62 लाख रुपये गबन के आरोप में सासाराम नगर परिषद के मुख्य पार्षद कंचन देवी गिरफ्तार
By एस पी सिन्हा | Published: June 18, 2021 08:47 PM2021-06-18T20:47:33+5:302021-06-18T20:49:52+5:30
नगर परिषद के मुख्य पार्षद कंचन देवी की गिरफ्तारी 62 लाख के गबन मामले में हुई है. बिना काम कराए ही 8 योजनाओं की राशि की निकासी का आरोप कंचन देवी पर लगा है.
पटनाः बिहार के रोहतास जिले के जिला मुख्यालय सासाराम की नगर परिषद के मुख्य पार्षद को गिरफ्तार किया गया है.
नगर परिषद के मुख्य पार्षद कंचन देवी की गिरफ्तारी 62 लाख के गबन मामले में हुई है. बिना काम कराए ही 8 योजनाओं की राशि की निकासी का आरोप कंचन देवी पर लगा है. नगर थाना क्षेत्र के बेदा से पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया है. बताया जाता है कि डीएम के निर्देश पर कंचन देवी पर जनवारी व अप्रैल में दो प्राथमिकी दर्ज कराए गए थे.
पहली प्राथमिकी जनवरी में बुडको के सहायक अभियंता जितेन्द्र कुमार ने दर्ज करायी थी, जिसमें वार्ड नंबर 24 में अन्य योजनाओं से पूर्व में कराए गए कार्य के बाद भी उसी योजना का चयन करके बिना कार्य कराए साढे़ सात लाख रुपए की निकासी की गई थी. जिसमें बुडको के सहायक अभियंता का फर्जी हस्ताक्षर करके राशि की निकासी की गई थी.
इस संबंध में रोहतास एसपी आशीष भारती ने बताया कि मुख्य पार्षद कंचन देवी पिछले कई महीनों से फरार चल रही थी. बिना काम कराएं कई योजनाओं में पैसे निकाल लिए गए थे. पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि नगर थाना के बेदा के पास एक मकान में मुख्य पार्षद कंचन देवी छिपी हुई है. इसी सूचना के बाद पुलिस ने महिला पुलिस के साथ छापेमारी की और मुख्य पार्षद कंचन देवी को गिरफ्तार कर लिया.
वहीं, डीएम के आदेश पर कंचन देवी पर दूसरी प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी. नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी अभिषेक आनंद ने एक मार्च को प्राथमिकी दर्ज कराया था. मुख्य पार्षद कंचन देवी पर आरोप था कि वार्ड 11 में सात योजनाओ पर बिना कार्य कराए ही 58 लाख रुपए की निकासी कर ली गी.
इसमें विधायक मद से कार्य कराने के बाद नगर पंचायत की योजना से बिना कार्य कराए ही राशि की निकासी की गई थी. इसके बाद पुलिस उनकी गिरफ्तारी के लिए लगातार प्रयासरत थी, जिसमें आज उसे सफलता मिली. कंचन देवी से पूछताछ के बाद अदालत में पेश किया जायेगा.