कमलेश तिवारी हत्याकांड: सूरत से आए थे हत्यारे, मिठाई के डिब्बे ने खोला राज
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: October 20, 2019 08:28 AM2019-10-20T08:28:32+5:302019-10-20T08:28:32+5:30
लखनऊ के नाका हिंडोला इलाके में शुक्रवार को हिंदू समाज पार्टी के नेता कमलेश तिवारी की हत्या कर दी गई.
हिंदू समाज पार्टी के नेता कमलेश तिवारी की हत्या की जांच कर रही यूपी पुलिस ने गुजरात पुलिस के सहयोग से तीन आरोपियों को सूरत से गिरफ्तार किया है. जांच के दौरान पता चला है कि इस हत्याकांड की साजिश दुबई में रची गई थी. गुजरात एटीएस ने दावा किया है कि कमलेश तिवारी की हत्या के लिए सूरत से पिस्टल खरीदी गई थी. वहीं साजिश रचने के बाद एक शख्स दो महीने पहले दुबई से भारत आया था.
दुबई से आए शख्स ने ही दो लोगों को तैयार किया. दोनों शूटर थे,जिन्होंने सूरत से मिठाई खरीदी थी. डीजीपी ओम प्रकाश सिंह ने बताया कि घटनास्थल से जांच के दौरान मिले मिठाई के डिब्बे से अहम सुराग मिले और गुजरात पुलिस की मदद से तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया. पकड़े गए तीनों आरोपी के नाम मौलाना मोहसिन शेख सलीम, फैजान और खुर्शीद अहमद पठान हैं. तीनों सूरत के रहने वाले हैं.
सिंह ने बताया कि मौलाना अनवारुल हक और मुफ्ती नईम काजमी को भी हिरासत में लिया गया. उन्होंने पत्रकारों को बताया कि इस वारदात में दो और आरोपी शामिल हैं, जिनके बारे में जानकारी जुटाई जा रही है. डीजीपी ने कहा कि जांच के दौरान इस मामले के तार गुजरात से जुड़े होने का संकेत मिला. सुरागों के आधार पर मैंने गुजरात के डीजीपी से बात की. इसके बाद दोनों राज्यों की संयुक्तटीम ने सूरत से तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया.
गौरतलब है कि लखनऊ के नाका हिंडोला इलाके में शुक्रवार को हिंदू समाज पार्टी के नेता कमलेश तिवारी की हत्या कर दी गई. 2015 का विवादित भाषण बनी हत्या की वजह डीजीपी के मुताबिक प्रारंभिक जांच से लगता है कि वर्ष 2015 में कमलेश तिवारी द्वारा दिया गया विवादित भाषण उनकी हत्या की वजह हो सकता है.
कमलेश ने उस समय कुछ आपत्तिजनक बात कही थी, जिसके बाद मौलाना मोहसिन शेख ने रसीद को उकसाया. अब तक इस हत्याकांड का आतंकवाद से संबंध होने का संकेत नहीं मिला है.
मामले की जांच एसआईटी करेगी
डीजीपी के मुताबिक इस हत्याकांड की जांच के लिए एसआईटी गठित की है. इस टीम में लखनऊ के आईजी एस.के भगत, एसपी दिनेश पुरी और स्पेशल टास्क फोर्स के डिप्टी एसपी पी.के. मिश्रा होंगे.
कमलेश को पिछले कई माह से सुरक्षा उपलब्ध कराई गई थी. वारदात के दौरान एक सुरक्षाकर्मी उनके आवास के नीचे तैनात था, जिसने कमलेश से पूछकर ही हत्यारों को जाने दिया था. कमलेश के परिवार से आज मिलेंगे योगी राज्य सरकार की ओर से मांग मान लेने के बाद परिजन कमलेश तिवारी के शव का अंतिम संस्कार करने के लिए राजी हो गए.
कमलेश के परिजनों ने शनिवार सुबह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बुलाने की मांग करते हुए शव का अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया था. कमलेश की पत्नी ने मांग नहीं मानने पर आत्मदाह की चेतावनी दी थी. अब मुख्यमंत्री रविवार को कमलेश के परिजनों से मुलाकात करेंगे. साथ ही अगले 48 घंटे में उनके परिवार को सुरक्षा और कमलेश के पुत्र को सरकारी नौकरी देने, लखनऊ में एक आवास और दोषी पुलिसकर्मियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
हत्यारों का सिर कलम करने पर देंगे 1 करोड़
शिवसेना के नेता अरुण पाठक ने सोशल मीडिया पर बयान जारी करते हुए कहा है कि कमलेश तिवारी के हत्यारों का गला रेतने वालों को वह एक करोड़ रु पए का इनाम देंगे. जिस तरह से कमलेश तिवारी की हत्या की गई है, उसी तरह से उनके हत्यारों का भी गला रेता जाना चाहिए. हिंदू हित में मैं इन हत्यारों का गला रेतनेवालों को अपनी सारी संपत्ति बेचकर यह इनाम दूंगा.