कठुआ रेप केस: सुप्रीम कोर्ट ने लिया स्वतः संज्ञान, बार संगठनों को दिया नोटिस, जानें लाइव अपडेट्स
By आदित्य द्विवेदी | Published: April 13, 2018 06:42 PM2018-04-13T18:42:18+5:302018-04-13T19:51:34+5:30
जम्मू कश्मीर के कठुआ में 10 जनवरी को एक बच्ची अपने घर के समीप से गायब हो गयी। एक हफ्ते बाद उसी क्षेत्र में उसका शव मिला। विशेष जांच दल ने दो विशेष पुलिस अधिकारियों और एक हेड कांस्टेबल समेत आठ लोगों को गिरफ्तार किया है।
नई दिल्ली, 13 अप्रैलः कठुआ रेप और मर्डर केस में चार्जशीट फाइल करने के दौरान वकीलों के व्यवहार का सुप्रीम कोर्ट ने स्वतः संज्ञान लिया है। कोर्ट ने शुक्रवार को टिप्पणी करते हुए कहा कि वकीलों द्वारा कानून नहीं तोड़ा जा सकता। कोर्ट ने बार काउंसिल ऑफ इंडिया, जम्मू हाई कोर्ट बार एसोसिएशन और कठुआ बार एसोसिएशन को नोटिस जारी किया है। इतना कुछ होने के बावजूद पीड़ित मासूम के परिजनों को जान से मारने की धमकी मिल रही है। इन सबके बीच नेताओं के बयानबाजी का दौर जारी है। पढ़ें इस मामले से जुड़ी सभी लाइव अपडेट्स...
- आरोपी के समर्थन में रैली में शामिल होने वाले जम्मू कश्मीर के दो मंत्रियों का इस्तीफा।
- पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने कठुआ में आठ साल की बच्ची से बलात्कार और उसकी हत्या को ‘ कुत्सित मानसिकता ’ करार दिया है और इस अपराध में शामिल लोगों के लिए ‘ कठोर सजा ’ की मांग की है।
- प्रधान न्यायाधीश दीपक मिश्रा , न्यायमूर्ति ए एम खानविल्कर और न्यायमूर्ति धनन्जय वाई चन्द्रचूड़ की तीन सदस्यीय खंडपीठ ने बार काउन्सिल ऑफ इंडिया , राज्य बार काउन्सिल , जम्मू उच्च न्यायालय बार एसोसिएशन और कठुआ जिला बार एसोसिएशन को नोटिस जारी किये। इन सभी से 19 अप्रैल तक जवाब मांगे गये हैं।
- यह भी पढ़ेंः- कठुआ गैंगरेप से हूँ बुरी तरह डिस्टर्ब, नाबालिग से रेप पर मौत की सजा का बने कानून: मेनका गाँधी
- भाजपा प्रवक्ता मीनाक्षी लेखी ने कठुआ बलात्कार एवं हत्या मामले में पुलिस जांच के खिलाफ रैली में शामिल होने वाले पार्टी के दो मंत्रियों का बचाव करते हुए कहा कि इन्हें प्रदर्शन में शामिल होने को लेकर ‘गुमराह’ किया गया था। लेखी ने संवाददाताओं से आरोप लगाया कि विपक्षी दल इन घटनाओं पर खतरनाक राजनीति कर रहे हैं।
- कांग्रेस ने शुक्रवार रात को देशव्यापी प्रदर्शन करने का फैसला लिया है। दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष अजय माकन ने कहा कि आज रात 10 बजे हर जिले में उन्नाव एवं कठुआ में रेप के विरोध में एवं सरकार तथा भाजपा की जुर्म में संलिप्तता के विरोध में कैंडल मार्च करेंगे।
जम्मू कश्मीर के कठुआ में 10 जनवरी को एक बच्ची अपने घर के समीप से गायब हो गयी। एक हफ्ते बाद उसी क्षेत्र में उसका शव मिला। विशेष जांच दल ने दो विशेष पुलिस अधिकारियों और एक हेड कांस्टेबल समेत आठ लोगों को गिरफ्तार किया है।
कठुआ गैंगरेप केस की पूरी टाइम लाइनः-
- 10 जनवरी को साजिश के तहत नाबालिग ने मासूम बच्ची को घोड़ा ढूंढने में मदद की बात कही। वह उसे जंगल की तरफ ले गया। बाद में बच्ची भागने की कोशिश की लेकिन आरोपियों ने उसे धर दबोचा। इसके बाद उसे नशीली दवाएं देकर उसे एक देवी स्थान के ले गए, जहां रेप किया।
- 11 जनवरी को नाबालिग ने अपने दोस्त विशाल को कहा कि अगर वह मजे लूटना जाता है तो आ जाए। परिजनों ने बच्ची की तलाश शुरू की। देवीस्थान भी गए लेकिन वहां उन्हें संजी राम ने झांसा दे दिया। दोपहर में दीपक खजुरिया और नाबालिग ने मासूम को फिर नशीली दवाएं दीं।
- 12 जवनरी को मासूम को फिर नशीली दवाएं देकर रेप। पुलिस की जांच शुरू। दीपक खजुरिया खुद जांच टीम में शामिल था जो संजी राम के घर पहुंचा। राम ने उसे रिश्वत की पेशकश की। हेड कॉन्स्टेबल तिलक राज ने कहा कि वह सब-इंस्पेक्टर आनंद दत्ता को रिश्वत दे। तिलक राज ने 1.5 लाख रुपये रिश्वत दिए।
- 13 जनवरी को विशाल, संजी राम और नाबालिग ने देवी स्थान पर पूजा-अर्चना की। इसके बाद लड़की के साथ रेप किया और उसे फिर नशीली दवाएं दीं। इसके बाद बच्ची को मारने के लिए वे एक पुलिया पर ले गए। यहां पुलिस अधिकारी दीपक खजुरिया ने कहा कि वह कुछ देर और रुक जाएं क्योंकि वह पहले रेप करना चाहता है। इसके बाद उसका गला घोंटकर मार दिा गया।
- 15 जनवरी को आरोपियों ने मासूम के शरीर को जंगल में फेंक दिया।
- 17 जनवरी को जंगल से मासूम बच्ची का शव बरामद।
- शव का पता चलने के करीब हफ्ते भर बाद 23 जनवरी के सरकार ने यह मामला अपराध शाखा को सौंपा जिसने एसआईटी गठित की।
- 10 अप्रैल को इस मामले में एसआईटी ने अपनी 12 पेज की चार्जशीट दाखिल की। जिसमें कठुआ बार एसोसिएशन के वकीलों ने हंगामा किया।
- 13 अप्रैल को सुप्रीम कोर्ट ने स्वतः संज्ञान लेते हुए बार एसोसिएशन को नोटिस भेजा है।