झारखंड: खनन घोटाला मामले में ईडी ने की कई जगहों पर छापेमारी, वरिष्ठ IAS अधिकारी पूजा सिंघल के पास से मिले 17 करोड़ रुपए कैश
By एस पी सिन्हा | Updated: May 6, 2022 18:42 IST2022-05-06T18:42:00+5:302022-05-06T18:42:00+5:30
ईडी की छापेमारी में भ्रष्ट आईएएस अधिकारी पूजा सिंघल के पास से करीब 17 करोड़ रुपए से ज्यादा नगद बरामद होने की सूचना है। कैश ज्यादा मिलने क कारण नोट गिनने की मशीन को मंगाकर नोटों की गिनती की गई।

झारखंड: खनन घोटाला मामले में ईडी ने की कई जगहों पर छापेमारी, वरिष्ठ IAS अधिकारी पूजा सिंघल के पास से मिले 17 करोड़ रुपए कैश
रांची:झारखंड में खनन घोटाला मामले में ईडी ने बड़ी कार्रवाई की है। इस मामले में झारखंड की वरिष्ठ आइएएस अधिकारी व खान एवं भूविज्ञान विभाग की सचिव पूजा सिंघल व उनसे जुड़े व्यक्तियों के 20 ठिकानों पर आज सुबह करीब सात बजे से प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम ने एक साथ छापेमारी शुरू कर दी थी। ईडी की छापेमारी में भ्रष्ट आईएएस अधिकारी पूजा सिंघल के पास से करीब 17 करोड़ रुपए से ज्यादा नगद बरामद होने की सूचना है। कैश ज्यादा मिलने क कारण नोट गिनने की मशीन को मंगाकर नोटों की गिनती की गई।
प्राप्त जानकारी के अनुसार रांची में आईएएस अधिकारी पूजा सिंघल के सरकारी आवास और उनके पति के आवास सहित, व्यावसायिक कई जगहों पर ईडी की छापेमारी जारी है। पूजा सिंघल के ससुर कामेश्वर झा को ईडी ने मधुबनी स्थित आवास से गिरफ्तार किया गया है। अवैध सम्पति मामले में यह कार्रवाई की गई है। पूजा को झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का काफी नजदीकी माना जाता है।
हाल के दिनों में खनन अनियमितता को लेकर सोरेन के खिलाफ भी शिकंजा कसा गया है। अब पूजा के खिलाफ हुई कार्रवाई को उसी कड़ी में जोड़कर देखा जा रहा है। ईडी अधिकारी ने बताया कि झारखंड, बिहार और पश्चिम बंगाल में 18 परिसरों में धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत छापामारी की जा रही है।
ईडी की इस कार्रवाई से खलबली मच गई है। ईडी ने व्यवसायी अमित अग्रवाल के ठिकानों पर भी छापामारी की है, जो पूजा सिंघल के करीबी बताये जा रहे हैं। पूजा सिंघल के मुजफ्फरपुर स्थित मिठनपुरा ठिकाने भी पर ईडी की छापेमारी गई है। यह मकान पूजा सिंघल के ससुर कामेश्वर झा का है। उनके पुत्र अभिषेक झा से पूजा सिंघल ने दूसरी शादी की है।
बताया जाता है कि पूजा सिंघल के ससुर कामेश्वर झा मुजफ्फरपुर में डीपीआरओ रह चुके हैं। बासा के अधिकारी थे और आईएएस में प्रमोशन मिला था। फिलहाल सेवानिवृत्त हो चुके हैं। पूजा सिंघल 2000 बैच की भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) की अधिकारी हैं और पहले खूंटी जिले में डीसी के रूप में तैनात थीं। वर्तमान में खान एवं भूविज्ञान विभाग की सचिव के साथ-साथ झारखंड राज्य खनिज विकास निगम लिमिटेड (जेएसएमडीसी) की प्रबंध निदेशक भी हैं।
झारखंड में हुए मनरेगा के 18.06 करोड़ रुपये के घोटाले के वक्त पूजा सिंघल खूंटी की डीसी थी। इस दौरान जांच के घेरे में आए जूनियर इंजीनियर राम विनोद प्रसाद सिन्हा ने डीसी ऑफिस तक पहुंचने की बात स्वीकारी थी। जूनियर इंजीनियर राम विनोद प्रसाद सिन्हा के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय द्वारा पीएमएलए के तहत दर्ज मामले से भी जुड़ा है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार पीएमएलए के तहत मामला दर्ज होने के बाद सिन्हा को 17 जून, 2020 को पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले से प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारी के दौरान सिन्हा ने कमीशन की राशि डीसी ऑफिस तक पहुंचने की बात स्वीकारी थी। यह से केंद्रीय जांच एजेंसी ने सिन्हा के खिलाफ झारखंड विजिलेंस ब्यूरो की ओर से दर्ज किए गए 16 प्राथमिकी और दायर चार्जशीट का संज्ञान लिया था, जिसके मुताबिक सिन्हा पर 18.06 करोड़ रुपए के सरकार फंड के दुरुपयोग का आरोप था।