बिहार: हत्या के संदेह में महिला के कपड़े फाड़कर निर्वस्त्र घुमाया, RJD नेता समेत 15 गिरफ्तार
By एस पी सिन्हा | Published: August 21, 2018 03:47 PM2018-08-21T15:47:04+5:302018-08-21T20:10:47+5:30
सोमवार की शाम जिले के बिहियां में युवक की हत्या कर शव को रेलवे ट्रैक पर फेंक दिया गया था। इस घटना के बाद आक्रोशित भीड ने न सिर्फ आगजनी और बवाल किया बल्कि एक स्थानीय महिला को निर्वस्त्र कर सडकों पर घुमाया।
पटना, 21 अगस्त: बिहार के भोजपुर जिले के बिहिया में अज्ञात अपराधियों ने एक युवक की हत्या कर रेलवे ट्रैक पर फेंक दिया। घटना के बाद भीड द्वारा एक महिला को नंगा कर घुमाने के बाद पुलिस महकमे में हडकंप मची है। इस 'चीरहरण' की घटना ने एक बार फिर से सियासत तेज कर दी है। वहीं, उग्र भीड द्वारा एक महिला के कपडे फाडने और उसे निर्वस्त्र कर घुमाने के मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए एक राजद नेता समेत 15 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।
उल्लेखनीय है कि सोमवार की शाम जिले के बिहियां में युवक की हत्या कर शव को रेलवे ट्रैक पर फेंक दिया गया था। इस घटना के बाद आक्रोशित भीड ने न सिर्फ आगजनी और बवाल किया बल्कि एक स्थानीय महिला को निर्वस्त्र कर सडकों पर घुमाया। जानकारी के मुताबिक, नामांकन के लिए पटना आ रहे एक लडके का शव जिले के बिहिया में रेड लाइट एरिया के पास रेलवे ट्रैक के पास मिला।
इसके बाद लोगों का गुस्सा फूट पडा। गुस्सायी भीड ने रेड लाइट एरिया के कई घरों में आग लगा कर बवाल काटा। साथ ही एक महिला को आरोपित करते हुए निर्वस्त्र कर घुमाया गया। इस घटना के बाद पुलिस ने एक राजद नेता समेत 15 लोगों को गिरफ्तार किया है, जबकि कई अन्य की तलाश वीडियो फुटेज के आधार पर की जा रही है।
पुलिस ने जिस राजद कार्यकर्ता को हिरासत में लिया है उसका नाम कौशल कुमार यादव है। महिला को निर्वस्त्र करने के मामले में कौशल यादव का नाम सामने आया तो सवाल राजद पर भी उठने लगे हैं। लिहाजा पार्टी ने कौशल को अपना कार्यकर्ता तक बताने से इंकार कर दिया। बिहियां में राजद के प्रखंड अध्यक्ष सियाराम यादव ने बताया कि पुलिस द्वारा महिला को निर्वस्त्र कर घुमाने के मामले जिसे गिरफ्तार किया गया है वो राजद का कार्यकर्ता नहीं है।
लेकिन जो जानकारी मिल रही है उसके मुताबिक पुलिस द्वारा बिहियां थाना क्षेत्र के जमुआ गांव से गिरफ्तार नेता कौशल कुमार यादव राजद का सक्रिय कार्यकर्ता है। स्थानीय लोगों ने भी कहा है कि कि वह पार्टी के हर छोटे-बडे कार्यक्रम में सक्रिय रहता है और कई वरिष्ठ नेताओं से उसके अच्छी पहचान की बात बताई जा रही है।
वहीं, कुछ लोगों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया है कि घटना के बाद भी कौशल लगातार भीड को गाइड करता रहा। महिला को निर्वस्त्र करने और उसकी पिटाई करने में भी स्थानीय लोग भी उसका नाम ले रहे हैं। बिहियां की इस घटना के बाद स्थानीय पुलिस ने वीडियो फुटेज एवं सीसीटीवी फुटेज के आधार पर लोगों को हिरासत में लिया है जो अलग-अलग गांव से ताल्लुक रखते हैं।
पुलिस ने घटना के बाद शाहपुर थाना क्षेत्र के दामोदरपुर गांव में भी छापा मारा और वहां के कुछ लोगों को भी भीड को उकसाने के आरोप में हिरासत में लिया है। अब तक जो जानकारी मिली है उसके मुताबिक भीड स्थानीय पुलिस और थानेदार की लापरवाही के कारण हिंसक हो गई। इसके बाद देखते ही देखते वह सब हुआ जो बिहियां में आज से पहले नहीं हुआ था।
बिहियां में जिस जगह पर युवक का शव मिला उस जगह से उसका गांव दामोदरपुर 20 किलोमीटर के आसपास है। युवक की हत्या की खबर जब उसके घर तक पहुंची तो घर पर सिर्फ उसकी मां और एक बहन थी जबकि इस वारदात के अगले दिन तक मृतक का बडा भाई और उसके पिता जोधपुर से बिहियां नहीं पहुंच सके थे। ऐसे में ये बात लोगों को समझ नहीं आ रही है कि आखिर बवाल और उपद्रव की शुरुआत किसने की और भीड को हिंसक किसने बनाया।
पुलिस अधीक्षक अवकाश कुमार ने बताया कि भीड ने पास से गुजर रही ट्रेन पर भी पथराव किया। उन्होंने बताया कि घटनास्थल पर पहुंची पुलिस को हिंसा पर उतारू लोगों को नियंत्रित करने के लिए हवाई फायरिंग करनी पडी। भीड की ओर से भी गोलीबारी की गई। उन्होंने वहां स्थिति को नियंत्रण में बताते हुए कहा कि इस मामले में प्राथमिकी दर्ज किये जाने के साथ भीड में शामिल लोगों की शिनाख्त कर उनकी गिरफ्तारी के लिए प्रयास जारी है।
इस घटना के बाद कार्रवाई हुई और आईजी ने बिहियां के थानाध्यक्ष, समेत आठ पुलिसकर्मियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। जीआरपी के थानाध्यक्ष को भी उनके उच्चाधिकारी ने निलंबित कर दिया। फिलहाल इस पूरे ईलाके को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया है। एसपी अवकाश कुमार के अनुसार स्थिती बिल्कुल नियंत्रण में है और उन्होंने पीडित महिला के मौत की खबर को भी गलत बताते हुए कहा कि वह बिल्कुल ठीक है, उसे चोटें आई हैं और उसका ईलाज चल रहा है।