रूपेश हत्याकांडः खुलासा पर उठने लगे हैं सवाल, राज्यपाल फागू चौहान से मिले कई पूर्व मंत्री और विधायक, सीबीआई जांच हो

By एस पी सिन्हा | Published: February 4, 2021 04:24 PM2021-02-04T16:24:40+5:302021-02-04T16:25:51+5:30

पटना पुलिस ने निजी एयरलाईंस इंडिगो के स्थानीय स्टेशन प्रबंधक रूपेश सिंह की हत्या के मामले में मुख्य साजिशकर्ता एवं शूटर को गिरफ्तार करने के साथ दावा किया कि यह वारदात रोड रेज के चलते अंजाम दी गयी.

patna Rupesh murder case cm nitish kumar Governor Fagu Chauhan former ministers and MLAs met cbi bihar  | रूपेश हत्याकांडः खुलासा पर उठने लगे हैं सवाल, राज्यपाल फागू चौहान से मिले कई पूर्व मंत्री और विधायक, सीबीआई जांच हो

पटना में 300 करोड़ रुपए की लागत से सीसीटीवी कैमरे लगाए गए. (file photo)

Highlightsहथियार कानून के तहत प्राथमिकी दर्ज किए जाने के साथ एक विशेष टीम का गठन कर जांच शुरू की गयी.जांच के आधार पर रितु राज नामक अभियुक्त को गिरफ्तार किया गया.पूर्व सांसद डॉ अरुण कुमार ने कहा कि जिस तरह से रूपेश मामले में पुलिस ने कहानी गढ़ी है, वह चकित करनेवाला है.

पटनाः बिहार की राजधानी पटना के चर्चित रूपेश हत्याकांड का खुलासा पुलिस ने बुधवार को कर तो दिया मगर यह सवालों के घेरे में है. इस मामले को लेकर राज्य में सियासत भी हो रही है.

राजद और तेजस्वी यादव ने इस केस को लेकर जहां मोर्चा खोल रखा है वहीं कई पूर्व मंत्री और विधायक भी अब सामने आ गए हैं. आज ब्रह्मर्षि समाज के बैनर तले कई राजनेता राज्यपाल फागू चौहान से मुलाकात की और रूपेश हत्याकांड की सीबीआई जांच की मांग की.

रूपेश सिंह हत्याकांड की जांच सीबीआई से कराई जाए

रूपेश सिंह हत्याकांड की जांच सीबीआई से कराने की मांग को लेकर आज पूर्व मंत्री सुरेश शर्मा, अजित कुमार, राम जतन सिन्हा, सुरेश शर्मा, अवनीश सिंह सहित विपक्ष के कई नेताओं ने राज्यपाल से मिलने के बाद कहा कि हम सभी लोगों की मांग है कि रूपेश सिंह हत्याकांड की जांच सीबीआई से कराई जाए.

पूर्व मंत्री अजीत कुमार ने कहा कि हमने राज्यपाल से सिफारिश की है कि रूपेश के परिवार में से किसी एक को नौकरी, इंडिगो कंपनी से एक करोड़ मुआवजा दिलाया जाए. वहीं पूर्व सांसद डॉ अरुण कुमार ने कहा कि जिस तरह से रूपेश मामले में पुलिस ने कहानी गढ़ी है, वह चकित करनेवाला है.

वीवीआईपी जोन में जिस जगह हादसा हुआ, वहां कैमरा काम नहीं कर रहा था

न सिर्फ रूपेश के परिवारवालों ने बल्कि राज्य में अधिकतर लोगों को यह मानना है कि मुख्य साजिशकर्ता को बचाने के लिए पुलिस ने यह पूरी स्क्रिप्ट तैयार की है. उन्होंने कहा कि पटना में 300 करोड़ रुपए की लागत से सीसीटीवी कैमरे लगाए गए. लेकिन आश्चर्य की बात है वीवीआईपी जोन में जिस जगह हादसा हुआ, वहां कैमरा काम नहीं कर रहा था.

जो कि बड़ी साजिश को दर्शाता है. इसकी गहन जांच होनी बेहद जरुरी है. राजभवन के बाहर मीडिया से बात करते हुए पूर्व मंत्री रामजतन सिन्हा ने कहा कि पुलिस का खुलासा हमें स्वीकार नहीं है. इस पूरे हत्याकांड की सीबीआई जांच होनी चाहिए. उन्होंने सीसीटीवी कैमरे के काम नहीं करने पर सवाल खड़ा किया.

जो कहानी बताई है, उस पर कोई बच्चा भी भरोसा नहीं करेगा

वहीं, भाजपा के पूर्व प्रदेश महामंत्री सुधीर शर्मा ने कहा कि पुलिस ने रूपेश मर्डर केस की जो कहानी बताई है, उस पर कोई बच्चा भी भरोसा नहीं करेगा. इससे ये शक गहरा रहा है कि मामले में किसी को बचाने की कोशिश की जा रही है.

हमने राज्यपाल से मांग किया है कि इस हत्याकांड की सीबीआई जांच हो ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो सके. रूपेश सिंह हत्याकांड में पुलिस ने जो कहानी सुनायी उस पर न सिर्फ मृतक के परिजन बल्कि रूपेश को जानने वालों को भी भरोसा नहीं हो रहा है. रूपेश के परिजनों ने पुलिस की कहानी को सिरे से खारिज कर दिया है. रूपेश की पत्नी कह रही हैं कि किसी को बचाने की कोशिश की जा रही है.

स्टेशन मैनेजर रूपेश सिंह की हत्या के पीछे रोडरेज का मामला  

उल्लेखनीय है कि पटना के एसएसपी उपेंद्र शर्मा ने यह दावा किया है कि पटना एयरपोर्ट पर तैनात इंडिगो एयरलाइंस के स्टेशन मैनेजर रूपेश सिंह की हत्या के पीछे रोडरेज का मामला है. एसएसपी के इस दावे को लेकर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कई सवाल खडे़ किये हैं.

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के किसी खास को बचाने के लिए पुलिस बकरा तलाश रही थी और उन्हें बकरा मिल गया. 15 दिन पहले किये गए खुद के ट्वीट को रीट्वीट करते हुए तेजस्वी यादव ने लिखा कि "रूपेश हत्याकांड में मैंने आज से 15 दिन पहले कह दिया था नीतीश कुमार जी अपने नाक के बाल और आंखों के तारे को बचाने को लिए बकरा खोज रहे है. अब बिहार पुलिस ने बकरा खोज ही लिया.

ऐसी कहानी ’सी’ ग्रेड की घिसी-पिटी फ़िल्मों में भी नहीं मिलेगी

यकीन मानिए ऐसी कहानी ’सी’ ग्रेड की घिसी-पिटी फ़िल्मों में भी नहीं मिलेगी. आपको पुलिस की कहानी ज़रूर सुननी चाहिए.दरअसल, 19 जनवरी को बिहार के डीजीपी एसके सिंघल ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात की थी. मुख्यमंत्री से मिलने के बाद उन्होंने बाहर निकल कर मीडियाकर्मियों से बातचीत की.

रुपेश हत्याकांड पर खुलासा करते हुए तब डीजीपी ने कहा था कि “अब तक जो सबसे महत्वपूर्ण बात सामने आई है वो ये है कि एयरपोर्ट की पार्किंग को लेकर एक बहुत बडा विवाद चल रहा था. एक और इश्यू था कि रूपेश के परिवार के लोग ठेकेदारी का काम करते थे.

एयरपोर्ट के पार्किंग विवाद को लेकर हत्या की गई है

ठेकेदारी में किसी विवाद की बात सामने नहीं आई है. मूल बात यह है कि एयरपोर्ट के पार्किंग विवाद को लेकर हत्या की गई है. डीजीपी ने बताया था कि पुलिस ने बहुत काम किया है. अब थोडा सा काम करना बाकी है, जिससे पुलिस का केस स्ट्रांग बन जाये. बहुत जल्द पुलिस इस मामले का उद्भेदन कर लेगी. 

एस के सिंघल ने यह भी कहा था कि किसी हत्या के पीछे कई उद्देश्य हो सकते हैं. हमने सारी चीजों की छानबीन की, उसमें सबसे महत्वपूर्ण बात ये आई की एयरपोर्ट पार्किंग को लेकर हत्या की गई है. इसमें कॉंट्रेक्ट किलर के जरिये हत्या की घटना को अंजाम दिलाया गया.

ऐसे में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलने के बाद डीजीपी के इस बयान पर तेजस्वी यादव ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि "बिहार पुलिस बकरा खोज रही है ? राज्य के गृहमंत्री ने सत्ता शीर्ष पर बैठे लोगों को बचाने के बहाने खोजने की निविदाएं आमंत्रित की है.

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