Nirbhaya Case: फांसी की तारीख में होगा बदलाव!, दोषी विनय ने फांसी से बचने के लिए LG के पास दायर की याचिका
By अनुराग आनंद | Published: March 9, 2020 05:35 PM2020-03-09T17:35:53+5:302020-03-09T17:35:53+5:30
दोषी विनय शर्मा ने अपने वकील एपी सिंह से दिल्ली के उपराज्यपाल के पास आवेदन दिया है। इस आवेदन में उसने उपराज्यपाल से फांसी नहीं देने की गुहार लगाई है।
नई दिल्लीःनिर्भया केस के चार दोषियों में एक विनय शर्मा ने फांसी से पहले एक बार फिर कानून का सहारा लेकर फांसी के फंदे से बचने की कोशिश करने की है। इस बार विनय शर्मा ने अपने वकील एपी सिंह से दिल्ली के उपराज्यपाल के पास आवेदन दिया है। इस आवेदन में उसने उपराज्यपाल से फांसी नहीं देने की गुहार लगाई है। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या फांसी की तारीख में कोई बदलाव होगा या फिर फांसी की तारीख 20 मार्च ही रहेगा! हालांकि, इसमें कोई दो राय नहीं कि जान बचाने के लिए आरोपी हर तरीका अपना रहा है।
बता दें कि निर्भया के दोषी कोर्ट द्वारा डेथ वारंट जारी होने के बाद लगातार मौत से बचने के लिए हर जोर आजमाइश कर रहे हैं। इसी क्रम में दोषी विनय शर्मा ने अपने वकील एपी सिंह के माध्यम से दिल्ली के उपराज्यपाल से मौत की सजा को उम्रकैद में बदलने की मांग की है। वकील एपी सिंह ने सीआरपीसी की धारा 432, 433 के तहत मौत की सजा को निलंबित करने के लिए याचिका दायर की है।
इस मामले में 20 मार्च का डेथ वारंट जारी होने के बाद निर्भया की मां आशा देवी ने कहा था कि आज चौथा डेथ वारंट जारी हो गया। अब उम्मीद है कि ये डेथ वारंट फाइनल हो, उसी तारीख पर इनको फांसी हो और निर्भया को इंसाफ मिले। जब तक उनको फांसी नहीं होती है तब तक हम हर पल लड़ने के लिए तैयार हैं क्योंकि जब तक उनको फांसी नहीं होगी वो नया पैतरा करेंगे।
बता दें कि निर्भया मामले में चारों दोषियों को मृत्यु होने तक फांसी पर लटकाने के लिये बृहस्पतिवार को दिल्ली की एक अदालत द्वारा 20 मार्च की तारीख निर्धारित किये जाने के बाद उसकी (निर्भया की) मां आशा देवी ने कहा, ‘‘20 मार्च की सुबह हमारे जीवन का सवेरा होगा।’’
निर्भया की मां ने कहा कि दोषियों को फांसी दिए जाने तक संघर्ष जारी रहेगा और उन्होंने उम्मीद जताई कि 20 मार्च फांसी की आखिरी तारीख होगी। उन्होंने यह भी कहा कि यदि मौका मिला तो वह दोषियों को मरते देखना चाहेंगी। देवी ने कहा, ‘‘निर्भया ने मरने के दौरान यह सुनिश्चित करने के लिए कहा था कि उन्हें (दोषियों को) ऐसी सजा मिले कि इस तरह का अपराध फिर कभी ना हो। यदि मौका मिला तो मैं उन लोगों को मरते देखना चाहूंगी।’’
दिल्ली की एक अदालत ने निर्भया सामूहिक बलात्कार एवं हत्या मामले में चारों दोषियों को मृत्यु होने तक फांसी पर लटकाने के लिये बृहस्पतिवार को 20 मार्च सुबह साढ़े पांच बजे का समय निर्धारित किया। दिल्ली सरकार ने अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश धर्मेन्द्र राणा को बताया कि दोषियों ने अपने सभी कानूनी विकल्पों का इस्तेमाल कर लिया है, जिसके बाद अदालत ने फांसी के लिए 20 मार्च की नयी तारीख निर्धारित की। दोषियों की फांसी अब तक तीन बार टल चुकी है क्योंकि उन्होंने सभी कानूनी विकल्पों का इस्तेमाल नहीं किया था।