रतलाम में नशे के अंतरप्रांतीय गिरोह का भंडाफोड़, पुलिस ने नशे के कारोबार में लिप्त पांच लोगो को पकड़ा
By राजेश मूणत | Published: August 12, 2023 09:17 PM2023-08-12T21:17:02+5:302023-08-12T21:19:37+5:30
रतलाम को नशे की गर्द में धकेलने में लगे एक गिरोह को पुलिस ने गिरफ्त में लिया है। आरोपी शहर में एमडी( सिंथेटिक ड्रग ) और स्मैक सप्लाई कर कई युवकों का जीवन खराब कर चुके थे। विगत माह आत्महत्या के एक मामले की जांच से शुरू हुई पुलिस की यह पड़ताल अभी और भी जारी है। पुलिस ने नशे के गोरखधंधे में लिप्त पांच लोगो को पकड़ा है। इनमे ड्रग पेडलर से लगाकर सप्लायर तक शामिल हैं।
रतलाम: रतलाम को उड़ता रतलाम बनाने में जुटे मादक प्रदार्थों के व्यवसाय में लिप्त गिरोह की गिरफ्तारी की जानकारी पुलिस अधीक्षक राहुल लोढ़ा ने दी। पुलिस के अनुसार यह एक अंतरप्रांतीय गिरोह है। जिसके तार मुंबई और गुजरात से जुड़े है। आरोपियों ने रतलाम को नशीली वस्तुएं खपाने का केंद्र बनाया हुआ था। जांच जारी रहने के चलते पुलिस ने आज दो आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया है।
शनिवार दोपहर बाद स्थानीय पुलिस कंट्रोल रूम पर मामले का खुलासा करते हुए पुलिस कप्तान राहुल कुमार लोढा ने बताया की मादक पदार्थ की तस्करी करने वालों के खिलाफ मुखबिर तंत्र को सक्रिय किया गया था। प्राप्त हो रही सूचनाओं का सत्यापन करने के बाद नशे के आरोपियों का पूरा सच सामने आया है।
एसपी राहुल कुमार के अनुसार स्थानीय स्टेशन रोड थाना पुलिस ने एक गुप्त सूचना के आधार पर रतलाम के हाथीखाना रोड निवासी साजिद पिता साबिर उम्र 40 वर्ष को ब्राउन शुगर के साथ गिरफ्तार किया था। इस आरोपी से आगे की गई पूछताछ में इस व्यापार में लिप्त जावरा निवासी जफर मेवाती का नाम उजागर हुआ था। जफर को पुलिस ने गिरफ्तार कर पूछताछ की तो कई चौकाने वाली जानकारियां सामने आई।
एसपी राहुल लोढा ने स्मैक उपलब्ध कराने वाले दीपक पिता चंद्रप्रकाश 39 वर्ष निवासी घास बाजार और मनोज पिता पारसमल 52 वर्ष निवासी नोलाईपुरा हाल मुकाम मुंबई का नाम लिया था। दोनों आरोपियों को पुलिस ने आज गिरफ्तार किया है। एसपी ने बताया कि पूछताछ में आरोपियों ने गुजरात के एक व्यक्ति से स्मैक लाना बताया है। प्रकरण में अन्य फरार आरोपियों की तलाश की जा रही है।
पार्टियों में बुलाकर लगाई लत
पत्रकार वार्ता के दौरान एसपी राहुल कुमार लोढा ने बताया कि आरोपी मनोज रतलाम छोड़कर कुछ वर्ष पूर्व मुंबई में बस गया था। वहां पर वह सेक्स रैकेट में फंस गया। उसे कोकिन के नशे की आदत लग गई। मनोज मुंबई से जब भी रतलाम आता था अपने दोस्तों और मिलने वालों के लिए पार्टी रखता था। इस पार्टी में शामिल लोगो को कुछ समझ में आता तब तक वह सभी को नशे की लत लगवा चुका था। नशे के कारोबारियों ने मनोज को कोकिन के बाद सिंथेटिक ड्रग एमडी की लत लगवा दी। इस मामले में गिरफ्तार दूसरा आरोपी दीपक भी मनोज का दोस्त था। बताया जाता है की दोनो आरोपी संभ्रांत व्यवसाई परिवारों के है। न्यायालय ने दोनो आरोपियों को पुलिस अभिरक्षा में सौंपने के आदेश दिए है।
एसपी राहुल कुमार लोढा के खुलासे के बाद शहर भर में हड़कंप मचा हुआ है। अपुष्ट सूत्र बताते है की आरोपियों ने शहर के कई संभ्रांत परिवारों के युवक युवतियों को नशे के दलदल में उतार दिया है। आरोपियों से पूछताछ में ऐसे कई नाम सामने आने की बात पुलिस कप्तान ने भी मानी है। लेकिन उनका कहना था कि जो भी व्यक्ति नशे की लत का शिकार हो गया और नशा ले रहा हैं। उसके लिए सुधार की व्यवस्था की जाएगी। अभी तो जिले के कई आला अधिकारी सामने आई जानकारी की सत्यता की जांच कर रहे है।
एसपी राहुल कुमार के अनुसार पुलिस का पूरा फोकस अभी नशे की सप्लाई चेन को ध्वस्त करने पर है। लेकिन अभी नशे की लत में फस गए लोगो पर पुलिस की कोई कार्रवाई नहीं होगी। सूत्र बताते है की पुलिस ने आरोपियों से मिले नशे के आदि लोगो को अपने रडार पर रख लिया है। इनमे से कोई मादक पदार्थ के साथ पकड़ाएगा तब पुलिस वैधानिक कार्रवाई जरूर करेगी।