गाजियाबाद में रईसजादों ने दिव्यांग पर चढ़ाई कार, मददगारों को भी दौड़ा-दौड़ाकर पीटा, रिक्शा समेत सड़क से करीब 10 फुट दूर गिरा
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: February 6, 2021 04:21 PM2021-02-06T16:21:07+5:302021-02-06T16:23:16+5:30
उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में कविनगर जैन मंदिर के सामने यह हादसा हुआ. दिव्यांग अपने रिक्शा समेत सड़क से करीब 10 फुट दूर जा गिरा और कार करीब 50 मीटर जाकर पलट गई.
गाजियाबादः उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में रईसजादों ने शुक्रवार रात को कविनगर जैन मंदिर के सामने एक दिव्यांग पर कार चढ़ा दी.
हादसा इतना भीषण था कि दिव्यांग अपने रिक्शा समेत सड़क से करीब 10 फुट दूर जा गिरा और कार करीब 50 मीटर जाकर पलट गई. इस हादसे के बाद मदद को आए लोगों को भी रईसजादों के दोस्तों ने दौड़ा-दौड़ाकर पीटा. इसी बीच लोग मदद के लिए पुलिस और एंबुलेंस को फोन करते रहे, लेकिन घटना के करीब 25 मिनट बाद डायल-112 की गाड़ी पहुंची. जबकि संबंधित थाना क्षेत्र की पुलिस को पहुंचने में करीब 40 मिनट लग गए. कार से कुछ खाली बोतलें और गिलास भी मिले हैं.
आरोपी 100 किमी प्रतिघंटा से भी ज्यादा की रफ्तार से कार चला रहे थे
रात करीब 10 बजे लग्जरी कार सवार कविनगर निवासी युवक तीन दोस्तों के साथ नासिरपुर फाटक की तरफ से नया रेलवे स्टेशन की तरफ आ रहा था. जैन मंदिर के सामने घर लौट रहे अवंतिका-47 निवासी दिव्यांग नीरज कुमार पर पीछे से कार चढ़ा दी. प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि आरोपी 100 किमी प्रतिघंटा से भी ज्यादा की रफ्तार से कार चला रहे थे.
रिक्शा को टक्कर मारने के बाद कार डिवाइडर से जा टकराई. कार पलटने की आवाज सुनकर आसपास के लोग मदद के लिए दौड़े. कुछ लोगों ने कार सवार युवकों को बाहर निकाला तो कुछ ने दिव्यांग को उठाकर एक तरफ लिटाया. मदद करनेवाले लोगों ने कार सवार युवकों से पूछा कि दिव्यांग का इलाज कौन कराएगा. इस बीच एक-एक करके कार सवार तीन युवक मदद के लिए पहुंची दोस्त की लग्जरी कार में जाकर बैठ गए, जबकि कुछ युवक मदद करने वालों से बहस करने लगे. रईसजादों ने अपने दोस्तों को फोन कर बुला लिया.
सड़क पर मदद करने वाले लोगों के साथ मारपीट की
थोड़ी देर में ही उनके दोस्त लग्जरी गाड़ियों में पहुंच गए और उन्होंने बीच सड़क पर मदद करने वाले लोगों के साथ मारपीट की. पीटते रहे मददगार, नहीं पहुंची पुलिस इस पूरे घटनाक्र म में पुलिस की त्वरित मदद भी लोगों को नहीं मिल पाई. एक्सीडेंट के बाद लोग मदद के लिए डायल 112, 108 व स्थानीय थाने को कॉल करते रहे, लेकिन कोई मदद नहीं पहुंची.
यहां तक की बीच सड़क पर मदद करनेवाले लोगों को रईसजादों के दोस्तों ने दौड़ाकर पीटा, लेकिन पुलिस का कोई अता-पता नहीं रहा. मदद के लिए नहीं रुके लोग हादसे के वक्त मदद को दौड़े लोगों ने कार सवार लोगों को हाथ देकर रोका और फिर हाथ जोड़कर अनुरोध भी किया कि किसी भी तरह से दिव्यांग को अस्पताल तक पहुंचा दो, लेकिन कोई नहीं रुका. इसी बीच एक ई-रिक्शा चालक को रोका, जिस पर पहले से सामान लदा था. लोगों ने उसके हाथ जोड़े तो वह अपने ई-रिक्शा से ले जाने को राजी हुआ.