पुलिस से पिता के हत्यारों को गिरफ्तार न किए जाने पर नाराज युवक ने दी जान, तीसरी मंजिल से खुद को आग लगाकर कूदा
By मनाली रस्तोगी | Published: March 25, 2022 01:24 PM2022-03-25T13:24:42+5:302022-03-25T13:26:43+5:30
जानकारी के अनुसार, रोहित कूदते समय पुलिस-प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी भी कर रहा था। फिलहाल, छत से नीचे गिरते समय वो बिजली के तार पर जा गिरा, जिसके कारण उसका शरीर और झुलस गया। हालांकि, इस हादसे के बाद उसे एक निजी नर्सिंग होम में भर्ती किया गया, जहां उसने दम तोड़ दिया।
मोतिहारी: मोतिहारी के हरसिद्धि थाना क्षेत्र से दिवंगत आरटीआई कार्यकर्ता विपिन अग्रवाल के बेटे रोहित द्वारा खुदखुशी करने का मामला सामने आया है। जानकारी के अनुसार, रोहित इस बात से आहत था कि पुलिस ने उसके पिता के हत्यारे को गिरफ्तार नहीं किया। इसके विरोध में रोहित अग्रवाल ने गुरुवार रात खुद को आग लगाते हुए एक इमारत की छत से छलांग लगा दी। ऐसे में आनन-फानन में घरवाले उसे निजी अस्पताल ले गए जहां शुक्रवार को डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया।
पुलिस से नाराज था रोहित
दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के अनुसार, रोहित पुलिस से इस बात से नाराज था कि सड़क पर खुलेआम उसके पिता के कातिल घूम रहे हैं और पुलिस की ओर से कुछ नहीं किया जा रहा है। इसी सिलसिले में वो गुरुवार को मोतिहारी एसपी डॉ कुमार आशीष से मुलाकात करने भी गया था। मगर उससे एसपी ने मुलाकात नहीं की, जिसके बाद वो अपने घर हरसिद्धि लौट आया। इसके बाद वो घर के पास स्थित एक इमारत की तीसरी मंजिल पर चढ़ गया, जहां पहले उसने अपने शरीर में आग लगाई और फिर वो छत से कूद गया।
मृतक के परिजनों ने पुलिस-प्रशासन पर लगाया दबाव बनाने का आरोप
रिपोर्ट में ये भी बताया गया है कि रोहित कूदते समय पुलिस-प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी भी कर रहा था। फिलहाल, छत से नीचे गिरते समय वो बिजली के तार पर जा गिरा, जिसके कारण उसका शरीर और झुलस गया। हालांकि, इस हादसे के बाद उसे एक निजी नर्सिंग होम में भर्ती किया गया, जहां उसने दम तोड़ दिया। वहीं, मृतक रोहित के दादा विजय अग्रवाल ने पुलिस-प्रशासन पर दबाव बनाने का आरोप भी लगाया है। मगर मोतिहारी एसपी का इस मामले को लेकर कहना है कि रोहित उनसे मिलने नहीं आया था।
कब हुई थी आरटीआई कार्यकर्ता विपिन अग्रवाल की हत्या
हरसिद्धि प्रखंड कार्यालय गेट के पास 24 सितंबर 2021 को दिन दहाड़े बाइक सवार अपराधियों ने आरटीआई कार्यकर्ता विपिन अग्रवाल को गोली मार दी थी। ऐसे में विपिन अग्रवाल को मोतिहारी ले जाते समय ही उनकी मृत्यु हो गई थी। इसके बाद हरसिद्धि थाने में अज्ञात अपराधियों के खिलाफ परिजनों ने रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। वहीं, कई लोगों के नाम पुलिस जांच में सामने आए थे, इनमें से पुलिस ने सात लोगों को न्यायिक हिरासत में लेकर जेल भेजा है। जानकारी के अनुसार, हरसिद्धि की सरकार जमीन पर हुए अवैध कब्जे को लेकर विपिन लड़ाई लड़ रहे थे। ऐसे में इसी मुद्दे को लेकर उनकी हत्या कर दी गई।