एआईएमआईएम विधायक के करीबी ने गणतंत्र दिवस के दिन राष्ट्रीय ध्वज जलाने का किया प्रयास
By एस पी सिन्हा | Published: January 27, 2022 04:44 PM2022-01-27T16:44:06+5:302022-01-27T16:45:21+5:30
स्कूल की प्रधानाध्यापिका मंजू कुमारी ने जिला शिक्षा पदाधिकारी समेत अन्य वरिष्ठ पदाधिकारियों को पत्र लिख कर मामले की जानकारी दी है.
पटनाः बिहार में किशनगंज जिले के कोचाधामन प्रखंड के धनपूरा सरकारी स्कूल में गणतंत्र दिवस के दिन राष्ट्रीय ध्वज को जलाये जाने की कोशिश का मामला सामने आया है. यह नापाक हरकत उसवक्त की गई, जब स्कूल में झंडोत्तोलन समारोह का आयोजन किया गया था.
राष्ट्रीय ध्वज को जलाने की कोशिश करने वाला आरोपी खुद को स्थानीय एआईएमआईएम के विधायक का करीबी बताता है. इस नापाक हरकत को जब स्कूल की आदिवासी महिला प्राधानध्यापिका ने रोकने की कोशिश की तो उनके साथ भी जमकर बदसलूकी की गई.
प्राप्त जानकारी के अनुसार स्कूल की प्रधानाध्यापिका मंजू कुमारी ने जिला शिक्षा पदाधिकारी समेत अन्य वरिष्ठ पदाधिकारियों को पत्र लिख कर मामले की जानकारी दी है. प्रधानाध्यापिका ने अपने पत्र में कहा है कि सरकार द्वारा तय कोविड गाइडलाइंस के मुताबिक स्कूल के कुछ बच्चों, अभिभावकों और शिक्षकों की मौजूदगी में गणतंत्र दिवस के मौके पर झंडोत्तोलन किया जा रहा था.
इसी बीच धनपूरा गांव के ही आबिद हुसैन नामक व्यक्ति ने उत्पात मचा दिया. उन्होंने अपने पत्र में लिखा है कि आबिद हुसैन झंडोत्तोलन के वक्त स्कूल में पहुंच गया और भद्दी- भद्दी गालियां देने लगा. उसने प्रधानाध्यापिका को कहा कि तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई झंडा फहराने की? प्रधानाध्यापिका के पत्र के मुताबिक आबिद हुसैन ने कहा कि वह झंडा उतार कर जला देगा.
वह राष्ट्रीय ध्वज को उतार कर फेंकने की कोशिश करने लगा. आबिद हुसैन ने स्कूल की प्रधानाध्यापिका को लगातार भद्दी- भद्दी गालियां देता रहा. उसने झंडे को उतार कर जलाने की हरसंभव कोशिश की. लेकिन वहां मौजूद शिक्षकों के विरोध के कारण वह इसमें सफल नहीं हो सका.
मंजू कुमारी ने अपने पत्र में लिखा है कि स्कूल में मौजूद कुछ स्थानीय लोगों ने बीचबचाव नहीं किया होता तो वहां बड़ा अनर्थ हो जाता. स्थानीय लोगों ने किसी तरह से उसे रोका. बताया जाता है कि धनपूरा सरकारी स्कूल की प्रधानाध्यापिका मंजू कुमारी आदिवासी तबके से आती हैं. उन्होंने शिक्षा विभाग के आलाधिकारियों से आरोपी आबिद हुसैन के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने की अनुमति मांगी है.
वैसे, मामले की सूचना स्थानीय पुलिस को दी गई, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की है. स्थानीय लोगों के अनुसार आबिद हुसैन खुद को एआईएमआईएम के स्थानीय विधायक का करीबी बताता है. उसकी दबंगई और ऊंची पहुंच के कारण ही इतनी गंभीर घटना के बावजूद पुलिस ने आबिद हुसैन के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है. उधर, प्रधानाध्यापिका मंजू कुमारी ने बताया कि उन्होंने पुलिस को घटना की मौखिक जानकारी दे दी है. इसके साथ ही पुलिस को प्राथमिकी दर्ज करने के लिए लिखित आवेदन भी भेजा गया है.