झारखंड खूंटी गैंगरेप: आरोपी निकला उग्रवादी संगठन का एरिया कमांडर, पुलिस ने जारी किया स्कैच
By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Published: June 23, 2018 08:32 PM2018-06-23T20:32:43+5:302018-06-23T20:32:43+5:30
झारखंड पुलिस ने आरोपी की पहचान बताने वालों के लिए 50 हजार का इनाम रखा है। गैंगरेप मामले की जांच करने आयोग की दो सदस्यीय टीम खूंटी पहुंची है।
रांची, 23 जून:( एस.पी.सिन्हा): रांची से सटे खुंटी जिले के अड़की में नुक्कड़ नाटक करने गई 5 युवितयों से गैंगरेप की घटना की जांच के लिए राष्ट्रीय महिला आयोग की दो सदस्यीय टीम झारखंड महिला आयोग की टीम के साथ खूंटी पहुंच गई है. यह टीम जिले के उपायुक्त और पुलिस कप्तान से मुलाकात कर मामले की पूरी जानकारी लेगी. राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष कल्याणी शरण ने बताया कि यह टीम घटनास्थल का भी दौरा करेगी. उन्होंने कहा कि महिला आयोग की राष्ट्रीय सचिव प्रीति कुमार के साथ शालिनी भी आई हैं. वहीं, राज्य महिला आयोग की टीम में चेयरमैन के साथ देवकी रानी बड़ाइक, चंद्रशेखर झा, अमित कुमार और रिंकी कुमारी शामिल हैं. सर्किट हाउस में उपायुक्त के साथ बैठक करने के बाद यह टीम जांच की दिशा तय करेगी. उपायुक्त सूरज कुमार ने कहा कि सभी पीड़िताओं की मेडिकल जांच करा ली गई है. मेडिकल रिपोर्ट एक-दो दिनों में आ जाएगी.
आरोपियों में उग्रवादी संगठन पीएलएफआई का एरिया कमांडर भी
गैंगरेप की घटना के चार दिन के बाद भी पुलिस अब तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं कर पाई है. सिर्फ एक आरोपी की तस्वीर जारी की है. बताया जा रहा है कि इस कांड के जिस आरोपी की तस्वीर पुलिस ने जारी की उसकी पहचान हुई है. आरोपी उग्रवादी संगठन पीएलएफआई का एरिया कमांडर निकला है. उसका नाम बाजी समद उर्फटकला बताया जाता है. वह अक्सर हथियारों के साथ खूंटी के जंगलों में देखा जाता है.
एक आरोपी का स्केच जारी, 50 हजार का इनाम घोषित
एसपी अश्विनी कुमार सिन्हा के मुताबिक पुलिस ने पांच में से एक आरोपी का स्केच जारी किया है और आरोपियों के संबंध में सूचना देने वाले व्यक्तिको 50,000 रुपए का इनाम देने की घोषणा की है. जो भी व्यक्ति इस घटना और दोषियों की जानकारी देगा उसकी सूचना गुप्त रखी जाएगी.
पीड़िताओं के मोबाइल से भी वीडियो रिकार्डिंग की थी
गैंगरेप की घटना की अपराधियों ने वीडियो रिकॉर्डिंग भी की, तस्वीर भी ली. इसे लेकर आईटी एक्ट के तहत कांड भी दर्ज किया गया है़. अपराधियों ने पीड़िताओं के मोबाइल से भी वीडियो रिकार्डिंग की है. इसके बाद अपराधियों ने उस मोबाइल की मेमोरी चिप निकाल ली. लेकिन वीडियो मोबाइल में ही रह गया. यह वीडियो पुलिस के हाथ लगी है, जिसे जब्त कर लिया गया है. पुलिस की प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आई है कि पत्थलगड़ी करनेवालों ने ही घटना को अंजाम दिया है, लेकिन इसमें कौन-कौन शामिल थे? इसकी जानकारी पुलिस नहीं जुटा पाई है.
फादर अल्फांसो के खिलाफ भी केस दर्ज
एसपी के मुताबिक पीड़ित युवितयों को अगवा किए जाने के दौरान फादर अल्फांसो वहां मौजूद थे. उन्होंने घटना की जानकारी पुलिस को नहीं दी. उन्होंने कुछ सिस्टर को बचा लिया, लेकिन पीड़ित युवितयों को बचाने का प्रयास नहीं किया. इसी कारण पीड़ित युवितयों के बयान पर उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है. इनके खिलाफ भादवि की धारा 341, 342, 323, 363, 365, 328, 506, 201, 120बी के तहत कांड संख्या 21/18 दर्ज किया गया है. फादर को फिलहाल पीआर बांड पर छोड़ दिया गया है. जरूरत पर नोटिस देकर उन्हें फिर बुलाया जाएगा.