आज बाढ़ पीड़ितों की कर रहे हैं मदद, कभी दर्जनों आपराधिक केस व अजित सरकार हत्याकांड में शामिल थे पप्पू यादव
By पल्लवी कुमारी | Published: October 8, 2019 05:18 PM2019-10-08T17:18:05+5:302019-10-08T17:18:05+5:30
बिहार के दबंग और बाहुबली नेता राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव बिहार की राजनीति में खास पहचान तब बनी जब वह 1990 में निर्दलीय विधायक बनकर बिहार विधानसभा में पहुंचे।
बिहार के बाहुबली नेता और पूर्व सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव इन दिनों बाढ़ पीड़ितों की मदद की वजह से चर्चा में आए हुए हैं। सोशल मीडिया पर लोग उनकी तारीफ करते थक नहीं रहे हैं। लोगों का कहना है कि बिहार में एक ऐसे ही नेता की जरूरत है। पिछले दस दिनों से पप्पू यादव जलजमाव से प्रभावित इलाकों में मदद करने के लिए घूम रहे हैं। पटना के आस-पास कई इलाकों में पप्पू यादव बाढ़ पीड़ितों के लिए राहत शिविर चला रहे हैं। आज भले ही पप्पू यादव राजनीति में अपनी छवि को सही करने के लिए बाढ़ पीड़ितों की मदद कर रहे हैं लेकिन राजनीति में उनकी एंट्री हुई अपराध के रास्ते से हुई है। तो चलिए बताते हैं आपको पप्पू यादव का राजनीति और अपराध के कनेक्शन के बारे में।
पप्पू यादव के समर्थन में ट्विटर पर हैशटैग "Bihar Wants Pappu Yadav" ('बिहार चाहे पप्पू यादव') ट्रेंड कर रहा था।
मैं अपने कर्तव्य का निर्वहन कर रहा हूं। भविष्य में क्या होगा,मुझे पता नहीं। लेकिन इतना पता है कि अंतिम सांस तक पीड़ितों की सेवा करता रहूंगा।
— Sewak Pappu Yadav (@pappuyadavjapl) October 7, 2019
जिन साथियों को मुझे से उम्मीदें हैं, जिनकी यह ख्वाहिश है -- Bihar wants Pappu Yadav !
उन्हें धन्यवाद! मुझे तो बस अपना सेवा धर्म निभाना है। https://t.co/wEDSeTytX4
बिहार के दबंग और बाहुबली नेता राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव बिहार की राजनीति में खास पहचान तब बनी जब वह 1990 में निर्दलीय विधायक बनकर बिहार विधानसभा में पहुंचे। बिहार में राजनीति और अपराध के बीच पनपे पप्पू यादव को बाहुबली नेता के रूप में जाना जाता है। हालांकि वह अपनी इस छवि के लिए सीधे तौर लालू प्रसाद यादव को दोषी ठहराते हैं।
पप्पू यादव ने कहा था- मुझे कुख्यात अपराधी लालू ने बनाया
एक अखबार को दिए इंटरव्यू में पप्पू यादव ने कहा था, 'मैं तो एक सीधा-सादा छात्र था। लालू का समर्थक था और उनको अपना आदर्श मानता था, लेकिन लालू ने मेरे साथ बार-बार छल किया। मुझे बिना अपराध किए ही कुर्सी का नाजायज फायदा उठाते हुए कुख्यात और बाहुबली बना दिया।'
इंटरव्यू पप्पू ने कहा था, मैंने नवल किशोर से बात कर लालू के लिए जमीन तैयार किया। लालू के नेता विरोधी दल बनने के अगले ही दिन पटना के सभी अखबारों में एक खबर प्रकाशित हुई कि कांग्रेस नेता शिवचंद्र झा की हत्या करने के लिए पूर्णिया से एक कुख्यात अपराधी पप्पू यादव पटना पहुंचा है। मैं इन सब से बेखबर था। मेरे एक मित्र नवल किशोर मुझे पटना विश्वविद्यालय के पीजी हॉस्टल ले गए और जहां कर मुझे पता चला कि मैं एक कुख्यात अपराधी बन चुका हूं।'
इस वक्त तक पप्पू बिहार का एक ऐसा कुख्यात अपराधी था, जिसके खिलाफ तब तक किसी थाने में कोई केस तक नहीं दर्ज था। पटना के सभी अखबारों में पप्पू यादव के खिलाफ खबर छपने के बाद वह तीन दिनों तक अपने एक दोस्त गोपाल के कमरे में छिपे रहें।
माकपा के पूर्व विधायक अजित सरकार के हत्याकांड में पप्पू यादव पर दर्ज हुआ मुकदमा
पप्पू यादव पर करीब 15 आपराधिक मामले दर्ज थे। लेकिन माकपा के पूर्व विधायक अजित सरकार के हत्याकांड में पप्पू यादव का नाम आने के बाद वो पूरे देश की सुर्खियां बने। अजित सरकार की 14 जून, 1998 को पूर्णिया में अज्ञात लोगों ने गोली मार कर हत्या कर दी थी। अजित और पप्पू के बीच किसानों के मुद्दे पर मतभेद था। इस मामले में पकड़े जाने के बाद पप्पू यादव को सिक्किम की जेल में रखा गया था। लेकिन राजनैतिक पहुंच के बाद उन्हें पटना के बेऊर जेल में स्थानांतरिक कर दिया गया।
अजित सरकार हत्याकांड की जांच सीबीआई के हवाले होने के बाद उन्हें दिल्ली के तिहाड़ जेल में रखा गया। इस मामले सीबीआई की विशेष अदालत ने इस हत्याकांड में पप्पू यादव, राजन तिवारी और अनिल यादव को उम्रकैद की सजा सुनाई थी। बाद में पटना हाईकोर्ट ने 2008 में पप्पू को रिहा कर दिया था।
पप्पू यादव का राजनीतिक सफर
- 1990 में निर्दलीय विधायक बन विधानसभा पहुंचे।
- आरजेडी के टिकट 1991 में पप्पू यादव पूर्णिया लोकसभा सीट से जीतकर संसद पहुंचे।
- 1996, 1999 और 2004 में भी आरजेडी से पप्पू यादव चुनाव जीतने में सफल रहे।
- 2014 के लोस चुनाव में आरजेडी के प्रत्याशी पप्पू यादव जदयू के प्रत्याशी शरद यादव को हराकर सांसद बने थे।
- पप्पू को पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए 2015 में आरजेडी से निष्कासित कर दिया गया था।
- आरजेडी से निष्कासित होने के बाद पप्पू यादव ने जेएपी पार्टी का गठन किया।
- मधेपुरा सीट से पप्पू यादव अपनी पार्टी जेएपी की ओर 2019 में चुनाव लड़े लेकिन हार गए।