राजधानी दिल्ली में ISIS से जुड़ा संदिग्ध आतंकी गिरफ्तार, NIA ने बाटला हाउस इलाके से पकड़ा
By शिवेंद्र राय | Published: August 7, 2022 12:38 PM2022-08-07T12:38:14+5:302022-08-07T12:48:11+5:30
राजधानी दिल्ली के बाटला हाउस इलाके से राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने एक संदिग्ध आतंकी को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार मोहसिन आईएसआईएस के लिए काम करता था। वह दिल्ली में बैठकर अफगानिस्तान, सीरिया में मौजूद अपने कमांडरों को क्रिप्टो करेंसी के जरिए फंड भेजता था।
नई दिल्ली: राष्ट्रीय जांच एजेंसी एनआईए ने राजधानी दिल्ली में आईएसआईस से जुड़े माड्यूल पर बड़ी कार्रवाई की है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने दिल्ली के बाटला हाउस इलाके में 6 अगस्त को मोहसिन अहमद नाम के एक व्यक्ति के आवासीय परिसरों की तलाशी ली। मोहसिन वर्तमान में जोगाबाई एक्सटेंशन, बाटला हाउस, दिल्ली में रहता है। तलाशी के बाद बाद एनआईए ने उसे आईएसआईएस की ऑनलाइन और जमीनी गतिविधियों से संबंधित मामले में गिरफ्तार कर लिया।
NIA on August 6 conducted searches at the residential premises of one Mohsin Ahmad, presently residing at Jogabai Extention, Batla house, Delhi, and subsequently arrested him in the case pertaining to online and on-ground activities of ISIS, says the agency.
— ANI (@ANI) August 7, 2022
मिली जानकारी के अनुसार गिरफ्तार मोहसिन युवाओं को भड़काता था और उन्हें आतंकी संगठन आईएसआईएस में भर्ती होने और जमीन पर गतिविधियों को अंजाम देने के लिए प्रेरित करता था। स्वतंत्रता दिवस को देखते हुए एजेंसियां अलर्ट पर हैं और ऐसे में मोहसिन की गिरफ्तारी को बड़ी सफलता माना जा रहा है। अब तक मिली जानकारी के अनुसार आरोपी मोहसिन अहमद बिहार का रहने वाला है। वह आईएसआईएस का ऑनलाइन प्रोपोगेंडा चला रहा था। पिछले कुछ समय से मोहसिन ने बटला हाउस इलाके में अपना ठिकाना बना रखा था।
मोहसिन सोशल मीडिया के माध्यम से युवाओं को कट्टर बनाता था। राष्ट्रीय जांच एजेंसी की टीम लंबे समय से मोहसिन की ऑनलाइन गतिविधियों पर नजर रखे हुए थी। फिलहाल राष्ट्रीय जांच एजेंसी की टीम मोहसिन से पूछताछ कर रही है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि कहीं स्वतंत्राता दिवस को लेकर आतंकी संगठन ने कोई साजिश तो नहीं रची। बता दें कि खुफिया एंजेंसियों ने स्वतंत्रता दिवस को लेकर अलर्ट जारी किया है जिसके कारण पुलिस से लेकर सभी सुरक्षा एजेंसियां चौकन्नी हैं।
मोहसिन के बारें राष्ट्रीय जांच एजेंसी को जानकारी जामिया के छात्रों से मिली थी। मोहसिन तकनीकी रूप से काफी दक्ष है और वह दिल्ली में बैठकर अफगानिस्तान, सीरिया में मौजूद अपने कमांडरों को क्रिप्टो करेंसी के जरिए फंड भेजता था। आरोपी जामिया में पढ़ने वाले बच्चों को आईएसआईएस की विचारधारा से प्रभावित कर रहा था। इसी कोशिश में मोहसिन की पोल खुल गई। पिछले 6 महीने से राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने इस पर निगाह रखी हुई थी।