मुजफ्फरपुरः मालिक ने कुत्ते की फोड़ दी आंख, प्रताड़ित और इलाज नहीं करने पर FIR, जानें क्या है पूरा मामला
By एस पी सिन्हा | Published: June 4, 2021 08:26 PM2021-06-04T20:26:14+5:302021-06-04T20:27:39+5:30
पूर्व केंद्रीय मंत्री व एनिमिल एक्टिविस्ट मेनका गांधी को ईमेल किया. उनकी पहल के बाद ही प्राथमिकी दर्ज हुआ. बताया गया है कि आरोपित राजकुमार एक कुत्ता पाले हुए है.
पटनाः बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में पालतू कुत्ते को प्रताड़ित करने व उसके बीमार होने पर इलाज नहीं कराने के मामले में पुलिस ने उसके मालिक के खिलाफ केस दर्ज किया है.
मामला जिले के मिठनपुरा थाने इलाके के मालीघाट की बताई जा रही है. जहां पशु सुरक्षा से जुड़ी एक संस्था 'आवाज बेजुबानों की' के सचिव सुमंत शेखर की शिकायत के आधार पर कुत्ते के मालिक राजकुमार के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज किया गया है. फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी है. बताया जाता है संगठन के सचिव सुमंत शेखर को प्राथमिकी कराने में परेशानी का सामना करना पड़ा.
पूर्व केंद्रीय मंत्री व एनिमिल एक्टिविस्ट मेनका गांधी को ईमेल किया. उनकी पहल के बाद ही प्राथमिकी दर्ज हुआ. बताया गया है कि आरोपित राजकुमार एक कुत्ता पाले हुए है. उसने अपने कुत्ते की एक आंख फोड़ दी, साथ ही उसका इलाज भी नहीं कराया, जिसके कारण पशु के शरीर पर कीडे़ लगने लगे.
इस बात की जानकारी पशुओं की सुरक्षा से जुड़ी एक संस्था को मिली तो उनके सचिव ने कुत्ते के मालिक से पूछताछ शुरू की तो उनके द्वारा उनके द्वारा अभद्र व्यवहार किया गया. संस्था सचिव सुमंत शेखर ने बताया कि बावजूद संस्था की ओर से पशु चिकित्सक को बुलाकर कुत्ते का इलाज कराया गया.
प्राथमिकी में सुमंत शेखर ने बताया है कि उन्हें मोबाइल पर सूचना मिली मालीघाट मोहल्ले में राज कुमार के यहां लासा एप्सो प्रजाति का एक डॉग लंबे समय से बीमार है, जिसका इलाज नहीं कराया जा रहा है. उसका दायां आंख फोड़ दिया गया है और पूरे शरीर में कीड़ा लगा है. गुरुवार को संगठन के अध्यक्ष विशाल मोहन उनके घर पहुंचे और कहा कि हम इसका इलाज करायेंगे तो डॉग के मालिक ने मना कर दिया.
संगठन के अध्यक्ष ने कहा कि जब हमने कहा कि ये गलत है इससे आपके ऊपर कार्रवाई हो सकती है, तो डॉग मालिक ने गाली-गलौज व बदसलूकी की. कहा कि मेरा डॉग है, मैं चाहे जैसे रखूं या मार दूं. इसके बावजूद संगठन ने डॉक्टर बुला कर उसका इलाज कराया, तो डॉक्टर ने स्पष्ट कहा कि इसकी हालत बहुत खराब है. यह कई महीनों से बीमार है.
संगठन के अध्यक्ष विशाल मोहन ने बताया कि जब वे लोग इस मामले को लेकर मिठनपुरा थाना पहुंचे तो आवेदन लेने से इनकार कर दिया गया. इसके बाद मेनका गांधी को ईमेल से घटना की जानकारी दी. इसके तुरंत बाद उन्हें आश्वासन मिला कि जल्द कार्रवाई होगी.
जानकारी मिली की एसएसपी से मेनका गांधी ने खुद बात की. कुछ देर बाद थानेदार ने प्राथमिकी दर्ज करते हुए संगठन के अध्यक्ष को जानकारी दी. वहीं, थानाध्यक्ष भागीरथ प्रसाद ने बताया कि कांड दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है.