बिहार में फर्जी थाने का खुलासा, 500 दिहाड़ी पर काम कर रहा था नकली दारोगा, युवती अनीता देवी के पास से देसी कट्टा बरामद
By एस पी सिन्हा | Published: August 17, 2022 07:23 PM2022-08-17T19:23:34+5:302022-08-17T21:09:47+5:30
बिहारः एसडीपीओ डीसी श्रीवास्तव ने बताया कि फर्जी पुलिस गिरोह का संचालन करने वाला मुख्य सरगना अभी फरार है। जल्द ही उसे भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
पटनाः बिहार में अबतक फर्जी पुलिस वाले, फर्जी अधिकारी पकडे़ जाते थे। लेकिन अब बिहार पुलिस के नाक के नीचे फर्जी थाने का भी संचालन किया जाने लगा है। जिसका खुलासा होने के बाद पुलिस अधिकारी भी हैरान हो गए हैं।
बांका जिले में सुबह-सुबह पुलिस ने अनुराग गेस्ट हाउस में फर्जी तरीके से संचालित हो रहे कृत्रिम थाने का उद्भेदन किया। इस दौरान पुलिस की फर्जी वर्दी में एक युवक और युवती को भी गिरफ्तार किया है। फिलहाल, पुलिस पूरे मामले की जांच में जुट गई है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार पुलिस ने दरोगा का किरदार निभा रही युवती अनीता देवी के पास से एक देसी कट्टा भी बरामद किया है। इससे पता चलता है कि ये कट्टा उसके वरीय पदाधिकारी द्वारा सीखने के लिये दिया गया था और उसकी बहाली झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के कहने पर हुई है।
वहीं, फर्जी पुलिस थाने में मुंशी का काम कर रहे फुल्लीडुमर के लौढिया गांव के रमेश कुमार और सुल्तानगंज के खानपुर की रहने वाली जुली कुमारी को भी हिरासत में लिया गया है। भागलपुर जिला अंतर्गत खानपुर के ही आकाश कुमार को भी पुलिस वर्दी में कई अन्य कागजात के साथ गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस द्वारा पूछताछ में सबों ने अपने सीनियर ऑफिसर फुल्लीडुमर निवासी भोला यादव के बारे में बताते हुए कहा कि उन्हीं के दिशा निर्देश पर हमलोग कार्य करते हैं। इसके एवज में हमें ₹500 की दिहाड़ी मिलती है।
पुलिस ने गेस्ट हाउस से इनके निजी रसोईया को भी गिरफ्तार किया है। फिलहाल इनसे पूछताछ की जा रही है। इस संबंध में एसडीपीओ डीसी श्रीवास्तव ने बताया कि फर्जी पुलिस गिरोह का संचालन करने वाला मुख्य सरगना अभी फरार है। जल्द ही उसे भी गिरफ्तार कर लिया।