बुलंदशहर हिंसा में चश्मदीद पुलिसवाले ने बताया, एक साथ 300-400 लोगों ने हमपर किया था हमला
By स्वाति सिंह | Published: December 4, 2018 08:41 AM2018-12-04T08:41:54+5:302018-12-04T08:41:54+5:30
उत्तर प्रदेश के मेरठ मंडल से जुड़े बुलंदशहर जनपद में सोमवार को कथित तौर पर गोकशी के बाद मचे बवाल में गुस्साई भीड़ ने स्याना थाने के इंस्पेक्टर की पत्थर या किसी भारी वस्तु मार कर हत्या कर दी।
उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में हुई में एक पुलिस इंस्पेक्टर की मौत हो गई। घटनास्थल पर मौजूद रहे सब-इंस्पेक्टर सुरेश कुमार ने पूरे मामले के चश्मदीद रहे। सुरेश कुमार ने बताया कि एक साथ 300-400 लोगों की भीड़ ने पत्थरों से हमला कर दिया था। जैसे तैसे वह अपनी जान बचा कर वहां से भाग आया।
उन्होंने बताया कि सुबोध बाउंड्री के पास घायल पड़े थे। मैं उन्हें गाड़ी में लेकर जैसे ही चला वहां भीड़ आ गई। हर तरफ से सिर्फ पकड़ लो, मारो-मारो की आवाज आ रही थी। इसके बाद सभी अपनी जान बचा कर भागने लगे तो मैं भी अपनी जान बचाने के लिए भाग गया। फिर भी लगातार गोली चल रही थी।
बता दें कि उत्तर प्रदेश के मेरठ मंडल से जुड़े बुलंदशहर जनपद में सोमवार को कथित तौर पर गोकशी के बाद मचे बवाल में गुस्साई भीड़ ने स्याना थाने के इंस्पेक्टर की पत्थर या किसी भारी वस्तु मार कर हत्या कर दी। वहीं गोली लगने से एक युवक की मौत हुई है। सीएम योगी आदित्य नाथ ने इस मामले पर जांच के आदेश दे दिए हैं। प्रदेश सरकार ने इस मामले की जांच एडीजी इंटेलीजेंस को सौंपी है जो 48 घंटे के अंदर रिपोर्ट देंगे इसके साथ ही मेरठ रेंज के महानिरीक्षक की अध्यक्षता में एक एसआईटी का भी गठन किया है।
इंस्पेक्टर सुबोध कुमार के परिवारवालों को 50 लाख रुपये और सरकारी नौकरी देगी योगी सरकार
उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुलंदशहर हिंसा में मारे गए इंस्पेक्टर सुबोध कुमार के परिजनों को 50 लाख और नौकरी देने की घोषणा की है। सीएम योगी ने सुबोध कुमार की पत्नी को 40 लाख और माता-पिता के लिए 10 लाख और घरवालों को सरकारी नौकरी देने का ऐलान किया है। मालूम हो कि मेरठ मंडल से जुड़े बुलंदशहर जनपद में सोमवार को कथित तौर पर गोकशी के बाद मचे बवाल में गुस्साई भीड़ ने स्याना थाने के इंस्पेक्टर की पत्थर या किसी भारी वस्तु मार कर हत्या कर दी। वहीं, गोली लगने से एक युवक की मौत हुई है। सीएम योगी आदित्य नाथ ने इस मामले पर जांच के आदेश दे दिए हैं।
एडीजी कानून व्यवस्था आनंद कुमार ने बताई पूरी घटना
मेरठ मंडल आयुक्त अनीता सी मेश्राम ने इस मामले में स्याना के कोतवाल सुबोध कुमार सिंह की मौत की पुष्टि की है। उधर लखनऊ में सोमवार शाम एडीजी कानून व्यवस्था आनंद कुमार ने पत्रकार वार्ता में बताया कि बुलंदशहर में हुयी हिंसा के दौरान पुलिस इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की मौत इलाज के दौरान हुई। संभवत: उन्हें कोई पत्थर या भारी वस्तु लगी थी। कथित गोकशी की घटना के बाद पथराव में एक थाना इंचार्ज और एक अन्य की मौत के मामले की जांच एडीजी इंटलीजेंस करेंगे और 48 घंटे के अंदर अपनी गोपनीय रिपोर्ट सौंपेंगे।