'हेलो, गलती से आपका नंबर लग गया...', देवास के चर्चित 'हनीट्रैप' मामले में आरोपी महिला गिरफ्तार, डॉक्टर को फंसाया था जाल में
By नितिन गुप्ता | Published: September 2, 2022 07:29 AM2022-09-02T07:29:19+5:302022-09-02T07:39:24+5:30
देवास में एक डॉक्टर को फंसा कर उससे रुपये ऐंठने के मामले में पुलिस ने आरोपी महिला को गिरफ्तार कर लिया है। उसे राजस्थान से पकड़ा गया। हालांकि मामले में दो अन्य आरोपी डॉक्टर फरार हैं।
देवास: मध्य प्रदेश के देवास में चर्चित हनीट्रैप मामले में आरोपी महिला को पुलिस ने राजस्थान के भीलवाड़ा से गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तारी के बाद आरोपी महिला को गुरुवार रात देवास लाया गया। पुलिस पूछताछ के बाद उसे शुक्रवार को न्यायालय में पेश किया जायेगा।
दरअसल देवास के निजी प्राइम हॉस्पिटल के मालिक डॉ पवन चिल्लोरिया से 9 लाख रुपये ब्लैकमेल कर ऐंठने के बाद महिला और देवास के दो डॉक्टरो के खिलाफ फरियादी डॉक्टर के आवेदन पर एफआईआर दर्ज हुई थी। उसके बाद पुलिस ने हनीट्रैप की मुख्य आरोपी जोया उर्फ मोनिशा डेविड को गिरफ्तार कर लिया है।
क्या है देवास में हनीट्रैप का पूरा मामला?
देवास के एसपी डॉ शिवदयाल सिंह ने बताया कि देवास में निजी अस्पताल का संचालन करने वाले डॉ पवन चिल्लोरिया ने अपने आवेदन में बताया कि 17 जून 2022 को फरियादी के पास एक युवती का फोन आया था। उसने पूछा कि आप डॉ. सिंघल बोल रहे हो, इसके बाद डॉ ने युवती से पूछा कि मेरा नंबर कहां से मिला तो उसने कहा मैं डॉ. सिंघल को फोन लगा रही थी लेकिन आप को लग गया।
कुछ देर बाद फिर से फोन किया। लड़की ने अपना नाम जोया खान बताते हुए कहा कि गलती से आपको नंबर लगा था, आपसे बात की तो लगा कि आप बहुत अच्छे इंसान हो, आपसे दोस्ती की जा सकती है। इसके बाद डॉक्टर से दोस्ती बढ़ाते हुए नाम, पता आदि जानकारी ली।
बाद में युवती के साथ डॉक्टर की मुलाकात हुई, इस दौरान कुछ अन्य लोग भी शामिल रहे। इस मुलाकात के दौरान कुछ फोटो-वीडियो बना लिए गए और फिर बाद में डॉक्टर को धमकाकर नगद व ऑनलाइन मिलाकर करीब 9 लाख रुपए तीन आरोपियों ने वसूल लिए। इसके बाद भी डॉक्टर पर दबाव बनाते रहे, परेशान होकर डॉक्टर ने पुलिस को शिकायती आवेदन दिया था।
15 दिन पहले मामला पुलिस ने किया था दर्ज
इसकी जांच के बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 15 दिन पहले युवती जोया उर्फ मोनिषा डेविड निवासी भीलवाड़ा राजस्थान के अलावा अन्य दो आरोपी डॉ. संतोष दाबाड़े निवासी कैलादेवी रोड देवास, डॉ. महेंद्र गालोदिया निवासी टोंकखुर्द जिला देवास के खिलाफ धारा 384, 120-बी के तहत केस दर्ज किया गया था ।
एसपी डॉ शिवदयाल सिंह ने बताया कि फरियादी डॉक्टर के आवेदन के आधार पर कई स्थानों की जांच कर सीसीटीवी फुटेज और बयान लिये गये हैं। मामले में आरोपी महिला की तलाश के लिये टीम भीलवाड़ा भेजी गई थी, जहां से महिला को हिरासत में लेकर देवास लाया गया। महिला से पूछताछ की जा रही हैं। हालांकि इस मामले के दो अन्य आरोपी डॉक्टर फरार हैं, जिन्हें पकड़ने के लिए पुलिस टीम लगाई गई हैं।