बिहार राजनीति में हलचल, जदयू के पूर्व विधान पार्षद पर यौन शोषण का आरोप, पीड़िता ने लिखी सीएम को चिट्ठी, कहा- 12 साल से जुर्म
By एस पी सिन्हा | Published: July 6, 2020 05:54 PM2020-07-06T17:54:41+5:302020-07-06T17:54:41+5:30
सोनेलाल मेहता की विधान पार्षद सदस्यता मई महीने में ही खत्म हुई थी. ऐसे में पूर्व विधानपार्षद पर आरोप लगने के बाद सियासी गलियारे में बवाल मच गया है. इसके बाद अब सोनेलाल मेहता इस मामले में सफाई देने के लिए खुद सामने आए हैं.
पटनाः बिहार में सत्तारूढ़ दल जदयू के पूर्व विधान पार्षद और खगड़िया के जिलाध्यक्ष सोनेलाल मेहता पर यौन शोषण का आरोप लगा है. एक महिला ने आरोप लगाया है कि सोनेलाल मेहता ने 2008 से अबतक 12 साल तक उसके साथ यौन शोषण किया.
आरोप लगाने वाली महिला ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिखते हुए न्याय की गुहार लगाई है. सोनेलाल मेहता की विधान पार्षद सदस्यता मई महीने में ही खत्म हुई थी. ऐसे में पूर्व विधानपार्षद पर आरोप लगने के बाद सियासी गलियारे में बवाल मच गया है. इसके बाद अब सोनेलाल मेहता इस मामले में सफाई देने के लिए खुद सामने आए हैं.
पूर्व विधान पार्षद सोनेलाल मेहता के ऊपर आरोप लगाने वाली महिला का कहना है कि जदयू नेता ने 2008 में उसके साथ तारापीठ मंदिर में शादी की थी और इस बात का भरोसा दिया था कि वह पूरे सम्मान के साथ उसे घर ले जाएंगे. लेकिन 12 साल गुजर जाने के बावजूद सोनेलाल मेहता ने पीड़िता को पत्नी वाला सम्मान का दर्जा नहीं दिया.
पीड़िता ने इस मामले में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिखा
अब पीड़िता ने इस मामले में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिखा है और साथ ही साथ मीडिया के सामने आकर सोनेलाल मेहता पर गंभीर आरोप लगाए हैं. पीड़िता का कहना है कि सोनेलाल मेहता जब विधान पार्षद बने तो उन्होंने दो बार मुझे अपने साथ रखा एक बार अपने सरकारी आवास के स्टाफ क्वार्टर में भी कुछ दिनों के लिए ले जा कर रखा.
लेकिन बाद में उन्होंने दूरी बना ली. धीरे-धीरे सोनेलाल मेहता ने फोन उठाना भी बंद कर दिया और अब वह उसके साथ कोई संबंध नहीं रखना चाहते हैं. इसके बाद सोनेलाल मेहता ने सफाई देते हुए कहा है कि उनके खिलाफ राजनीतिक मकसद से बड़ी साजिश रची गई है. जिस महिला को वह जानते तक नहीं उसके द्वारा गंभीर आरोप लगाए गए हैं.
उन्होंने कहा है कि पार्टी से जुडे़ नेता अशोक सिंह लगातार उनके खिलाफ साजिश रच रहे हैं. इस बात की जानकारी उन्होंने जदयू नेतृत्व को भी दे दी है. सोनेलाल मेहता ने कहा कि अशोक सिंह ने उस महिला को खड़ा करके मुझे फंसाने के लिए झूठा आरोप लगा दिया.
उन्होंने कहा कि ये अशोक सिंह की चाल है. उसे पार्टी से निष्कासित भी कर दिया गया है, लेकिन वो मुझे बदनाम कर रहा है. वो मेरी छवी इसलिए खराब कर रहा है ताकि मुझे दोबारा विधान परिषद में मौका न मिले. उन्होंने कहा कि शुरू से ही अशोक सिंह उन्हें बदनाम करने की कोशिश कर रहा है.