बिहारः सत्तारूढ़ दल जदयू नेता अवधेश कुमार को अपनी पत्नी से ही जान को खतरा, नक्सली संपर्क होने की बात को लेकर सीएम नीतीश से गुहार
By एस पी सिन्हा | Published: May 10, 2022 05:33 PM2022-05-10T17:33:22+5:302022-05-10T17:34:25+5:30
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आवास पर परिवार के साथ पहुंचे बेहद खौफजदा जदयू नेता ने बताया कि पत्नी नक्सलियों के साथ सांठगांठ कर पूरे परिवार को परेशान कर रही है.
पटनाः बिहार में एक बड़ा ही दिलचस्प मामला सामने आया है, जहां सत्तारूढ़ दल जदयू के अतिपिछड़ा प्रकोष्ठ के प्रदेश महासचिव अवधेश कुमार ने मुख्यमंत्री आवास पहुंचकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से अपने और परिवार की सुरक्षा की गुहार लगाई है.
खास बात यह है कि जदयू के इस नेता को किसी और से नहीं बल्कि अपनी पत्नी से ही खतरा है. नीतीश कुमार के आवास पर परिवार के साथ पहुंचे बेहद खौफजदा जदयू नेता ने बताया कि पत्नी नक्सलियों के साथ सांठगांठ कर पूरे परिवार को परेशान कर रही है. जदयू नेता का आरोप है कि उनकी पत्नी नक्सली कमांडर मनोज लालदेव के बहकावे में आकर उसके मुताबिक काम कर रही है.
नक्सली पूरे परिवार के साथ मारपीट करते हैं और पत्नी के द्वारा झूठा मुकदमा में भी फंसा दिया जाता है. अवधेश लाल दरभंगा के बहादुरपुर थाना इलाके के मेघना गांव के रहने वाले हैं. मेरे घर पर नक्सली कमांडर अपने साथियों के साथ आकर मेरे पूरे परिवार को खत्म करने की धमकी भी दे चुके हैं. उन्होंने बताया कि 2006 में बहरी थाना के पकड़ीगांव में मेरी शादी हुई थी.
शादी के कुछ साल बाद से ही मुझे उसके नक्सलियों के साथ सांठगांठ की जानकारी मिली. जदयू नेता के मुताबिक इस वर्ष 17 जनवरी को मेरी दादी का निधन हो गया. निधन के अगले दिन नक्सली कमांडर मनोज लाल ने कई नक्सलियों के साथ मेरे पूरे घर को घेर लिया. मैंने इस बात सूचना स्थानीय थाने से लेकर पुलिस के आलाधिकारियों को दी लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई.
इसके बाद डीजीपी से फोन पर संपर्क किया. जिसके बाद स्थानीय थाना की पुलिस मेरे घर पहुंची और नक्सलियों की घेराबंदी की बात को हटाकर पति और पत्नी के बीच का विवाद बताकर मामले को रफा दफा कर दिया. उनका कहना है कि मैं पार्टी का पुराना कार्यकर्ता हूं और पदाधिकारी भी इसलिए नीतीश कुमार से गुहार लगाने आया हूं.
जदयू नेता के मुताबिक के कई दफे मामला थाने और कोर्ट कचहरी तक के जा चुका है. उनका पत्नी के साथ से जो विवाद रहा है इस मामले में समझौता भी हो चुका है. 2012 में भी उनके ऊपर मनोज लाल देव ने एक झूठा मुकदमा कराया था. अवधेश लाल देव का कहना है कि वह अपने बेटे और बेटी को पटना में रहकर पढ़ा रहे हैं, लेकिन बार-बार पत्नी की तरफ से परेशान किया जा रहा है.
जदयू नेता ने बताया कि इसके पहले भी उन्होंने मुख्यमंत्री सचिवालय से लेकर कई जगह गुहार लगाया है. लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है. ऐसे में मुख्यमंत्री से ही न्याय की उम्मीद है. उन्होंने नीतीश कुमार से इस मामले में तत्काल हस्तक्षेप करने की मांग की है.