WATCH: रेल पटरी पर गैस सिलेंडर?, आपातकालीन ब्रेक लगाकर चालक ने मालगाड़ी रोकी, बड़ा हादसा टला, 30 दिन के अंदर तीसरी घटना
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: September 22, 2024 10:44 PM2024-09-22T22:44:41+5:302024-09-22T22:45:28+5:30
अधिकारी ने बताया कि यह घटना तब हुई जब मालगाड़ी कानपुर से प्रयागराज की ओर जा रही थी। लगभग एक महीने के भीतर यह तीसरी घटना है, जब रेल सेवा को बाधित करने की कोशिश की गयी है।
कानपुरः कानपुर जिले के महाराजपुर थाना क्षेत्र में प्रेमपुर रेलवे स्टेशन के निकट रेल की पटरी पर रविवार सुबह एक गैस सिलेंडर मिला, जिसके बाद लोको पायलट (चालक) ने मालगाड़ी रोक दी। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि मालगाड़ी के लोको-पायलट द्वारा आपातकालीन ब्रेक लगाने के बाद एक और ट्रेन को पटरी से उतारने की कोशिश नाकाम हो गयी। अधिकारी ने बताया कि यह घटना तब हुई जब मालगाड़ी कानपुर से प्रयागराज की ओर जा रही थी। लगभग एक महीने के भीतर यह तीसरी घटना है, जब रेल सेवा को बाधित करने की कोशिश की गयी है।
VIDEO | UP: An LPG cylinder was placed on railway track in Kanpur. A goods train applied emergency brake and an accident was averted.#TRAINpic.twitter.com/SKtUaiiFZf
— Press Trust of India (@PTI_News) September 22, 2024
रविवार को जारी एक बयान में कहा गया कि आज सुबह लगभग आठ बजकर 10 मिनट पर रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) पुलिस ने सूचना दी कि प्रेमपुर स्टेशन से इलाहाबाद की तरफ जाने वाले रेलवे मार्ग पर लाल रंग का एक सिलेंडर पटरी पर रखा हुआ है। इस सूचना पर स्थानीय पुलिस ने तत्काल प्रेमपुर रेलवे स्टेशन पहुंचकर घटनास्थल का निरीक्षण किया।
यह पाया गया कि लाल रंग का खाली सिलेंडर पटरी पर रखा हुआ था। अपर महानिदेशक (रेलवे) प्रकाश डी ने बताया कि रेलवे ने रविवार को राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) कानपुर में अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। संदेह है कि एलपीजी सिलेंडर को पटरियों पर रखकर ट्रेन को पलटाने की कोशिश की गई है।
उन्होंने बताया कि प्राथमिकी भारतीय न्याय संहिता की धारा 287 (आग या ज्वलनशील पदार्थ के संबंध में लापरवाही), 125 (दूसरों की जान या व्यक्तिगत सुरक्षा को खतरे में डालने वाला कृत्य) और रेलवे अधिनियम के तहत अज्ञात लोगों के खिलाफ दर्ज की गई है। अपर महानिदेशक (रेलवे) प्रेमपुर रेलवे स्टेशन पहुंचे और घटनास्थल का निरीक्षण किया।
उन्होंने बताया कि थाना अध्यक्ष (जीआरपी कानपुर) और अन्य को कानपुर पुलिस, रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) और रेलवे अधिकारियों के साथ समन्वय करने के निर्देश जारी किए गए हैं। उन्होंने रेलवे, आरपीएफ और स्थानीय पुलिस के अधिकारियों के साथ लंबी चर्चा की और उन्हें भविष्य में इस तरह की शरारतों से बचने के लिए पटरियों पर कड़ी निगरानी रखने की कार्ययोजना बनाने को कहा।
कानपुर पूर्व के पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) श्रवण कुमार सिंह ने बताया कि लोको पायलट ने रेलवे अधिकारियों को सतर्क किया, जिन्होंने रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) और कानपुर पुलिस को सूचना दी और मामले की जांच शुरू की गयी। डीसीपी ने बताया कि मालगाड़ी के लोको पायलट ने पांच किलोग्राम वजन का एलपीजी सिलेंडर देखा, जिसके बाद आपातकालीन ब्रेक लगाकर कानपुर से प्रयागराज की ओर जा रही मालगाड़ी को रोक दिया गया। उन्होंने बताया कि खोजी कुत्तों को काम पर लगाया गया और फोरेंसिक विशेषज्ञों को भी बुलाया गया।
उन्होंने पाया कि एलपीजी सिलेंडर खाली था। लगभग 15 दिन पहले ही प्रयागराज से भिवानी की ओर जा रही कालिंदी एक्सप्रेस को शिवराजपुर क्षेत्र में पटरी पर एलपीजी सिलेंडर रखकर पटरी से उतारने की कोशिश की गई थी। ट्रेन रुकने से पहले सिलेंडर से टकरा गई थी और ट्रेन की चपेट में आने से सिलेंडर पटरी से दूर जा गिरा था। इसी तरह कुछ दिनों पहले कानपुर-कासगंज रेल मार्ग पर पटरी के बीच गैस सिलेंडर रखकर ट्रेन पलटाने की कोशिश की गयी थी। दोनों ही मामलों में जांच की जा रही है। लगभग एक महीने की भीतर यह तीसरी घटना है।