केरल माओवादी मामले में एनआईए ने दो स्थानों की तलाशी ली, जानें पूरा मामला
By भाषा | Published: May 1, 2020 08:26 PM2020-05-01T20:26:41+5:302020-05-01T20:26:41+5:30
इस बीच, पुलिस ने शुक्रवार को माओवादी सीपी जलील के घर की तलाशी ली जिसे पिछले साल मार्च में वायनाड में हुई मुठभेड़ में मार गिराया था।
कोझिकोड/मलाप्पुरम: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने दो छात्रों के माओवादी होने के मामले में शुक्रवार को कोझिकोड के दो स्थानों की तलाशी ली। एनआईए के सूत्रों ने जांच की पुष्टि की है लेकिन इसकी विस्तृत जानकारी नहीं दी। उल्लेखनीय है कि जांच एजेंसी ने माओवादी मामले में एर्णाकुलम के एनआईए की विशेष अदालत में 27 अप्रैल को गिरफ्तार दो कॉलेज छात्र अलान सुहैब (20 वर्ष) और थवाहा फज़ल (24 वर्ष) और भगोड़े सीपी उस्मान (40 वर्ष) के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया था।
इसमें कहा गया, ‘‘ जांच में खुलासा हुआ कि तीनों गैरकानूनी आतंकवादी संगठन भाकपा (माओवादी) के सदस्य हैं और संगठन का प्रभाव बढ़ाने के लिए गोपनीय बैठक एवं गैर कानूनी गतिविधियां चला रहे थे।’’ सुहैब और फजल को पिछले साल राज्य पुलिस ने गैर कानूनी गतिविधि निवारण कानून (यूएपीए) के तहत गिरफ्तार किया गया था। दोनों क्रमश: पत्रकारिता और विधि के छात्र हैं और कोझिकोड जिले के माकपा के भी सदस्य थे। इसके बार मामले की जांच एनआईए ने अपने हाथ में ले ली।
इस बीच, पुलिस ने शुक्रवार को माओवादी सीपी जलील के घर की तलाशी ली जिसे पिछले साल मार्च में वायनाड में हुई मुठभेड़ में मार गिराया था। माकपा ने माओवादियों से कथित संबंध होने पर सहैब और फजल को फरवरी में पार्टी से निकाल दिया था।
मलाप्पुरम के पुलिस अधीक्षक यू अब्दुल करीम के मुताबिक जलील से जुड़े लोगों से मिली गोपनीय जानकारी के आधार पर उसके भाई के घर की तलाशी ली गई जो पंडीक्कड़ के नजदीक रहता है। उन्होंने पीटीआई-भाषा को बताया, ‘‘ जलील के परिवार के अलावा घर में तीन पुरुष और तीन महिलाएं थीं।
तीन उनके रिश्तेदार हैं जबकि तीन बाहरी लोग हैं।’’ करीम ने बताया कि जलील के घर से कुछ दस्तावेज और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण भी बरामद की गई है। उन्होंने बताया, ‘‘ किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया है। पुलिस ने घर से कुछ पर्चें, फोन के मेमोरी कॉर्ड, कुछ सिम कार्ड मिले हैं। हम उनपर नजर रख रहे हैं।’’