लखनऊ मां-बेटी आत्मदाह कांड में कांग्रेस और MIM नेता सहित 4 पर FIR, कदीर खान गिरफ्तार, जानें घटना से जुड़ी सारी बातें
By पल्लवी कुमारी | Published: July 18, 2020 02:00 PM2020-07-18T14:00:46+5:302020-07-18T14:00:46+5:30
अमेठी निवासी महिला साफिया (50) और उनकी बेटी गुड़िया (28) दोनों ने शुक्रवार (17 जुलाई) की शाम खुद पर मिट्टी का तेल छिड़का और खुद को आग लगा ली। मां साफिया की हालत गंभीर बताई जा रही है। दोनों का सिविल अस्पताल की बर्न यूनिट में भर्ती कराया गया है।
लखनऊ: अमेठी निवासी महिला साफिया (50) और उनकी बेटी गुड़िया (28) द्वारा लखनऊ में आत्मदाह की कोशिश के मामले में अमेठी के जामो थाने के प्रभारी निरीक्षक सहित 4 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। इस पूरे मामले में लखनऊ में कांग्रेस नेता और एमआईएम नेता समेत 4 लोगों के खिलाफ एफआईआर (FIR) दर्ज की गई है। जमीन विवाद के मामले में पुलिस की ओर से कथित तौर पर कार्रवाई नहीं किए जाने के विरोध में शुक्रवार (17 जुलाई) को साफिया और उनकी बेटी गुड़िया ने लखनऊ लोकभवन के सामने आत्मदाह का प्रयास किया था। लोकभवन में ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का कार्यालय है।
मामले पर लखनऊ के पुलिस कमीश्नर सुजीत पांडे ने कहा, ये घटना आपराधिक षड्यंत्र के तहत की गई जिसमें कुछ लोगों ने भूमिका निभाई है। इसमें कांग्रेस नेता अनुप पटेल और एमआईएम नेता कदीर खान समेत 4 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की गई है, MIM नेता कदीर खान को गिरफ्तार कर लिया गया है।
It has come to light that it was done as per a criminal conspiracy in which some people played key role in instigating the women. We have registered FIR against 4 people including an MIM leader Kadir Khan & a Congress leader Anup Patel: Sujeet Pandey, Lucknow Police Commissioner https://t.co/KR90axabLCpic.twitter.com/0WrdoXL8Q6
— ANI UP (@ANINewsUP) July 18, 2020
जिलाधिकारी अरूण कुमार एवं पुलिस अधीक्षक ख्याति गर्ग ने बताया कि कि साफिया का उसके पड़ोसी से नाली को लेकर कोई विवाद था। इस मामले में नौ जुलाई को मारपीट भी हुई थी। उन्होंने बताया कि पुलिस ने इस मामले में नियमानुसार कार्रवाई की थी। गर्ग ने बताया कि गुड़िया (50 वर्ष) एवं उसकी मां ने आत्मदाह के प्रयास से संबंधित कोई पत्र नहीं दिया था और न ही खुफिया विभाग के पास इसकी कोई जानकारी थी। उन्होंने बताया कि इस मामले में थाना प्रभारी जामो रतन सिंह, एक उप निरीक्षक एवं एक सिपाही को निलंबित कर दिया गया है। मामले की जांच अपर पुलिस अधीक्षक को सौंपी गयी है और जांच रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जायेगी।
पुलिस ने बताई लखनऊ आत्मदाह कांड की पूरी कहानी
पुलिस आयुक्त सुजीत पांडे ने लखनऊ में पत्रकारों को बताया, ‘‘ऐसी जानकारी मिली है कि यह पूरी घटना प्रथम दष्ट्या एक साजिश है, जिसके तहत महिला को कुछ लोगों ने इस काम के लिये उकसाया।'' उन्होंने बताया कि थाना हजरतगंज में इस मामले में एमआईएम नेता कदीर खान और कांग्रेस नेता अनूप पटेल, आसमा नामक महिला और सुल्तान नामक पुरुष के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
पांडे ने बताया कि इन दोनों महिलाओं से कहा गया था कि वे लखनऊ आएंगी, तो उनकी मांग सुर्खियों में आएगी। उन्होंने कहा, ‘‘हमारे पास इस बात के सबूत हैं कि ये लोग उत्तर प्रदेश कांग्रेस पार्टी के कार्यालय में अनूप पटेल से मिले। इस संबंध में लखनऊ के एक मीडिया कर्मी से संपर्क किया गया। मीडियाकर्मी ने इस बात की पुष्टि की है कि उससे इस मामले को सुर्खियों में लाने को कहा गया था। सबूतों के अनुसार अनूप पटेल ने इन दोनो मां-बेटी को आग लगाने के लिये उकसाया।’’ इस बीच, श्यामा प्रसाद मुखर्जी सिविल अस्पताल के अधीक्षक आशुतोष दुबे ने शनिवार को बताया कि मां करीब 90 प्रतिशत जल गयी है और उनकी हालत गंभीर है, जबकि बेटी 15 प्रतिशत जली है और उनकी हालत स्थिर है। मां को जीवन रक्षक प्रणाली पर रखा गया है।
लखनऊ मां-बेटी आत्मदाह मामले का वीडियो वायरल हो गया है
पुलिस ने शुक्रवार को बताया था कि घटना शुक्रवार शाम लगभग साढ़े पांच बजे की है, जब अमेठी की दो महिलाओं ने खुद पर मिट्टी का तेल छिड़का और खुद को आग लगा ली। उन्होंने बताया कि मौके पर मौजूद पुलिसकर्मी तुरंत उनकी ओर भागे। इनमें से एक महिला का वीडयो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसमें वह आग की लपटों में भागती हुई नजर आ रही है।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि दोनों को सिविल अस्पताल की बर्न यूनिट में भर्ती कराया गया है। उनकी हालत गंभीर बताई जाती है। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि मिली जानकारी के मुताबिक, अमेठी के जामो क्षेत्र में किसी विवाद के चलते महिलाओं ने यह कदम उठाया। दोनों महिलाएं यहां आयीं। उन्होंने किसी से संपर्क नहीं किया और सीधे लोकभवन के सामने पहुंचकर आत्मदाह का प्रयास किया। मामले की जांच की जा रही है। यह घटना अत्यंत कड़ी सुरक्षा वाली जगह पर हुई, जहां विधान भवन और लोकभवन हैं।
(पीटीआई-भाषा इनपुट के साथ)