लखनऊ गोलीकांडः विवेक की पत्नी से मिले सीएम योगी, दिया आवास और नौकरी का भरोसा
By आदित्य द्विवेदी | Published: October 1, 2018 11:26 AM2018-10-01T11:26:08+5:302018-10-01T17:48:30+5:30
मृतक की पत्नी सीएम योगी से मुलाकात की जिद पर अड़ी थी। उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा ने और मुआवजे का ऐलान करते हुए कहा कि यह सहायता नहीं, सरकार का कर्तव्य है।
लखनऊ, 1 अक्टूबरः मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मृतक विवेक की पत्नी से अपने आवास पर मुलाकात की है। उनके साथ उप-मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा भी मौजूद रहे। मृतक की पत्नी कल्पना ने कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री से अपनी नौकरी और बच्चों के पालन-पोषण की बात की। उन्होंने हर तरह से मदद का आश्वासन दिया है। कल्पना ने कहा कि इस मुलाकात के बाद राज्य सरकार के प्रति उनका भरोसा बढ़ गया है।
मृतक विवेक के परिजनों से मुलाकात के बाद उप-मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने कहा, 'मुख्यमंत्री लगातार परिस्थितियों पर नजर बनाए हुए थे। जितना कठोर कार्रवाई हो सकती थी किया गया है। परिवार के साथ सरकार का सहयोग रहा है।'
उन्होंने मुआवजे की राशि बढ़ाते हुए कहा, 'परिजनों को 25 लाख की मुआवजा राशि का ऐलान पहले ही किया जा चुका है। इसके अलावा बच्चों के नाम पांच-पांच लाख रुपये का डिपोजिट पढ़ाई के लिए । माता के लिए पांच लाख रुपये। सरकार इनके आवास की भी चिंता करेगी। इसके साथ-साथ जीवन यापन की चिंता करते हुए कल्पना तिवारी को योग्यता के अनुसार सरकारी नौकरी दी जाएगी।
#WATCH: Kalpana Tiwari, wife of Vivek Tiwari who was shot dead by a police constable in Gomti Nagar area on 29 September, says after meeting CM Yogi Adityanath, "I had earlier also said that I have faith in our state government and today that faith has further strengthened" pic.twitter.com/EkloDLhfIE
— ANI UP (@ANINewsUP) October 1, 2018
सीसीटीवी फुटेज आया सामने
एपल के एरिया मैनेजर विवेक तिवारी की मौत की घटना के समय का एक सीसीटीवी फुटेज पुलिस के हाथ लगा है। इस फुटेज में विवेक की एसयूवी गाड़ी गुजरती दिखाई दे रही है। इस घटना का फुटेज सामने आने के बाद पुलिस को कुछ और सुराग मिलने की उम्मीद है। साथ ही घटना की कड़ियां भी जोड़ी जा सकती हैं।
नई एफआईअर दर्ज
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में हुए गोलीकांड में अब एक नया मोड़ सामने आया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक एफआईआर पर उठ रहे सवालों के कारण पुलिस ने मृतक की पत्नी के तहरीर के आधार पर दोनों पुलिसवालों पर केस दर्ज किया गया है। इससे पहले पुलिस ने घटना के वक्त विवेक के साथ रही मौजूद सहकर्मी के खिलाफ भी केस दर्ज किया गया था। उसमें यह दिखने की कोशिश की गई थी कि पुलिस ने विवेक पर गोली ही नहीं चलाई।
जानें क्या है पूरा मामला
विवेक आईफोन लॉन्चिंग के बाद अपनी महिला सहकर्मी के साथ लौट रहे थे। रास्ते में पुलिस ने उन्हें गाड़ी रोकने का इशारा किया तो विवेक ने दरकिनार कर दिया। कॉन्स्टेबल प्रशांत चौधरी ने शक में गोली चला दी जिससे विवेक की मौत हो गई। एसपी ने बताया कि सना खान की शिकायत पर कॉन्स्टेबल के खिलाफ गोमतीनगर थाने में आईपीसी की धारा 302 के तहत हत्या का मामला दर्ज किया गया है।
सना खान की शिकायत के मुताबिक शुक्रवार रात वह अपने सहकर्मी विवेक तिवारी के साथ घर जा रही थी। गोमतीनगर विस्तार के पास गाड़ी खड़ी थी तभी दो पुलिस वाले आए। विवेक ने दरकिनार करते हुए बचकर निकलने की कोशिश की।
सना ने आरोप लगाया कि इस दौरान कॉन्स्टेबल ने बाइक दौड़ाकर विवेक पर गोली चला दी। गाड़ी की विंडशील्ड तोड़ते हुए गोली विवेक के गले में जा धंसी। इसके बाद विवेक की कार अंडरपास के पिलर से जा टकराई। इससे भी गहरी चोटें आई हैं। आनन-फानन में अस्पताल पहुंचाया गया जहां उनकी मौत हो गई।
वहीं आरोपी सिपाही प्रशांत चौधरी का कहना है, 'मैंने उसे गोली नहीं मारी है, वो गलती से लग गई थी, उसने कहा कि मृतक ने अपनी गाड़ी से मुझे दो बार टक्कर मारी लेकिन जब तीसारी बार टक्कर मारी तो मुझे गोली चलाना पड़ा।'
सिपाही प्रशांत चौधरी ने योगी सरकार पर आरोप लगाया कि सीएम योगी के कहने पर उसकी प्राथमिकी पंजीकृत नहीं की जा रही है। फिलहाल इस पूरे मामले की जांच के लिए एसआईटी की टीम का गठन किया गया है।