अलवर में चार साल की मासूम से दुष्कर्म, 45 साल के पड़ोसी पर आरोप
By धीरेंद्र जैन | Published: September 25, 2020 09:17 PM2020-09-25T21:17:19+5:302020-09-25T21:17:19+5:30
दुष्कर्म की सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने बच्ची को सीएचसी में भर्ती करवा कर 3 सदस्यीय चिकित्सकों के पैनल द्वारा मेडिकल करवाया गया। वहीं, पुलिस मामला दर्ज होने के साथ ही जांच में जुटी है।
जयपुरः राजस्थान के अलवर जिले के नीमराणा कस्बे में 4 साल की बच्ची को उसके पड़ोस में रहने वाले नशे के आदी एक व्यक्ति द्वारा अपनी हवस का शिकार बनाये जाने का मामला सामने आया है।
बच्ची के परिजनों के 45 साल के अपने पड़ोसी पर दुष्कर्म का आरोप लगाया गया है। दुष्कर्म की सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने बच्ची को सीएचसी में भर्ती करवा कर 3 सदस्यीय चिकित्सकों के पैनल द्वारा मेडिकल करवाया गया। वहीं, पुलिस मामला दर्ज होने के साथ ही जांच में जुटी है।
जानकारी के अनुसार, दुष्कर्म की घटना को अंजाम देने वाला आरोपी बच्ची के पड़ोस में रहने वाला ही बताया जा रहा है और नशे के आदी इस आरोपी ने बच्ची को अकेला पाकर उसके साथ दुष्कर्म किया। फिलहाल पुलिस द्वारा आरोपी को पाबंद कर दिया है। जो उत्तर प्रदेश के बलिया का रहने वाला बताया जा रहा है। जिससे फिलहाल पूछताछ की जा रही है।
श्रीगंगानगर में आयुर्वेद विभाग का एएओ 15 हजार की घूस लेते गिरफ्तार
राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले के आयुर्वेद विभाग के उपनिदेशक कार्यालय में तैनात सहायक प्रशासनिक अधिकारी (एएओ) को एसीबी ने 15 हजार रुपये की घूस लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। आज आरोपी को एसीबी मामलों की विशेष अदालत के समक्ष पेश किया गया।
एसीबी की श्रीगंगानगर चैकी के डीएसपी वेदप्रकाश लखोटिया ने बताया कि हाल सादुलशहर आयुर्वेद अस्पताल में तैनात वरिष्ठ आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी ने शिकायत कर बताया कि परिवादी की एसीपी (एश्योर कॅरियर प्रोगरेशन रिपोर्ट) भेजने के बदले रिश्वत की मांग की जा रही है। शिकायत का सत्यापन कराया तो उसी दिन आरोपी ने परिवादी से तीन हजार रुपये ले लिये। आरोपी ने परिवादी से 15 हजार रुपये की रिश्वत ली है। एसीबी ने उसे रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया।
मुंबई जैसे हालात राजस्थान में होने से रोकने के लिए ड्रग्स और नशीली दवाओं की सप्लाई पर हो सख्त एक्शन - मुख्य सचिव
राजस्थान में लगातार बढ़ते ड्रग्स माफियाओं के जाल के कारण प्रदेश में भी नशे का व्यापार दिनोंदिन बढ़ रहा है। प्रदेश के मुख्यसचिव राजवी स्वरूप ने मुंबई में नशे और ड्रग्स की सप्लाई की सूचनाओं पर चिंता जताई और कहा कि राजस्थान में भी मुंबई जैसे हालात न हो इसके लिए सभी ड्रग कानून प्रवर्तन एजेंसिया आपस में समन्वय स्थापित कर इसे रोकने के लिए प्रभावी रणनीति बनाएं।
मुख्यसचिव ने वीसी के माध्यम से आयोजित राज्य स्तरीय नार्काे काॅर्डिनेशन सेंटर की दूसरी बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि नशीली दवाओं और ड्रग्स का सेवन युवाओं के लिए धीमे जहर का काम कर रहा है। एनसीओआरडी का गठन इसी पर नियंत्रण के लिए किया गया है। फार्मा- ड्रग्स के दुरुपयोग के लिए हमें राज्य मे कड़े कदम उठाने होंगे और इसमें स्टेट ड्रग कंट्रोलर की महत्वपूर्ण भूमिका होगी।
उन्होंन बैठक में मौजूद अधिकारियों को नशीली दवाओं के दुरुपयोग और तस्करी को रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाते हुए ठोस कार्ययोजना बनाने के लिए निर्देश दिये। गृह विभाग के एसीएस अभय कुमार ने बताया कि राज्य में ड्रग्स और नशीली दवाओं की तस्करी और दुरुपयोग को रोकने के लिए एसओजी का गठन किया गया है, जो ड्रग्स संबंधित मुद्दो पर कार्रवाई करेगी।