फॉरेंसिक जांच में झूठा निकला डीयू की छात्रा का दावा, गुब्बारे में नहीं था स्पर्म
By भारती द्विवेदी | Published: April 18, 2018 07:38 PM2018-04-18T19:38:24+5:302018-04-18T19:38:24+5:30
पुलिस के मुताबिक इस बात की जांच की जा रही है गुब्बारे में आखिर क्या भरा था।
नई दिल्ली, 18 अप्रैल: इस बार होली के मौके दिल्ली यूनिवर्सिटी की एक छात्रा ने अपने ऊपर स्पर्म भरा गुब्बारा फेंकने की शिकायत की थी। इस मामले की जांच चल रही थी। अब इस मामले की फारेंसिक जांच रिपोर्ट आ गई है। इस रिपोर्ट के मुताबिक छात्रा के ऊपर जो गुब्बारा फेंका गया था, उसमें स्पर्म नहीं भरा था। डीयू की छात्रा ने इंस्टाग्राम पर पोस्ट लिखकर इस बात का जिक्र किया था कि कुछ मनचलों ने उसके ऊपर सीमन भरा गुब्बारा फेंका है। मामला सामने आने के बाद पुलिस ने एफआईआर दर्ज किया था और लड़की के कपड़े को लैब टेस्ट के लिए भेजा था।
होली के मौके पहले दिल्ली पुलिस के सामने यौन उत्पीड़न के दो मामले सामने आए हैं, जिनमें महिलाओं ने पेशाब भरे गुब्बारे फेंके जाने की शिकायत की थी। एक पीड़िता ने अपनी शिकायत में कहा था, "गुब्बारा आकर सीधे मेरी छाती पर लगा। मैंने दर्द के कारण नियंत्रण खो दिया और फर्श पर गिर गई। जब तक मैं खुद को संभाल पाती तब तक वो शख्स भाग गया। गुब्बारे में पेशाब भरा था, जिसकी बदबू से जी मिचलाने लगा।"
इसी तरह की घटना ग्रेटर कैलाश में हुई थी, जहां उत्पीड़न का मामला दर्ज किया गया है। दिल्ली विश्वविद्यालय के लेडी श्री राम कॉलेज की एक छात्रा ने सोशल मीडिया पर कुछ इसी तरह की शिकायत की। इसके विरोध में एलएसआर छात्र संघ ने पुलिस मुख्यालय के सामने प्रदर्शन भी किया था। इन सारे शिकायतों की वजह से दिल्ली में मनचलों पर नकेल कसने के लिए पांच हजार अतिरिक्त पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई थी।