राजद विधान पार्षद रामबली सिंह चंद्रवंशी पर गंभीर आरोप, युवक ने लगाया अप्राकृतिक यौनाचार के प्रयास का आरोप, पुलिस जांच में जुटी
By एस पी सिन्हा | Published: February 6, 2022 04:39 PM2022-02-06T16:39:12+5:302022-02-06T16:40:24+5:30
बिहार में अरवल जिले के सोनभद्र का रहने वाला एक युवक ने सचिवालय थाने में दिए गए अपने आवेदन में कहा कि वह 4 फरवरी की रात 11:00 बजे के आसपास विधानपार्षद आवास में थे.
पटनाः बिहार की राजधानी पटना के सचिवालय थाना में राजद विधान पार्षद रामबली सिंह चंद्रवंशी पर अप्राकृतिक यौनाचार की मंशा से अश्लील व्यवहार करने पर आवेदन दिया है. 2020 में भी चंद्रवंशी पर अप्राकृतिक यौनाचार का केस दर्ज हुआ था.
पुलिस ने पीड़ित युवक के आवेदन को स्वीकर कर लिया है और जांच की बात कही है. वहीं राजद विधानपार्षद ने आरोपों को निराधार बताया है. प्राप्त जानकारी के अनुसार अरवल जिले के सोनभद्र का रहने वाला एक युवक ने सचिवालय थाने में दिए गए अपने आवेदन में कहा कि वह 4 फरवरी की रात 11:00 बजे के आसपास विधानपार्षद आवास में थे.
इसी दौरान रामबली सिंह चंद्रवंशी के द्वारा अप्राकृतिक यौन संबंध बनाने की मंशा से उसके साथ अश्लील व्यवहार किया गया. लेकिन विरोध करने पर मारपीट किया गया. जिसके बाद मैं और मेरे दो साथी आनन-फानन में जान बचाते हुए वहां से भागे. इसी क्रम में मेरा ब्लू रंग का जैकेट भी वहीं पर छूट गया. भागते समय उन्होंने हम लोगों को झूठे मुकदमे में फंसाने और जान से मारने की धमकी दी.
युवक ने अपने आवेदन में कहा है कि वह विधानपार्षद के क्षेत्र का रहने वाला है. हम लोग इनके पास सामाजिक मुद्दों पर चर्चा एवं विचार विमर्श के लिए मिलने आए थे. शाम ज्यादा होने की वजह से विधानपार्षद ने अपने आवास पर ही रहने और खाने को बोला. मेरे दोस्तों को नीचे कमरे में तथा मुझे ऊपर वाले कमरे में अपने साथ सोने के लिए बोले.
रात 11:00 बजे के आसपास अश्लील व्यवहार करने लगे. जब हमने इसका विरोध किया तो मुझे पीटा भी गया. लेकिन किसी तरह हम वहां से जान बचाकर भागे. आवेदन में उल्लेख है कि इसके पहले भी इन पर पीरबहोर थाना में इसी प्रकार का एक मामला कांड संख्या 148/ 20 दर्ज है. ऐसे में पुलिस इस मामले में संज्ञान लेते हुए न्याय एवं सुरक्षा दे.
वहीं, सचिवालय थाने की पुलिस ने आवेदन स्वीकार कर जांच करने की बात कही है. थाना प्रभारी ने कहा कि आवेदन मिला है. पुलिस हर बिंदू की जांच कर आगे की कार्रवाई करेगी. जबकि चंद्रवंशी ने कहा कि आरोप बिल्कुल निराधार है. जब इस तरह की कोई बात ही नहीं है तो फिर क्या कहेंगे. हमें इस मामले में कोई जानकारी नहीं है. पुलिस के पास आवेदन दिया गया है तो उसे जांच करने दीजिए.