रोहित शेखर हत्याकांड: एक वीडियो कॉल से शुरू हुआ झगड़ा कैसे मर्डर तक पहुंचा, क्या हुआ था उस रात, जानिए पूरी कहानी
By विनीत कुमार | Published: April 25, 2019 02:16 PM2019-04-25T14:16:21+5:302019-04-25T14:16:21+5:30
दिल्ली पुलिस को इस बात तक पहुंचने में करीब एक हफ्ते लगे कि रोहित की पत्नी ने ही उसका कत्ल किया है। पुलिस के अनुसार एक वीडियो कॉल से यह झगड़ा शुरू हुआ।
एक वीडियो कॉल से शुरू हुआ झगड़ा रोहित शेखर की मौत का कारण बना। पुलिस ने यह चौंकाने वाला खुलासा रोहित की पत्नी अपूर्वा शेखर की गिरफ्तारी के बाद किया है। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एनडी तिवारी के बेटे की मौत तड़के 16 अप्रैल को हुई थी। इसके बाद दिल्ली पुलिस को इस बात तक पहुंचने में करीब एक हफ्ते लगे कि रोहित की पत्नी ने ही उसका कत्ल किया है। पुलिस के अनुसार एक वीडियो कॉल से यह झगड़ा शुरू हुआ और फिर एक महिला के साथ रोहित के बैठ कर शराब पीने की बात ने इस झगड़े को मर्डर तक पहुंचा दिया।
रोहित शेखर के मर्डर से पहले क्या-क्या हुआ
दरअसल, रोहित शेखर 15 अप्रैल को उत्तराखंड के काठगोदाम से लौट रहे थे। वह वहां अपना वोट डालने गये थे। सभी तीन कारों में सवार थे। रोहित शेखर के साथ उनकी मां उज्जवला, एक महिला रिश्तेदार, उसके पति और रोहित के स्टाफ भी दिल्ली से लौट रहे थे। पुलिस ने बताया कि शेखर और उसकी महिला रिश्तेदार एक कार की पिछली सीट पर बैठे थे और उन्हें एक स्टाफ 'गोलू' शराब दे रहा था।
इस दौरान शाम करीब 5.30 अपूर्वा ने रोहित शेखर के फोन पर एक वीडियो कॉल किया और रात के खाने के कार्यक्रम के बारे में पूछा। रोहित ने फोन आने पर कथित तौर पर अपने साथ बैठ महिला को छिपाने की कोशिश की। हालांकि, चूड़ियों की आवाज और कपड़ों की कुछ झलक से अपूर्वा समझ गईं कि कोई महिला बैठी है। पुलिस ने बताया कि जब सभी लोग रोहित शेखर के डिफेंस कॉलोन स्थित घर रात करीब 10 बजे पहुंचे तो वह महिला भी साथ उतरी। हालांकि, रोहित की पत्नी ने तब यह मामला नहीं उठाया।
रोहित बहुत ज्यादा नशे में था। बहरहाल, अपूर्वा ने रोहित को खाना पड़ोसा। इसके बाद दोनों पहले फ्लोर पर बेडरूम में चले गये। करीब आधे घंटे बाद रोहित की मां घर में आईं और दोनों को कुछ बातचीत के लिए बुलाया। रोहित ने हालांकि तबीयत खराब होने की बात कही और थोड़ी ही देर में वापस कमरे में चला गया।
अपूर्वा ने इसके बाद रात करीब 12.45 तक टीवी देखी और फिर अपने पति के कमरे में जाकर महिला के साथ शराब पीने की बात उठाई। पुलिस के अनुसार, अपूर्वा ने जब रोहित के साथ झगड़ा शुरू किया तब रोहित ने बताया कि वह और महिला एक ही ग्लास में शराब पी रहे थे। अपूर्वा को इस बात पर गुस्सा आया और उन्होने रोहित को धक्का दिया। इसके बाद अपूर्वा ने गुस्से में मुंह और नाक दबाया और गला घोंटकर रोहित की हत्या कर दी। पुलिस के अनुसार वारदात के समय रोहित शेखर ने बहुत अधिक शराब पी रखी थी और एक साल पहले ही हुए बाइपास सर्जरी के कारण बहुत विरोध करने की स्थिति में नहीं था।
पुलिस के अनुसार अपूर्वा को हत्या के बाद को पता नहीं चल रहा था कि क्या करे। अपूर्वा रात करीब दो बजे अपने अपने कमरे से बाहर आईं लेकिन सो नहीं सकीं। इसके बाद करीब गोलू ने सुबह 9 बजे रोहित के कमरे में झांक कर देखा और सोता हुआ सोच छोड़ दिया। इसके बाद तिलक रोहित की मां ने भी अपने बेटे से दिन में संपर्क की कोशिश की लेकिन अपूर्वा ने बताया कि रोहित सो रहा है।
दोपहर बाद करीब 3.30 बजे अपूर्वा ने खुद गोलू को रोहित को जगाने के लिए भेजा। गोलू ने पाया कि रोहित कोई प्रतिक्रिया नहीं दे रहे हैं और उनके नाक से खून निकला हुआ है। इसके बाद गोलू ने शोर मचाया और फिर रोहित को अस्पताल ले जाया गया। हालांकि, अस्पताल ने बताया कि रोहित की मौत पहले ही हो चुकी है। इसके बाद अस्पताल ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा। पुलिस ने इसके बाद जांच शुरू की और सीसीटीवी फुटेज से पता चला कि केवल अपूर्वा, गोलू और रोहित के ड्राइवर अखिलेश उस रात कमरे में गये थे। पुलिस ने इसके बाद कड़ियों को जोड़ते हुए अपूर्वा को गिरफ्तार किया।