दलित किसान दंपति की पिटाईः आयोग ने दिया नोटिस, कांग्रेस भेजेगी जांच दल, कुमार पुरुषोत्तम गुना के नए कलेक्टर होंगे
By शिवअनुराग पटैरया | Published: July 16, 2020 05:40 PM2020-07-16T17:40:21+5:302020-07-16T19:09:28+5:30
मध्य प्रदेश मानव अधिकार आयोग ने एक बयान जारी कर कहा है कि गुना जिले के जगनपुर चक में साइंस कालेज के लिये आवंटित भूमि में कब्जा हटाने के दौरान बीते मंगलवार को एक दलित दंपति ने जहर पीकर आत्महत्या का प्रयास किया.
भोपालः गुना में पुलिस द्वारा बेरहमी से पिटाई के बाद दलित दंपति के द्वारा जहर खाने पर मध्य प्रदेश मानव अधिकार आयोग ने नाराजगी जताते हुए महानिरीक्षक पुलिस ग्वालियर, पुलिस अधीक्षक गुना, और कलेक्टर गुना को नोटिस जारी कर प्रतिवेदन मांगा है.
इसके साथ ही कांग्रेस ने मामले की निंदा करते हुए एक जांच दल भेजने का तय किया है. वहीं राज्य के गृहमंत्री डा. नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि जो अफसर लापरवाही और गड़बड़ी करेगा वह नपेगा. मध्य प्रदेश मानव अधिकार आयोग ने एक बयान जारी कर कहा है कि गुना जिले के जगनपुर चक में साइंस कालेज के लिये आवंटित भूमि में कब्जा हटाने के दौरान बीते मंगलवार को एक दलित दंपति ने जहर पीकर आत्महत्या का प्रयास किया.
कुमार पुरुषोत्तम गुना के नए कलेक्टर होंगे। दलित परिवार की पिटाई को लेकर सरकार ने जांच के आदेश दिए। इसके साथ ही 6 आरोपित पुलिस कर्मचारी तत्काल प्रभाव से निलंबित किए गए हैं। राजकुमार अहिरवार एवं उसकी पत्नी अपने 7 बच्चों के साथ अफसरों के सामने हाथ जोड़ते रहे. आयोग ने कहा कि उन्हें मिली जानकारी के अनुसार यह भूमि गप्पू पारदी ने उसे बटिया पर दी है. कर्ज लेकर यह बोवनी कर चुका है. लेकिन अफसरों ने नहीं सुनी.
दोनों जहर पीकर काफी देर खेत में ही पड़े रहे. मासूम बच्चे उनके पास बैठकर रोते रहे. राजकुमार का छोटा भाई आया, तो पुलिस ने लाठियां बरसाई और लातें भी मारी. कुछ देर बाद दम्पति को उठाकर जिला अस्पताल भेजा गया. इस मामले में मध्य प्रदेश मानव अधिकार आयोग के अध्यक्ष न्यायमूर्ति नरेन्द्र कुमार जैन ने पुलिस महानिरीक्षक ग्वालियर, पुलिस अधीक्षक गुना तथा कलेक्टर गुना से तीन सप्ताह में प्रतिवेदन मांगा है.
कांग्रेस ने कहा मामला अत्यंत दु:खद और कलंकित करने वाला:
प्रदेश कांग्रेस ने गुना के जगदलपुर चक में एक दलित किसान के साथ पुलिस के साथ की गई मारपीट और उसके मारपीट किसान दंपत्ति के द्वारा जहर खाकर आत्महत्या करने की कोशिश की घटना की निंदा करते हुए कहा कि यह मामला अत्यंत दु:खद और कलंकित करने वाला है.
प्रदेश कांगे्रस अध्यक्ष कमलनाथ ने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की एक समिति गठित कर पूरे घटनाक्रम की विस्तृत जांच कर प्रतिवेदन प्रदेश कांगे्रस को प्रस्तुत करने लिए कहा है। यह समिति 17 जुलाई को घटना स्थल पर जाकर जांच करेगी. समिति में पूर्व मंत्री बाला बच्चन, प्रदेश कांग्रेस के कार्यवाहक अध्यक्ष रामनिवास रावत और सुरेन्द्र चौधरी, पूर्व मंत्री जयवर्धन सिंह, पूर्व विधायक फूलसिंह बरैया, विधायक हीरा अलावा और पूर्व महापौर एवं प्रवक्ता विभा पटेल को शामिल किया गया है.
गृहमंत्री ने कहा कि वीडियो देखकर व्यथित हूं :
मध्य प्रदेश के गुना में किसान परिवार के साथ हुई पुलिस मारपीट की घटना को लेकर राज्य के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि जो अफसर लापरवाही करेगा तो वह नपेगा. पुलिस कानून का पालन कराएगी, अपराध नहीं चलेगा.
गुना में घटित घटना के बाद आज मीडिया से चर्चा करते हुए गृह मंत्री ने यह बात कही. उन्होंने कहा कि यह मध्यप्रदेश है, यहां पर कानून का राज है. पुलिस कानून का पालन कराएगी, जो पालन नहीं करेगा वह जेल जाएगा. घटना को लेकर जब मुख्य विपक्षी दल ने सरकार पर हमला बोला उसके बाद गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने वीडियो जारी कर कहा कि गुना की घटना का वीडियो देखकर व्यथित हूं. इस तरह की दुर्भाग्यपूर्ण घटनाओं से बचा जाना चाहिए.
इस घटना को लेकर राहुल गांधी के ट्वीट पर मिश्रा ने कहा कि जब कांग्रेस की सरकार थी तब प्रीपेड व्यवस्था के तहत अधिकारियों की पोस्टिंग होती थी. हमने जानकारी आते ही कलेक्टर, एसपी, आईजी सब बदल दिए. कमलनाथ के जंगलराज वाले ट्वीट पर उन्होंने कहा, कमलनाथ की सरकार में दो बच्चे सतना से अपह्रत हुए.
उनकी डेड बाडी ही मिली. उनके समय यहां अपराधी पकड़े नहीं जाते थे, बल्कि संरक्षण दिया जाता था. यहां तो कार्रवाई होती है. कोई कितना भी बड़ा अफसर हो, अगर लापरवाही करेगा तो नाप दिया जाएगा. उल्लेखनीय है कि राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा था कि वायरल वीडियो ट्वीट कर लिखा कि हमारी लड़ाई इसी सोच और अन्याय के खिलाफ है.
M.P.: गुना,किसान दंपति के ज़हर खा लेने के मामले पर कांग्रेस ने अहिरवार समाज के साथ मिलकर प्रदर्शन किया।BSP औरAAP ने घटना के विरोध में कलेक्ट्रेट में ज्ञापन सौंपा। प्रदेश कांग्रेस महासचिव और प्रवक्ता विभा पटेल, "विडंबना की बात ये है कि उस परिवार की FIR तक नहीं लिखी जा रही है।" https://t.co/Ciwz8T8Gtkpic.twitter.com/3tphOEsSdI
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 16, 2020
भाजपा के पूर्व विधायक ने की इस्तीफे की पेशकश
भाजपा के पूर्व विधायक रामदयाल प्रभाकर ने पार्टी की सदस्यता और सभी पदों से इस्तीफा देने की पेशकश की है. प्रभाकर ने प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बीडी शर्मा को इस्तीफे की पेशकश करते हुए पत्र लिखा है. इस पत्र के बाद भाजपा में हड़कंप मच गया है.
पूर्व विधायक ने आज प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वी डी शर्मा को पत्र लिखकर पार्टी के सभी पदों और सदस्यता से इस्तीफा दिए जाने की पेशकश कर दी है. प्रभाकर ने पत्र में लिखा है कि पार्टी में पुराने कार्यकतार्ओं की भयंकर उपेक्षा, अपमान किया जा रहा है, पार्टी में तानाशाही है. पार्टी हित, जनहित की बात को विरोध करार दिया जा रहा है. कृपया मेरा त्यागपत्र स्वीकार करने की कृपा करें.
गौरतलब है कि भाजपा के सामने मंत्रिमंडल विस्तार के बाद लगातार पूर्व विधायकों, विधायकों और पदाधिकारियों की नाराजगी सामने आ रही है. इसके पहले पूर्वमंत्रीअजय विश्नोई समेत कई दूसरे पदाधिकारी पार्टी को लेकर अपनी नाराजगी जता चुके हैं. इसके बाद प्रदेश भाजपा का संगठन ऐसे नाराज लोगों को मनाने में जुट गया है. है.