बिहारः जदयू एमएलसी राधाचरण साह और पार्टनर अशोक प्रसाद के 24 से अधिक ठिकानों पर ईडी की छापेमारी, कई अहम सबूत हाथ लगे, बालू सिंडिकेट की अहम जानकारी
By एस पी सिन्हा | Published: June 5, 2023 06:30 PM2023-06-05T18:30:20+5:302023-06-05T18:31:22+5:30
बिहार में ईडी की रेडः ब्रॉडसन और आदित्य नाम की दो कंपनियों और इससे जुड़े लोगों के ठिकाने पर बिहार, झारखंड और ओडिशा में ईडी ने छापेमारी की है।
पटनाः बिहार में सत्तारूढ़ दल जदयू के विधान पार्षद राधाचरण साह (सेठ) और उनके पार्टनर अशोक प्रसाद के 24 से अधिक ठिकानों पर ईडी ने छापेमारी की है। राधाचरण के आरा में बाबू बाजार स्थित आवास और पटना के सरकारी आवास पर ईडी की टीम के साथ सीआरपीएफ के जवान मौजूद थे।
इसके साथ ही ब्रॉडसन और आदित्य नाम की दो कंपनियों और इससे जुड़े लोगों के ठिकाने पर बिहार, झारखंड और ओडिशा में ईडी ने छापेमारी की है। इसमें ब्रॉडसन के मालिक सुभाष यादव, राधाचरण साह सहित कई लोगों के नाम शामिल हैं। ईडी को कई अहम सबूत हाथ लगे हैं। बताया जा रहा कि बालू से जुड़े मामले में छापेमारी की गई है।
इसके साथ ही राजद प्रमुख लालू यादव के करीबी माने जाने वाले सुभाष यादव के दानापुर के नारियल के आवास पर छापेमारी की गई है। सुभाष यादव झारखंड के चतरा लोकसभा सीट से चुनाव भी लड़ चुके हैं। इनके और राधाचरण सेठ के घर इससे पहले भी आयकर विभाग की टीम ने फरवरी महीने में अचल संपत्ति को लेकर इनके कई ठिकानों पर रेड मारी थी।
इस दौरान पांच दिनों तक इनके और करीबियों के यहां पूछताछ हुई थी। वहीं, बालू के धंधे से जुड़ी ब्रॉडसंस कमोडिटीज प्राइवेट लिमिटेड कम्पनी के निदेशक मंडल के सदस्य और राजद नेता सह झारखंड के कोयला और शराब व्यवसायी पुंज कुमार सिंह के धनडीहा स्थित आवास पर भी छापामारी की गई है।
बता दें कि अप्रैल 2022 में आरा-बक्सर के एमएलसी चुनाव में राधाचरण साह ने लगातार दूसरी बार जीत हासिल की है। 70 के दशक में राधाचरण साह की आरा रेलवे स्टेशन के बाहर जलेबी की दुकान हुआ करती थी। इसके बाद जमीन का कारोबार करने लगे। फिर जब बिहार सरकार ने बालू के ठेके का आवंटन करना शुरू किया तो राधाचरण यहां भी पीछे नहीं रहे।
बालू की ठेकेदारी करते-करते राधा चरण साह होटल के व्यवसाय में उतर गए और उनकी गिनती शहर के रईसों में होने लगी। राधा चरण साह लंबे समय से बालू सिंडिकेट से जुड़े रहे हैं। इसके बाद विधान पार्षद बने। राधा चरण साह बिहार की राजनीति में जाना-माना नाम है। जदयू के कई शीर्ष नेता उनके करीबी माने जाते हैं।
राधाचरण के मुताबिक 1971 में जलेबी बेचने का काम करते थे। यह काम पहले उनके पिता संभालते थे। इसके बाद धीरे-धीरे होटल शुरू किया। इस समय उनके पास दुकान, राइस मिल, कोल्ड स्टोर आदि हैं। मनाली में भी उनका रिसॉर्ट है। राधाचरण साह प्रदेश के बड़े बालू कारोबारी हैं। उनके देश के कई हिस्सों में संपत्ति है।