मुजफ्फरपुर कांडः CBI को जांच में मिले अहम सुराग, यौन शोषण के मास्टरमाइंड ब्रजेश की बढ़ी परेशानियां 

By एस पी सिन्हा | Published: August 7, 2018 08:38 PM2018-08-07T20:38:14+5:302018-08-07T20:39:25+5:30

जानकारी के मुताबिक मनोरमा लेन में ही ब्रजेश ठाकुर का वृद्ध आश्रम चलता है। मनोरमा लेन बिल्डिंग अल्पवास गृह दुष्कर्म मामले के किंगपिन ब्रजेश ठाकुर की मां के नाम से है।

muzaffarpur shelter home case: cbi gets Important clues | मुजफ्फरपुर कांडः CBI को जांच में मिले अहम सुराग, यौन शोषण के मास्टरमाइंड ब्रजेश की बढ़ी परेशानियां 

मुजफ्फरपुर कांडः CBI को जांच में मिले अहम सुराग, यौन शोषण के मास्टरमाइंड ब्रजेश की बढ़ी परेशानियां 

पटना, 07 अगस्तः बिहार के मुजफ्फरपुर स्थित बालिका अल्पवास गृह में यौन हिंसा मामले की जांच कर रही सीबीआई की टीम को जांच में कई अहम सुराग मिले हैं। धीरे-धीरे राल खुलते जा रहे हैं। वहीं, इस मामले का मास्टरमाइंड ब्रजेश ठाकुर की राजदार और बालिका गृह की कर्ता-धर्ता मधु की सीबीआई की गिरफ्त में आ जाने की खबर है। वैसे अभी इसकी पुष्टी कोई करने को तैयार नही है।

इस बीच मुजफ्फरपुर बालिका गृह में हुए यौन शोषण का मास्टरमाइंड ब्रजेश ठाकुर की परेशानियां लगातार बढ़ रही हैं। आज ब्रजेश ठाकुर के समस्तीपुर स्थित ठिकानों पर भी छापेमारी की गई। शहर के आजाद चौक के पास मामले की जांच को डीडीसी एसडीओ पहुंचे। इसके अलावा ब्रजेश ठाकुर के ठिकाने आजाद चौक के पास स्थित मनोरमा लेन में अधिकारी अभी भी जांच पड़ताल कर रहे हैं। 

जानकारी के मुताबिक मनोरमा लेन में ही ब्रजेश ठाकुर का वृद्ध आश्रम चलता है। मनोरमा लेन बिल्डिंग अल्पवास गृह दुष्कर्म मामले के किंगपिन ब्रजेश ठाकुर की मां के नाम से है। वहीं खबर यह भी है कि सीबीआई की टीम ने आज मधु के परिजनों से पूछताछ की है। टीम के कुछ सदस्मय खुदीराम बोस सेंट्रल जेल में कैद ब्रजेश ठाकुर से भी पूछताछ करने जा सकते हैं। 

बिहार सरकार ने 26 जुलाई को मामले की जांच केंद्रीय एजेंसी से कराने की अनुशंसा की थी। सीबीआई ने मामले की गंभीरता को देखते हुए ब्रजेश के परिजनों से भी जानकारी जुटाने का प्रयास किया है। हालांकि सभी परिजन साहू रोड वाले मकान से कहीं और चले गए हैं।

वहीं, सीबीआई की टीम केस के आईओ सहित तीनों अधिकारियों के साथ केस से जुड़े सभी पहलुओं की जांच कर रही है। पटना हाईकोर्ट ने बलिका गृह में लड़कियों के साथ हुए यौन शोषण के मामले में सीबीआई को नोटिस जारी करते हुए केस में अब तक की गई कार्रवाई का ब्यौरा मांगा है। 

सीबीआई ने मामले की गंभीरता को देखते हुए ब्रजेश के परिजनों से भी जानकारी जुटाने का प्रयास किया है। सीबीआई की टीम केस के आईओ सहित तीनों अधिकारियों के साथ केस से जुड़े सभी पहलुओं की जांच कर रही है। सूत्र बताते हैं कि इस दौरान सीबीआई को कई अहम जानकारियां मिली हैं। घटना में कइ बड़े लोगों की संलिप्‍ततता तथा विभागीय लापरवाही व मिलीभगत के नए राज खुलते दिख रहे हैं। 

सूत्र बताते हैं कि सीबीआइ की जांच को दिशा मिल चुकी है। टीम समाहरणालय स्थित समाज कल्याण विभाग की बाल संरक्षण इकाई के दफ्तर पहुंची और सेवा संकल्प व बालिका गृह से जुडी फाइलों को खंगाला। टीम ने विभाग के कंप्यूटरों को भी खंगाला और कई आवश्यक कागजात उपलब्ध कराने को कहा।

बता दें कि सीबीआइ की टीम ने फिलहाल बालिका गृह को खोलकर जांच नहीं की है। मजिस्ट्रेट की निगरानी में सीबीआई की टीम जल्द ही बालिका गृह के कमरों को खोलकर जांच करेगी। इसके लिए प्रक्रिया पूरी की जा रही है। वहीं, मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड के मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर द्वारा संचालित कई एनजीओ का पता चलने के बाद सरकार ने तत्काल प्रभाव से सभी बाल गृह और वद्धाश्रमों के फंड को रोक दिया था। आज जिला प्रशासन ने सहारा वृद्धा आश्रम को अपने कब्जे में लेकर वहां मजिस्ट्रेट और पुलिसकर्मी की तैनाती कर दी है। 

जानकारी के मुताबिक समस्तीपुर में भी ब्रजेश ठाकुर द्वारा जिले में करोडों रूपये के भवन में महिला वृद्धा आश्रम चलाया जाता है। अभी यहां दो पुरुष और एक वृद्ध महिला हैं। जिन्हें जिला प्रशासन द्वारा पटना शिफ्ट किया जाएगा। इसी भवन में ब्रजेश ठाकुर के कई एनजीओ संचालित किया जा रहे थे, लेकिन घटना के बाद से सभी को बंद कर दिया गया। प्रशासन द्वारा सहारा वृद्धा आश्रम को कब्जे में लेने के बाद संस्थान के अध्यक्ष, सचिव सहित कई सभी कर्मचारी गायब हो गए हैं।

उल्लेखनीय है कि बालिका गृह यौन शोषण मामला तब प्रकाश में आया, जब टाटा इंस्टिट्यूट ऑफ सोशल साइंस (टिस) की ऑडिट रिपोर्ट सामने आई। टिस ने 7 महीनों तक 38 जिलों के 110 संस्थानों का सर्वेक्षण किया। इस सर्वेक्षण में एक और चौंकाने वाला तथ्य यह है कि शोषण की शिकार हुई सभी बच्चियां 18 साल से कम उम्र की हैं। इनमें भी ज्यादातर की उम्र 13 से 14 साल के बीच है। इस रिपोर्ट से साफ पता चलता है कि मुजफ्फरपुर बालिका गृह में हुए यौन उत्पीड़न में बाल कल्याण समिति के सदस्य और संगठन के प्रमुख भी बच्चियों के शोषण में शामिल थे।

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Web Title: muzaffarpur shelter home case: cbi gets Important clues

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