कोरोना से ठीक होने के बाद घर जा रही महिला के साथ रेप, अस्पताल ने एंबुलेंस देने से किया था इनकार
By दीप्ती कुमारी | Published: May 31, 2021 10:08 AM2021-05-31T10:08:53+5:302021-05-31T10:08:53+5:30
असम के चेराईदेव जिले में एक महिला अपनी बेटी के साथ अस्पताल से घर जा रही थी। इसी दौरान रास्ते में दो लोगों द्वारा महिला के साथ कथित तौर पर बलात्कार का मामला सामने आया है।
दिसपुर: असम के चेराईदेव जिले से दिल दहला देने वाली वारदात सामने आ रही है । यहां कोरोना टेस्ट कराने के बाद महिला और उसकी बेटी जब घर लौट रहे थे तब महिला के साथ दो लोगों ने कथित तौर पर बलात्कार किया ।
पुलिस सूत्रों ने कहा कि 'चाय जनजाति समुदाय' की महिला कोरोना नेगेटिव रिपोर्ट आने के बाद अस्पताल से घर लौट रही थी । दो लोगों ने तब उसका अपहरण कर लिया और उसे पास के एक चाय बागान में ले गए और वारदात को अंजाम दिया । उन्होंने बताया की घटना 27 मई की है और इसकी सूचना 2 दिन बाद पुलिस को दी गई ।'
पीड़िता की बेटी ने कहा कि ' कुछ दिनों पहले हमारे परिवार के लोग कोरोना संक्रमित हो गए थे और एक सप्ताह से होम आइसोलेशन में थे । बाद में मेरे माता-पिता की तबीयत खराब होने के बाद हमें अस्पताल में भर्ती कराया गया ।'
बेटी ने आगे कहा, 'उसके बाद जब हमारी कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आई तो अस्पताल प्रशासन ने हमें घर जाने के लिए कहा । हमने घर लौटने के लिए एंबुलेंस के लिए पूछा लेकिन उन्होंने इनकार कर दिया । हमें दोपहर 2:30 बजे अस्पताल से छुट्टी दे दी गई । हालांकि हमने उनसे पूछा कि क्या हम अस्पताल में रात रुक सकते हैं क्योंकि वहां कोरोना कर्फ्यू था लेकिन अस्पताल अधिकारियों ने कहा कि आप नहीं रुक सकते।'
बेटी ने कहा हमने चलना शुरू किया । बाद में दो लोग हमारा पीछा करने लगे ।हम दौड़े लेकिन उन्होंने मेरी मां को पकड़ लिया और उन्हें ले गए । मैं किसी तरह भागने में कामयाब रही और ग्रामीणों को सूचित किया । दो घंटे बाद मेरी मां मिल गई । अस्पताल और उनके गांव की दूरी करीब 25 किलोमीटर है।
एनडीटीवी की खबर के अनुसार, चराईदेव के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी सुधाकर सिंह ने कहा कि आरोपियों की तलाश हो रही हैं और महिला की मेडिकल जांच रिपोर्ट का इंतजार है ।
वही असम के स्वास्थ्य मंत्री केशव महंत ने कहा कि कोरोना निगेटिव मरीजों को घर लौटने के लिए एंबुलेंस उपलब्ध कराई जानी चाहिए।
असम टी ट्राइब स्टूडेंट्स एसोसिएशन ने आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की है । स्टूडेंट्स एसोसिएशन के एक सदस्य ने कहा कि अस्पताल की लापरवाही के कारण यह घटना हुई । अगर अस्पताल ने एंबुलेंस दी होती तो ऐसा नहीं होता । उन्हें घर पहुंचाने के लिए लगभग 25 किलोमीटर पैदल चलना पड़ा और आरोपियों ने शाम के समय का फायदा उठाया।