गोपाल खेमका हत्याकांडः पुलिस को अहम सुराग, बेऊर जेल में छापेमारी, महत्वपूर्ण कुल्लू बरामद, सीसीटीवी फुटेज और मोबाइल लोकेशन देख एक्शन तेज
By एस पी सिन्हा | Updated: July 5, 2025 18:20 IST2025-07-05T18:19:07+5:302025-07-05T18:20:09+5:30
Gopal Khemka murder case: हत्याकांड की गंभीरता को देखते हुए बिहार पुलिस ने तुरंत विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है, जिसका नेतृत्व सिटी एसपी (मध्य) आईपीएस दीक्षा कर रही हैं।

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पटनाः बिहार की राजधानी पटना में मशहूर कारोबारी गोपाल खेमका की हत्या मामले में पुलिस तेजी से कार्रवाई कर रही है। सूत्रों के मुताबिक, हत्या में शामिल एक शूटर की पहचान कर ली गई है। सीसीटीवी फुटेज और मोबाइल लोकेशन के आधार पर पुलिस को अहम सुराग मिले हैं। फुटेज में साफ दिख रहा है कि हेलमेट पहने एक शूटर ने गोपाल खेमका की गाड़ी के पास पहुंचकर सिर्फ 6 सेकेंड में गोली चलाई और स्कूटी से फरार हो गया। पुलिस ने घटनास्थल से दो खाली कारतूस भी बरामद किए हैं, जिनकी बैलिस्टिक जांच की जा रही है। यह सुराग अपराधियों तक पहुंचने में मददगार साबित हो सकता है।
इस हत्याकांड की गंभीरता को देखते हुए बिहार पुलिस ने तुरंत विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है, जिसका नेतृत्व सिटी एसपी (मध्य) आईपीएस दीक्षा कर रही हैं। इसके अलावा, स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) भी इस मामले की जांच में जुट गई है। कई जिलों में संदिग्ध ठिकानों पर छापेमारी चल रही है और कुछ संदिग्धों से पूछताछ भी की जा रही है।
पुलिस का दावा है कि जल्द ही इस केस में बड़ा खुलासा होगा और अपराधी पकड़े जाएंगे। इसबीच गोपाल खेमका हत्या मामले में जेल से तार जुड़ने की आशंका को देखते हुए 12 थानों की पुलिस, 200 से ज्यादा पुलिसकर्मी, चार एसडीपीओ, तीन डीएसपी पटना के एसएसपी के नेतृत्व में बेऊर जेल में छापेमारी की। बेऊर जेल से प्राप्त साक्ष्यों के आधार पर पुलिस इस मामले में आगे की कार्रवाई करेगी।
पुलिस का आशंका है कि जेल से ही गोपाल खेमका की हत्या की साजिश रची गई है। वहीं, पटना के एसएसपी कार्तिकेय शर्मा ने गोपाल खेमका के परिवार वालों से मिलने के बाद कहा है कि हत्याकांड में पुलिस को महत्वपूर्ण क्लू मिले हैं। बेऊर जेल में छापेमारी हुई है। कुछ महत्वपूर्ण कुल्लू मिले हैं। सब क्लू को एक साथ जोड़कर देखा जा रहा है।
पुलिस जल्द पूरे मामले का खुलासा करने की कोशिश करेगी। एसएसपी ने कहा कि हर पहलू पर पुलिस जांच कर रही है और हर एंगल से अनुसंधान किया जा रहा है। उधर, गांधी मैदान थाने में आईजी जितेंद्र राणा ने पटना एसएसपी कार्तिकेय शर्मा और सिटी एसपी सेंट्रल के साथ एक हाई लेवल मीटिंग की। इस मीटिंग में हत्या की साजिश, अपराधियों के नेटवर्क और पटना की सुरक्षा व्यवस्था पर गहन चर्चा हुई।
आईजी ने पुलिस को सख्त निर्देश दिए कि इस केस को जल्द से जल्द सुलझाया जाए। साथ ही, उन्होंने शहर में सुरक्षा बढ़ाने और ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने के आदेश दिए। इसबीच गोपाल खेमका हत्याकांड में जमीन माफियाओं की संलिप्तता सामने आई है। सूत्रों के मुताबिक अब तक की जांच में कई अहम सुराग मिले हैं, जिससे पुलिस की जांच जमीन विवाद की दिशा में आगे बढ़ी है।
बताया जा रहा है कि हत्या के पीछे भू-माफिया गिरोह का हाथ हो सकता है। पुलिस की टीमें इस एंगल पर गहन छानबीन कर रही हैं और कुछ संदिग्धों पर नजर रखी जा रही है। उम्मीद जताई जा रही है कि बहुत जल्द इस हत्याकांड का पूरा खुलासा किया जा सकता है।
वहीं, पटना के जोनल आईजी जितेन्द्र राणा ने बड़ा खुलासा करते हुए बताया कि पुलिस को इस हत्याकांड से जुड़ा एक अहम सुराग मिला है, जिसकी जांच तेजी से की जा रही है। जल्द ही पूरे मामले का खुलासा कर दिया जाएगा। इस बीच पुलिस की भूमिका पर भी सवाल उठे हैं।
मामले में किसी तरह की लापरवाही की जांच का निर्देश पटना एसएसपी को दिया गया है। जो भी पुलिसकर्मी दोषी पाए जाएंगे, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। आईजी ने साफ कहा कि अपराधी किसी भी हाल में नहीं बचेंगे और कानून के मुताबिक सख्त कार्रवाई की जाएगी।
उधर, खेमका हत्या कांड पर उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि सीएम नीतीश कुमार ने स्पष्ट निर्देश दिया है कि जिन लोगों ने कानून हाथ में लिया है पुलिस उनके घर में घुसकर उन्हें मारेगी। जिस अधिकारी की लापरवाही के चलते ऐसी घटना घटी है उसे भी स्पष्ट तौर पर चेतावनी दी गई है अगले 24 घंटे में उसके खिलाफ भी बड़ी कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने कहा कि न्याय देना सरकार का काम है। बिहार में कोई ऑर्गनाइज्ड क्राइम नहीं है। सम्राट चौधरी ने कहा कि नीतीश कुमार ने एसआईटी का गठन किया है और शीघ्र कार्रवाई की जाएगी। सरकार एक-एक बिंदु की जांच करेगी। कोई भी अपराधी किसी भी हालत में बचाने वाला नहीं है इतना जरूर स्पष्ट रखिए।
उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा ने शोक संतप्त परिवार से मुलाकात कर न्याय का भरोसा दिलाया। उन्होंने कहा कि अपराधियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा। प्रशासन को खुली छूट दी गई है। पाताल में भी अगर अपराधी छिपे होंगे तो उन्हें खींचकर लाया जायेगा। विजय सिन्हा ने साफ किया कि अब सिर्फ गिरफ्तारी नहीं होगी। जरूरत पड़ी तो एनकाउंटर और बुलडोजर की कार्रवाई भी की जाएगी।
उन्होंने कहा कि यह केवल एक हत्या नहीं, बल्कि कानून व्यवस्था को चुनौती देने की कोशिश है। जो भी इस जघन्य कृत्य में शामिल हैं ,चाहे वो धरती के किसी कोने में छिपे हों या पाताल में खींचकर निकाला जाएगा। बिहार पुलिस और प्रशासन को पूरी छूट दी गई है। अब कोई राजनीतिक या कानूनी ढाल नहीं, केवल कठोरतम कार्रवाई होगी।