कलयुगी बेटे ने शराब के नशे में लकवाग्रस्त मां की लाठी से पीट-पीटकर हत्या की
By भाषा | Published: May 6, 2020 02:04 PM2020-05-06T14:04:37+5:302020-05-06T14:05:32+5:30
देश भर में 17 मई तक लॉकडाउन है। इस बीच कुछ चीज में छूट दी गई। देश भर में शराब की दुकान पर सबसे ज्यादा भीड़ देखी जा रही है। छत्तीसगढ़ के जांजगीर चांपा जिले में एक आदमी ने मां को मार डाला।
कोरबाः छत्तीसगढ़ के जांजगीर चांपा जिले में मंगलवार को शराब के नशे में एक बेटे ने कथित तौर पर मां की पीट-पीटकर हत्या कर दी। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।
गौरतलब है कि लॉकडाउन के कारण राज्य में लंबे अंतराल के बाद बीते सोमवार से ही शराब की दुकानें फिर से खोली गई हैं। जांजगीर चांपा जिले के पुलिस अधिकारियों ने बुधवार को बताया कि जिले के कोतवाली थाना क्षेत्र के अंतर्गत पुटपुरा गांव में मंगलवार को शराब के नशे में अमृतलाल गढ़ेवाल (41 वर्ष) ने अपनी मां सुखिन बाई (60 वर्ष) की लाठी से पीट-पीटकर हत्या कर दी।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि अमृत लाल मंगलवार को दोपहर बाद शराब पीकर घर लौटा और अपनी पत्नी से विवाद करने लगा। विवाद से नाराज होकर उसकी पत्नी छोटी बच्ची को साथ लेकर घर से निकल गई। उन्होंने बताया कि जब इसका विरोध अमृत लाल की लकवाग्रस्त मां सुखिन बाई ने किया तो उसने मां को लाठी से पीटना शुरू कर दिया जिससे उनकी मृत्यु हो गई।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस दल घटनास्थल पर पहुंचा व शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। उन्होंने बताया कि पुलिस ने अमृत लाल को गिरफ्तार कर लिया है। देशव्यापी लॉकडाउन के कारण छत्तीसगढ़ के सभी जिलों की शराब दुकानें बंद कर दी गई थीं।
राज्य के वाणिज्यिक कर (आबकारी) विभाग के निर्देश के बाद सोमवार, चार मई से शराब दुकानें खोल दी गई हैं। राज्य के मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी और अन्य सामाजिक संगठनों ने राज्य सरकार के इस फैसले का विरोध किया है।
शिकारी ने जंगल में वन रक्षक की गोली मारकर हत्या की
ग्वालियर से लगभग 40 किलोमीटर दूर घाटीगांव के जंगल में एक शिकारी ने 24 वर्षीय वन रक्षक की कथित तौर पर गोली मारकर हत्या कर दी। पुलिस आरोपी की तलाश कर रही है। घाटीगांव के अनुविभागीय पुलिस अधिकारी प्रवीण अष्ठाना ने बताया कि वन रक्षक दीपू राणा की हत्या के आरोप में घाटीगांव इलाके के रामपुरा गांव में रहने वाले रामकिशन के खिलाफ भादंवि की धारा 302 (हत्या) तथा वन कानून की सम्बद्ध धाराओं में मामला दर्ज कर उसकी तलाश की जा रही है।
उन्होंने बताया कि दीपू की ड्यूटी पाटई के सनकुंआ बीट पर थी। गश्त के दौरान दीपू के साथ वन विभाग के दस्ते को जंगल में कुछ लोग बांस काटते दिखाई दिए, लेकिन दस्ते को देखकर ये लोग वहां से भाग गए। इसके बाद दीपू वहीं मंदिर पर बैठ गया। इस बीच गोली चलने की आवाज पर दीपू वहां पहुंचा तो वहां शिकारी रामकिशन बाज का शिकार कर रहा था और एक बाज वहां मरा पड़ा था।
अष्ठाना ने बताया कि वनरक्षक दीपू को देखते ही रामकिशन ने बंदूक से उस पर गोली चला दी और वहां से फरार हो गया। गोली लगने से दीपू घायल हो गया। वनकर्मियों ने उसे अस्पताल पहुंचाया, जहां उसकी मौत हो गयी। उन्होंने कहा कि आरोपी को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि पुलिस मामला दर्ज कर जांच कर रही है।