दारोगा-कांस्टेबल मर्डर केस में छपरा जिला परिषद की अध्यक्ष मीना अरुण गिरफ्तार, थाने पर अंधाधुंध फायरिंग में हुई थी इनकी हत्या, जानें पूरा मामला
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: August 26, 2019 01:39 PM2019-08-26T13:39:47+5:302019-08-26T13:39:47+5:30
20 अगस्त को छपरा के मढौरा में पुलिस टीम पर अपराधियों ने फायरिंग की थी। जिसमें दारोगा मिथिलेश कुमार को गोली लगी और मौके पर मौत हो गई। इसी के साथ सिपाही फारूक अहमद की भी मौत हुई थी।
बिहार के छपरा दारोगा और कांस्टेबल मर्डर केस मामले में जिला परिषद की अध्यक्ष मीना अरुण गिरफ्तार कर लिया गया है। अध्यक्ष मीना अरुण को सदर डीएसपी अजय कुमार ने गिरफ्तार किया है। मीना अरुण की गिरफ्तारी से पहले इस हत्याकांड में एक अन्य आरोपी अभिषेक सिंह ने सरेंडर किया था। मीना अरुण इस मामले की मुख्य आरोपी बनाई गई है। मीना अरुण को तब गिरफ्तार किया गया, जब वह सरेंडर के लिए कोर्ट जा रही थी।
20 अगस्त को छपरा के मढौरा में पुलिस टीम पर अपराधियों ने फायरिंग की थी। जिसमें दारोगा मिथिलेश कुमार को गोली लगी और मौके पर मौत हो गई। इसी के साथ सिपाही फारूक अहमद की भी मौत हुई थी। इस घटना में एक और पुलिसकर्मी घायल भी हुये थे।
Chhapra: Zila Parishad Chairman Mina Arun was arrested while she was on her way to a court to surrender, in connection with the murder case of a SIT police sub-inspector & constable. #Bihar
— ANI (@ANI) August 26, 2019
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक अपराधियों ने इस हत्याकांड को अंजाम देने के बाद एके-47 राइफल और दारोगा की सर्विस रिवाल्वर भी लूट कर ले गये थे। इस घटना के बाद पुलिस व्यवस्था पर कई सवाल उठे थे।