अभिषेक उर्फ करण के नाम शामिल हैं। पुलिस मुख्यालय से सोमवार को जारी एक बयान के अनुसार सारण के मांझी थाना में वर्तमान स्थिति को देखते हुए विधि व्यवस्था बनाए रखने के लिए धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू की गई है।
उल्लंघन करने वालों पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। बयान के मुताबिक वीडियोग्राफर भी रखे गए हैं, जो किसी भी तरह की गड़बड़ी मे संलिप्त लोगों का लगातार वीडियो बनाएंगे। जिले के बाहर से भी अतिरिक्त सुरक्षा बल मंगाया गया है।
इस हत्याकांड के तीन आरोपी को गिरफ्तार करने के बाद बाकी आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस उपाधीक्षक (मुख्यालय) के नेतृत्व में विशेष जांच दल का गठन किया गया है। दोनों मामलों (हत्या व उपद्रव/उन्माद फैलाना) के दोषियों के फरार रहने की स्थिति में तुरंत उनकी संपत्ति कुर्क करने के लिए आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।
सोशल मीडिया पर भड़काऊ एवं भ्रामक पोस्ट करने वालों के विरुद्ध मामला दर्ज किया गया है। वहीं, मुखिया के घर पर हमले के पीछे करणी सेना का हाथ बताया जा रहा था, लेकिन इस मामले में करणी सेना के बिहार और झारखंड प्रभारी अमित सिंह उज्जैन ने बताया कि करणी सेना का इसमें कोई संलिप्तता नहीं है। इसबीच मंत्री जितेंद्र राय ने कहा है कि सोशल मीडिया के जरिए माहौल बिगाड़ने की कोशिश हो रही है। जातीय तनाव की बात गलत है।