कैब ड्राइवर को बनाता था शिकार, बेरहमी से करता था कत्ल..., दिल्ली पुलिस ने 24 सालों से फरार सीरियल किलर को किया गिरफ्तार
By अंजली चौहान | Updated: July 6, 2025 15:43 IST2025-07-06T15:40:38+5:302025-07-06T15:43:20+5:30
Serial Killer: 48 वर्षीय अजय लांबा 2001 से चार क्रूर हत्या-सह-डकैती मामलों में वांछित था।

कैब ड्राइवर को बनाता था शिकार, बेरहमी से करता था कत्ल..., दिल्ली पुलिस ने 24 सालों से फरार सीरियल किलर को किया गिरफ्तार
Serial Killer: दिल्ली पुलिस ने 24 सालों से फरार अपराधी को गिरफ्तार कर लिया है। दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने बताया कि आरोपी कई कैब ड्राइवरों की हत्या करने और उनके वाहनों को नेपाल सीमा पार बेचने के आरोप में पकड़ा गया है। 48 वर्षीय अजय लांबा 2001 से चार क्रूर हत्या-सह-डकैती के मामलों में वांछित था। लगातार निगरानी और जांच के बाद आखिरकार उसे पकड़ लिया गया।
लांबा अपने साथियों के साथ दिल्ली और आस-पास के राज्यों से टैक्सियाँ किराए पर लेता था, उत्तराखंड की ओर जाता था और फिर एक खौफनाक योजना को अंजाम देता था। वे ड्राइवरों को बेहोश कर देते थे, उनका गला घोंट देते थे और पकड़े जाने से बचने के लिए उनके शवों को दूरदराज के पहाड़ी इलाकों में फेंक देते थे। चोरी की गई गाड़ियों को सीमा पार तस्करी करके नेपाल में बेचा जाता था।
पुलिस उपायुक्त आदित्य गौतम ने एक बयान में कहा, "आरोपी, एक कुख्यात लुटेरा-सह-हत्यारा, वर्ष 2001 के दौरान दिल्ली, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में कैब ड्राइवरों को निशाना बनाकर चार क्रूर लूट-सह-हत्या के मामलों में शामिल था।"
#WATCH | Delhi Police Crime Branch arrested a criminal, Ajay Lamba alias Bansi, a proclaimed offender, who had been absconding for the last 25 years. He was wanted in connection with a murder case registered at PS New Ashok Nagar, Delhi.
— ANI (@ANI) July 6, 2025
The accused, a notorious… pic.twitter.com/y0Qf4eFT1B
पहली बार कब हुआ था गिरफ्तार
पुलिस ने बताया कि लांबा 2008 से 2018 के बीच नेपाल में रहा, उसके बाद वह अपने परिवार के साथ देहरादून में रहने लगा। 2020 में, वह कथित तौर पर ओडिशा से दिल्ली और भारत के अन्य हिस्सों में गांजा ले जाने वाली एक ड्रग सप्लाई चेन में शामिल हो गया। उसे 2021 में दिल्ली में NDPS केस में और बाद में 2024 में ओडिशा के बेहरामपुर में एक ज्वेलरी शॉप डकैती में गिरफ्तार किया गया था। वह दोनों मामलों में जमानत पर बाहर था।
इन वर्षों के दौरान, लांबा ने अपने अतीत को छुपाए रखा। पुलिस ने कहा, "उसने 2001 की हत्याओं में अपनी संलिप्तता या अपनी फरार स्थिति के बारे में कभी किसी को नहीं बताया।"
लांबा के दो पूर्व सहयोगियों धीरेंद्र और दिलीप नेगी को पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया था। मारे गए चार ड्राइवरों में से पुलिस केवल एक शव बरामद करने में सफल रही है।
कक्षा 6 का ड्रॉपआउट बना सीरियल किलर
मूल रूप से दिल्ली का रहने वाला लांबा कक्षा 6 में ही स्कूल छोड़ कर चला गया और बाद में बरेली चला गया। वहां, उसने धीरेंद्र और नेगी के साथ मिलकर एक घातक गठबंधन बनाया और बेखबर कैब ड्राइवरों को निशाना बनाया।
उस पर चोरी और अवैध हथियार रखने सहित कई अन्य मामले भी दर्ज हैं।
पुलिस का मानना है कि लांबा और भी हत्याओं में शामिल हो सकता है। अब उससे आगे की सुराग के लिए पूछताछ की जा रही है।