झारखंड: नाबालिग लड़की को जबरन कराया धर्म परिवर्तन, पैसे देकर परिवार को किया था अगवा
By भाषा | Published: October 18, 2018 02:09 PM2018-10-18T14:09:48+5:302018-10-18T14:09:48+5:30
लिट्टीपारा पुलिस थाने में दर्ज कराई गई प्राथमिकी में रोडेगो गांव की निवासी लड़की के पिता ने कहा कि दालू सोरेन नाम के पशु-चिकित्सक ने उनकी बेटी को प्रलोभन दिया और 500 रुपए की पेशकश करके अपनी गाड़ी में उसे साथ ले गया।
पाकुड़ जिले में एक नाबालिग लड़की को धर्मांतरण के लिए मजबूर करने के आरोप में एक वरिष्ठ पशु-चिकित्सक को गिरफ्तार किया गया है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने यह जानकारी दी।
पुलिस अधीक्षक शैलेंद्र प्रसाद बर्नवाल ने बुधवार को कहा कि बीते सोमवार को लड़की के पिता के बयान के आधार पर पशु-चिकित्सक के खिलाफ आईपीसी और झारखंड धर्मांतरण निरोधक कानून-2017 की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया।
मामले का संज्ञान लेते हुए पुलिस ने मंगलवार को सांवलापुर गांव में छापेमारी की, पशु-चिकित्सक को गिरफ्तार किया और गांव में चल रही एक धार्मिक सभा की जगह से 13 साल की लड़की को छुड़ाया।
लिट्टीपारा पुलिस थाने में दर्ज कराई गई प्राथमिकी में रोडेगो गांव की निवासी लड़की के पिता ने कहा कि दालू सोरेन नाम के पशु-चिकित्सक ने उनकी बेटी को प्रलोभन दिया और 500 रुपए की पेशकश करके अपनी गाड़ी में उसे साथ ले गया।
पुलिस के मुताबिक, आरोपी ने लड़की को बताया था कि धार्मिक सभा में उसका धर्मांतरण किया जाएगा। उसे यकीन दिलाया गया था कि मिशनरी अधिकारी उसकी पढ़ाई-लिखाई एवं अन्य जरूरतों का ख्याल रखेंगे।
बर्नवाल ने बताया कि पुलिस इस आरोप की भी जांच कर रही है कि सोरेन पहले भी ग्रामीणों का धर्मांतरण करा चुका है।
लड़की को परामर्श के लिए बाल कल्याण केंद्र भेज दिया गया है।
पाकुड़ की एक अदालत ने मंगलवार को सोरेन को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया।