रोहित शेखर की मौत पर 'सस्पेंस', पोस्‍टमॉर्टम रिपोर्ट में गला दबाने की पुष्टी, जानें इस केस जुड़ी सारी अहम कड़ियां

By पल्लवी कुमारी | Published: April 19, 2019 09:02 PM2019-04-19T21:02:53+5:302019-04-19T21:02:53+5:30

रोहित शेखर तिवारी की मौत का मामला क्राइम ब्रांच को स्थानांतरित कर दिया गया है। फॉरेंसिक और क्राइम ब्रांच की टीमें रोहित के आवास पर जांच-पड़ताल कर रही है।

Rohit Shekhar Tiwari Murdered postmortem report, all you need timeline of case | रोहित शेखर की मौत पर 'सस्पेंस', पोस्‍टमॉर्टम रिपोर्ट में गला दबाने की पुष्टी, जानें इस केस जुड़ी सारी अहम कड़ियां

रोहित शेखर की मौत पर 'सस्पेंस', पोस्‍टमॉर्टम रिपोर्ट में गला दबाने की पुष्टी, जानें इस केस जुड़ी सारी अहम कड़ियां

Highlights दिल्ली पुलिस ने आईपीसी की धारा 302 के तहत अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस को इस बात का शक है कि ये एक तरह का मर्डर केस हो सकता है। 

उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी के बेटे रोहित शेखर तिवारी के पोस्‍टमॉर्टम रिपोर्ट से पता चला है कि उनकी मौत एक सामान्य मौत नहीं बल्कि 'अप्राकृतिक मौत'  (unnatural death)है। शव परीक्षण रिपोर्ट के आधार पर पीटीआई(न्यूज एजेंसी) ने दावा किया है कि की मौत गला दबाने और मुंह और नाक बंद करने के चलते दम घुटने से हुई थी। रोहित शेखर तिवारी का मंगलवार( 16 अप्रैल) को निधन हो गया था। दिल्ली के मैक्स हॉस्पिटल के अधिकारी और दिल्ली पुलिस ने इस खबर की पुष्टि की थी।

रोहित शेखर तिवारी की मौत का मामला क्राइम ब्रांच को स्थानांतरित कर दिया गया है। फॉरेंसिक और क्राइम ब्रांच की टीमें रोहित के आवास पर जांच-पड़ताल कर रही है। दिल्ली पुलिस ने आईपीसी की धारा 302 के तहत अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस को इस बात का शक है कि ये एक तरह का मर्डर केस हो सकता है। 

रोहित शेखर के पोस्‍टमॉर्टम रिपोर्ट पर क्या कहते हैं एम्स के डॉक्टर? 

अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के पांच वरिष्ठ चिकित्सकों के एक मेडिकल बोर्ड ने शव परीक्षण किया। एम्स फॉरेंसिक विभाग के प्रमुख डॉ सुधीर गुप्ता ने बताया कि मेडिकल बोर्ड सर्वसम्मति से इस निष्कर्ष पर पहुंचा है कि इस मामले में गला दबाने और मुंह और नाक बंद करने के चलते दम घुटने से मौत हुई है। यह अचानक से हुई अस्वभाविक मौत है, जो हत्या की श्रेणी में आता है। 

रोहित शेखर की मौत से जुड़ी कई अहम बातें

- रोहित शेखर तिवारी को जब मंगलवार( 16 अप्रैल) को जब दक्षिण दिल्ली के साकेत स्थित मैक्स अस्पताल में लाया गया तो वो मृत हालत में थे।  पुलिस उपायुक्त (दक्षिण) विजय कुमार ने बताया कि दक्षिण दिल्ली के डिफेंस कॉलोनी निवासी रोहित को शाम करीब पांच बजे अस्पताल लाया गया और चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

- परिजनों ने पुलिस को बताया था कि रोहित अपने कमरे में सोए हुए थे। बाद में उनकी पत्नी अपूर्वा ने देखा कि उनके शरीर में किसी तरह की कोई हलचल नहीं है। आनन-फानन में रोहित शेखर को अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। 

- परिजनों ने यह भी पुलिस को बताया कि जब उन्हें  मैक्स अस्पताल में लाया गया तो उनके नाक से खून भी बहा था। 

- रोहित शेखर दक्षिण दिल्ली की डिफेंस कॉलोनी में रहते थे। पुलिस के मुताबिक रोहित की मां उज्ज्वला तिवारी भी मैक्स अस्पताल में भर्ती थीं। उन्हें उनके बेटे के अस्वस्थ होने और नाक से खून बहने की खबर घर से मिली थी। 

- अस्पताल ने एक संक्षिप्त बयान में कहा, ''मैक्स अस्पताल को चार बजकर 41 मिनट पर रोहित शेखर तिवारी के घर से एक आपात कॉल आया। एक एंबुलेंस तिवारी को लेकर साकेत के मैक्स अस्पताल पहुंचा जहां उन्हें आपात विभाग में मृत घोषित कर दिया गया।'' अस्पताल ने कहा , ''स्थापित प्रक्रिया के अनुसार हमने प्रशासन को सूचित कर दिया।''

- क्राइम ब्रांच के अधिकारियों ने आज(19 अप्रैल) को रोहित तिवारी के घर का दौरा किया और उनके परिवार के सदस्यों और घरेलू सहायकों से पूछताछ की। उनकी पत्नी अपूर्व फिलहाल दिल्ली में नहीं हैं।

- पुलिस सूत्रों का कहना है कि रोहित सोमवार (15 अप्रै) रात 11:30 बजे सो गए थे तो घर में किसी ने भी उनकी 16:30 घंटे तक कोई सुध क्यों नहीं ली। 

- पुलिस जांच में यह भी सामने आया है कि रोहित जब घर आए थे तब वह कुछ नशे में थे। 

- जांच में यह भी सामने आया है कि नींद न आने पर कई बार रोहित नींद वाली गोलियां भी लेते थे।

- पुलिस को रोहित के रूम के अंदर ढेर सारी दवाइयां और खाली रैपर भी मिले। हाल में उनकी बाइपास सर्जरी हुई थी।

- पुलिस सूत्रों का कहना है कि  रोहित शेखर तिवारी के घर में सात सीसीटीवी कैमरे हैं - जिनमें से दो काम नहीं करते - वे कहते हैं कि रोहित तिवारी 12 अप्रैल को मतदान करने के लिए उत्तराखंड गए थे और 15 अप्रैल की रात को लौटे थे। उन्हें सीसीटीवी में दीवार पर सहारा लेते हुए देखा जा सकता था, जबकि एक अपर्याप्त अवस्था में चलते हुए भी। 

- रोहित शेखर तिवारी ने अदालत में छह साल की लड़ाई लड़ी थी ताकि साबित हो सके कि वह एनडी तिवारी का ही बेटा था। एनडी तिवारी ने 2012 में डीएनए टेस्ट के लिए अपना ब्लड सैंपल देने से मना कर दिया था। 2014 में दिल्ली हाईकोर्ट ने एनडी तिवारी को रोहित शेखर का बायोलॉजिकल पिता घोषित किया था। 

- अगले महीने रोहित शेखर की पहली सालगिरह आने वाली थी। मूल रूप से इंदौर की रहने वाली उनकी पत्नी अपूर्वा सुप्रीम कोर्ट में वकालत करती हैं। 

- नारायण दत्त तिवारी पिछले साल अपने जन्म दिन 18 अक्टूबर को 93 साल की उम्र में चल बसे थे। तब उनका भी साकेत के इसी अस्पताल में उम्र संबंधी बीमारियों का इलाज चल रहा था। केंद्र में विभिन्न पदों पर रहे वरिष्ठ कांग्रेस नेता नारायण दत्त तिवारी उत्तराखंड और उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री भी रहे थे। रोहित 2017 के उत्तराखंड विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा में शामिल हो गये थे और हाल ही में उन्होंने कांग्रेस में शामिल होने का संकेत दिया था। 

Web Title: Rohit Shekhar Tiwari Murdered postmortem report, all you need timeline of case

क्राइम अलर्ट से जुड़ीहिंदी खबरोंऔर देश दुनिया खबरोंके लिए यहाँ क्लिक करे.यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा Facebook Pageलाइक करे