छठ घाट पर बड़ा हादसाः गिरिडीह और पलामू में नदी में डूबने से 6 बच्चों की मौत
By भाषा | Published: November 10, 2021 03:20 PM2021-11-10T15:20:45+5:302021-11-10T15:22:19+5:30
छठ पर्व पर प्रातः स्नान करने महिलाओं के साथ बच्चे नदी तट पर गये थे जहां महेश सिंह का पुत्र मुन्ना सिंह, मदन सिंह की पुत्री सुहाना कुमारी, टिंकू सिंह की पुत्री सोनाक्षी कुमारी और बोकारो के अजय शर्मा की पुत्री दीक्षा कुमारी नदी में गहरे पानी में चले जाने से डूब गयी।
गिरिडीहः झारखंड के गिरिडीह जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र में मंगरोडीह गांव में छठ पूजा के दौरान उसरी नदी में दस वर्ष से कम उम्र के चार बच्चे पानी में डूब गए। उधर, पलामू जिलान्तर्गत राजहारा कोयल नदी स्थित छठ घाट पर मंगलवार शाम डूबने से दो बच्चों की मौत हो गई। पुलिस सूत्रों ने यह जानकारी दी।
पुलिस सूत्रों ने यहां बताया कि छठ पर्व पर प्रातः स्नान करने महिलाओं के साथ बच्चे नदी तट पर गये थे जहां महेश सिंह का पुत्र मुन्ना सिंह, मदन सिंह की पुत्री सुहाना कुमारी, टिंकू सिंह की पुत्री सोनाक्षी कुमारी और बोकारो के अजय शर्मा की पुत्री दीक्षा कुमारी नदी में गहरे पानी में चले जाने से डूब गयी।
उन्होंने बताया कि इससे इन बच्चों की मौत हो गयी। उन्होंने बताया कि बच्चों को आनन फानन में नदी से बाहर निकाल कर गिरिडीह सदर अस्पताल ले जाया गया जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। गांव के लोगों ने बताया कि नदी में पानी काफी था और बच्चों को गहराई का अंदाजा नहीं लगा।
उन्होंने बताया कि सभी बच्चों की उम्र 10 वर्ष से कम बतायी गयी है। उन्होंने बताया कि दीक्षा छठ पूजा के लिए बोकारो से अपने नानी के घर मंगरोडीह आयी थी। इस घटना से गांव में मातम छा गया है। सभी राजनीतिक दलों के नेताओं ने इस घटना पर दुःख व्यक्त किया है।
छठ स्नान के दौरान डूबने वाले एक बच्चे का शव बरामद कर लिया गया लेकिन दूसरे बच्चे के शव का अब तक पता नहीं चल पाया है। पुलिस ने बताया कि दोनों बच्चे राजहारा गांव के राजू भुईयां के पुत्र थे। राजू भुईयां के साले की पत्नी राजहारा स्थित छठ घाट पर छठ स्नान एवं पूजा करने गई थी और उसके साथ राजू की पत्नी और बच्चे भी गए थे।
पुलिस ने बताया कि दस वर्षीय शशि कुमार को स्थानीय लोगों ने नदी से बाहर निकाला, वहीं सात वर्षीय साजन का शव नदी से निकाला नहीं जा सका। इस बीच अनुमंडल पदाधिकारी राजेश कुमार साह ने बताया कि बच्चे को नदी से निकालने के बाद उसकी स्थिति गंभीर बनी हुई थी और उसे इलाज के लिए परिजन मेदिनीराय चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल ले गए जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।