मूसेवाला हत्याकांडः मारे गए दोनों गैगस्टर बॉर्डर पार करने वाले थे, गोल्डी बराड़ के कहने पर पाकिस्तान में बैठा आतंकी रिंदा कर रहा था मदद
By अनिल शर्मा | Published: July 21, 2022 10:36 AM2022-07-21T10:36:52+5:302022-07-21T10:43:10+5:30
जगरूप सिंह रूपा और मनप्रीत सिंह मन्नू ने कनाडा में अंडरग्राउंड हो चुके गैंगस्टर गोल्डी बराड़ की सलाह पर पाकिस्तान भागने की योजना बनाई थी। इसके लिए इस्लामाबाद में मौजूद आतंकी हरविंदर सिंह रिंदा मदद कर रहा था।
चंडीगढ़ः पंजाबी गायक व कांग्रेस नेता सिद्धू मूसेवाला की हत्या में शामिल गैंगस्टर जगरूप सिंह रूपा और मनप्रीत सिंह मन्नू को पुलिस मुठभेड़ में गुरुवार मार गिराया गया। दोनों अमृतसर के भकना गांव के एक पुराने मकान में छिपे थे। यहां से वे पाकिस्तान जाने की फिराक में थे जिसमें उनकी मदद पाकिस्तान में बैठा आतंकी हरविंदर सिंह रिंदा कर रहा था।
दोनों गैंगस्टर को आत्मसमर्पण का मौका दिया गयाः पुलिस
रिंदा अपने स्लीपर सेल के जरिये दोनों को इंटरनेशनल बॉर्डर क्रॉस कर पाकिस्तान में घुसाने में मदद कर रहा था। हालांकि इससे पहले ही दोनों को पंजाब पुलिस ने ढेर कर दिया। पुलिस ने दोनों को पहले आत्मसमर्पण करने के लिए कहा, लेकिन जवाब में उन्होंने गोलीबारी शुरू कर दी। ADGP प्रमोद बान ने कहा, पुलिस ने कई बार चेतावनी दी, आत्मसमर्पण करने को कहा। लेकिन उन्होंने पुलिस पर लगातार फायरिंग जारी रखी। 4-5 घंटे मुठभेड़ चली। पुलिस की जवाबी फायरिंग में दोनों की मौत हो गई। 3 पुलिसकर्मी घायल हैं जो खतरे से बाहर हैं। मौके से एक AK-47 और पिस्तौल बरामद हुआ।
पाकिस्तान भागने की फिराक में थे
जगरूप सिंह रूपा और मनप्रीत सिंह मन्नू ने कनाडा में अंडरग्राउंड हो चुके गैंगस्टर गोल्डी बराड़ की सलाह पर पाकिस्तान भागने की योजना बनाई थी। इसके लिए इस्लामाबाद में मौजूद आतंकी हरविंदर सिंह रिंदा मदद कर रहा था। रिंदा बब्बर खालसा का इंडिया हेड है जो 2020 में भारत से फरार होने के बाद पाकिस्तान की आईएसआई की पनाह ले लिया। रिंदा बॉर्डर पार से ड्रोन के जरिए हथियार मुहैया कराता था। लुधियाना कोर्ट ब्लास्ट में भी उसका नाम आ चुका है।
पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष ने राज्य सरकार पर निकाली भड़ास
उधर, पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वडिंग ने बुधवार को कहा कि गायक सिद्धू मूसेवाला की कथित तौर पर गोली मारकर हत्या करने वाले दोनों बदमाशों के पुलिस मुठभेड़ में मारे जाने पर गायक के परिवार और विश्वभर में उनके लाखों प्रशंसकों को संतोष नहीं मिला है।
वडिंग ने यहां एक बयान में कहा, “यह न तो मूसेवाला को वापस ला सकता है और न ही पंजाब सरकार पर लगे दाग को धो सकता है, जिसकी आपराधिक चूक और उसकी सुरक्षा में लापरवाही के कारण गायक की हत्या हुई।” उन्होंने कहा कि मूसेवाला की हत्या की साजिश की तह तक जाने के लिए बदमाशों को जिंदा पकड़ा जाना चाहिए था। अभी तक कुछ भी निर्णायक नहीं निकला है और पंजाब पुलिस गायक की हत्या के 52 दिनों के बाद भी मामले की तह तक नहीं पहुंच पाई है।