मुख्तार के करीबी गैंगस्टर संजीव माहेश्वरी जीवा की हत्या, लखनऊ कोर्ट में अज्ञात हमलावरों ने मारी गोली
By शिवेन्द्र कुमार राय | Published: June 7, 2023 05:01 PM2023-06-07T17:01:27+5:302023-06-07T17:17:16+5:30
राजधानी लखनऊ के कोर्ट में बुधवार दोपहर अज्ञात बदमाशों ने गैंगस्टर संजीव माहेश्वरी जीवा की गोली मारकर हत्या कर दी। गैंगस्टर संजीव माहेश्वरी जीवा माफिया मुख्तार का करीबी था।

गैंगस्टर संजीव माहेश्वरी जीवा (फाइल फोटो)
लखनऊ: उत्तर प्रदेश का राजधानी लखनऊ से एक चौंकाने वाली खबर आई है। यहां राजधानी लखनऊ के कोर्ट में बुधवार दोपहर अज्ञात बदमाशों ने गैंगस्टर संजीव माहेश्वरी जीवा की गोली मारकर हत्या कर दी। गैंगस्टर संजीव माहेश्वरी जीवा माफिया मुख्तार का करीबी था। उसने मुख्तार के लिए काम भी किया था।
#WATCH | Uttar Pradesh: Gangster Sanjeev Jeeva shot outside the Lucknow Civil Court. Further details awaited
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) June 7, 2023
(Note: Abusive language) pic.twitter.com/rIWyxtLuC4
जानकारी मिली है कि संजीव माहेश्वरी जीवा की हत्या करने आए बदमाश वकील बनकर आए थे। अदालत परिसर में हुई इस घटना से अफरा तफरी मच गई। फायरिंग के दौरान एक बच्ची को भी गोली लगी है। साथ ही एक पुलिसकर्मी के घायल होने की खबर भी है।
#WATCH | Injured police official brought to Civil Hospital in Lucknow. pic.twitter.com/B3blORgDQ6
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) June 7, 2023
संजीव माहेश्वरी जीवा पश्चिमी उत्तर प्रदेश का एक कुख्यात अपराधी था। उस पर कई मामले दर्ज थे। लखनऊ जेल में बंद संजीव माहेश्वरी जीवा का नाम साल 2005 में हुए बीजेपी विधायक कृष्णानंद राय की हत्या में भी आया था। वह बीजेपी नेता ब्रह्मदत्त दिवेदी की हत्या का आरोपी भी था।
जीवा काफी समय तक मुन्ना बजरंगी गैंग का हिस्सा रहा। इसी दौरान वह मुख्तार अंसारी के संपर्क में आया। कहा जाता है कि जिन शूटरों ने बीजेपी विधायक कृष्णानंद राय के काफिले पर साल 2005 में एके-47 से ताबड़तोड़ गोलियां बरसाई थीं उनमें गैंगस्टर संजीव माहेश्वरी जीवा भी शामिल था। अलग गैंग के लिए काम करने के बाद संजीव माहेश्वरी जीवा ने अपनी गैंग भी बनाई थी। फिरौती लेकर लोगों की हत्या करने के मामले में कुख्यात जीवा के बारे में बताया जाता है कि उसने जरायम की दुनिया में कदम 90 के दशक में रखा था। जीवा के अपराधों की लिस्ट और उसके कारनामों से उत्तर प्रदेश पुलिस भी परेशान थी।
जैसे ही कोर्ट परिसर में गोली चलने और जीवा के मारे जाने की खबर मिली वैसे ही डीसीपी वेस्ट और डीसीपी सेंट्रल कोर्ट परिसर पहुंचे। पुलिस घटनास्थल पर मौजूद है।