प्रतिभाशाली छात्र है बुल्ली बाई का मास्टरमाइंड, कॉलेज अधिकारी बोले- कभी क्लास अटेंड नहीं किया, पिता ने बताई सच्चाई
By आजाद खान | Published: January 7, 2022 08:23 AM2022-01-07T08:23:38+5:302022-01-07T14:04:13+5:30
गिरफ्तार नीरज बिश्नोई के पिता का कहना है कि उनका बेटा पढ़ने में काफी अच्छा है। उन्होंने यह भी कहा कि उसके इस काम का उन्हें कुछ पता नहीं है।
सीहोर: ‘बुल्ली बाई’ ऐप का कथित ‘मास्टर माइंड’ नीरज बिश्नोई है जिसे असम के जोरहाट से गिरफ्तार किया गया है। 21 साल के नीरज पढ़ाई में बहुत अच्छा है और वह क्लास 10 में 86 फिसदी नंबर लेकर आया था। नीरज के पिता की माने तो उसके अच्छे पढ़ाई के कारण ही राज्य सरकार से उसे नया लैपटॉप भी मिला था। उनका यह भी कहना है कि नीरज रात के करीब 11 बजे तक अपने लैपटॉप के साथ चिपका रहता था और वह किसी से ज्यादा बात भी नहीं करता था। उनके पिता ने यह भी कहा कि उसके घर रहने पर उसके दोस्त भी उससे मिलने नहीं आते थे। बता दें कि पुलिस को नीरज के पास से एक लैपटॉप, मोबाइल और ऐप को बनाने के लिए कुछ और जरूरी चीजें भी मिली है। पुलिस अब आगे की कार्रवाई में जुट गई है।
कॉलेज ने नीरज को बताया प्रतिभाशाली छात्र
नीरज के कॉलेज वालों का कहना है कि नीरज एक प्रतिभाशाली छात्र के तौर पर जाना जाता है। उन्होंने आगे यह भी बताया कि चूंकि वह इंजीनियरिंग कॉलेज वीआईटी भोपाल के सीहोर (मध्य प्रदेश) स्थित परिसर का छात्र है, लेकिन वह कभी व्यक्तिगत रूप से यहां क्लास लेने नहीं आया है। सीहोर के अवर पुलिस अधीक्षक (एएसपी) समीर यादव ने बताया कि कॉलेज अधिकारियों के मुताबिक, बिश्नोई बीटेक करने वाला दूसरे वर्ष का छात्र है और अब तक उसने ऑनलाइन क्लास ही ली हैं क्योंकि कोविड महामारी की वजह से ऑनलाइन क्लास ही हो रही हैं। उन्होंने यह भी बताया कि कॉलेज अधिकारियों के मुताबिक, बिश्नोई प्रतिभाशाली छात्र है। यह परिसर भोपाल से करीब 100 किलोमीटर की दूरी पर है।
क्या कहा नीरज के पिता ने
इस गिरफ्तारी के बाद नीरज के पिता का बयान भी सामने आया है। उनके अनुसार, वे बहुत गरीब परिवार से आते हैं। नीरज के पिता की दो बेटियां हैं और उसमें नीरज सबसे छोटा बेटा है। उसके पिता का कहना है कि उसका बेटा पढ़ाई में काफी अच्छा है और यही कारण है कि उसने क्लास 10 में 86 प्रतिशत मार्कस लाएं हैं। नीरज को राज्य सरकार के तरफ से एक लैपटॉप भी मिला है जिसे वह अपने अपराध को अंजाम देने के लिए इस्तेमाल करता था। उसके पिता का यह भी कहना है कि वह रात 11 बजे तक अपना लैपटॉप चलाते रहता था। बता दें कि बिश्नोई को असम के जोरहाट से दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया है। ‘‘बुल्ली बाई’’ ऐप मामले में यह चौथी गिरफ्तारी है। इस ऐप पर ‘‘नीलामी’’ के लिए सैकड़ों मुस्लिम महिलाओं का नाम डाला गया था।
आरोपी ने कबूला जुर्म
दिल्ली पुलिस के अधिकारियों का कहना है कि आरोपी छात्र को दिल्ली लाया गया और उसने कथित तौर पर अपनी भूमिका स्वीकार की है। पुलिस ने एक बयान में कहा कि जोरहाट से नीरज बिश्नोई की गिरफ्तारी के साथ ही उसने इस मामले को सुलझा लिया है। उनके मुताबिक, बिश्नोई ने ही कथित तौर पर गिटहब प्लेटफॉर्म पर ‘‘बुल्ली बाई’’ ऐप को बनाया था और वह ट्विटर पर ‘‘बुल्ली बाई’’ का मुख्य अकाउंट होल्डर भी है। आरोपी को दिल्ली पुलिस की 'इंटेलिजेंस फ्यूजन एंड स्ट्रैटेजिक ऑपरेशंस' (आईएफएसओ) इकाई ने गिरफ्तार किया है। बिश्नोई ने अपनी गिरफ्तारी से एक दिन पहले ट्वीट कर कहा था, ''आपने एक गलत व्यक्ति को गिरफ्तार किया है, 'स्लमबाई' पुलिस। इसमें सिर्फ एक ही लड़का शामिल था और वह मैं हूं। आपने सिख तस्वीर वाले खाते के फॉलोवर को गिरफ्तार किया, जिसका ऐप से कोई लेना-देना नहीं है और इसने कुछ भी गलत ट्वीट नहीं किया। क्या आपमें जरा भी शर्म बची है, स्लमबाई पुलिस।'' मुंबई पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि बिश्नोई को गिरफ्तार करने के लिए मुंबई पुलिस की एक टीम भी रवाना हुई थी, हालांकि, दिल्ली पुलिस ने एक घंटे पहले ही उसे गिरफ्तार कर लिया। उन्होंने कहा कि साइबर सेल बाद में बिश्नोई की हिरासत मांगेगी।
पुलिस ने ऐसे खोलो बुल्ली बाई के राज
दिल्ली पुलिस ने मामले में ज्यादा जानकारी साझा करते हुए कहा कि बुल्ली बाई ऐप पिछले साल नवंबर में बनाया गया था और इसे दिसंबर में अपडेट किया गया। उन्होंने बताया कि बिश्नोई सोशल मीडिया पर भी बारीकी से नजर बनाए हुए था। पुलिस ने कहा कि ऐप बनाने के पीछे का मकसद पता लगाया जाना बाकी है। उन्होंने कहा कि बिश्नोई ने पूछताछ में बताया है कि उसने गिटहब पर बुल्ली बाई ऐप के साथ ही इस नाम से और अन्य नामों से ट्विटर हैंडल बनाए। पुलिस उपायुक्त (आईएफएसओ) के.पी.एस. मल्होत्रा ने कहा, ‘‘वह (गिरफ्तार छात्र) मुख्य साजिशकर्ता है और इसने ही गिटहब पर ऐप को बनाया था। उसने ऐप बनाने की बात स्वीकार की है। आरोपी के लैपटॉप से ऐप बनाने संबंधी फोरेंसिक साक्ष्य मिले हैं। उसे दिल्ली लाया गया है और पुलिस हिरासत के अनुरोध तथा आगे की जांच के लिए अदालत के समक्ष पेश किया जाएगा।’’ उन्होंने कहा, ‘‘आरोपी को तकनीकी विश्लेषण और आईपीडीआर (इंटरनेट प्रोटोकॉल डिटेल रिकॉर्ड्स) तथा गेटवे का उपयोग कर, गुरूवार की सुबह जोरहाट से गिरफ्तार किया गया।’’
मुंबई पुलिस भी अपने जांच में जुटी है
मुंबई पुलिस के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के मुताबिक, श्वेता सिंह ऐप मामले में कथित तौर पर मुख्य आरोपी है जिसने ऐप का ट्विटर खाता बनाया था। मुंबई पुलिस के सूत्रों ने बताया कि ट्विटर हैंडल का उपयोग करने वाला बिश्नोई स्थानीय मीडिया को साक्षात्कार दे रहा था, जिसके बाद उसकी जानकारी सामने आयी। सूत्रों के मुताबिक, मुंबई पुलिस ने गुरुवार को एक दंतचिकित्सक कुणाल पटेल से भी पूछताछ की, जिनका नाम जांच के दौरान सामने आया था। मुंबई के पुलिस आयुक्त हेमंगत नगराले ने बुधवार को कहा था इस मामले में और लोगों के लिप्त होने की आशंका है।