'उड़ता बिहार' बनने के राह पर है अग्रसर राज्य, ड्रग के आदी हो रहे हैं युवा
By एस पी सिन्हा | Published: September 16, 2020 03:23 PM2020-09-16T15:23:10+5:302020-09-16T16:07:25+5:30
बक्सर के ब्रह्मपुर में चर्चित तस्कर उधारी सिंह को 10 ग्राम हेरोइन के साथ गिरफ्तार किया गया. हेरोइन तस्करी के सरगना अमरजीत पासवान तथा विनय पासवान के घर में छापेमारी करते हुए पुलिस ने 62 ग्राम हेरोइन तथा सवा तीन लाख नकद के साथ कई बैंक खाते जब्त कर लिए
पटना: बॉलीवुड में आज ड्रग की गहमागहमी जहां हलचल मचाये हुए है, वहीं अब बिहार के युवा भी इसकी चपेट में आते जा रहे हैं. बिहार में शराबबंदी के बाद से राजधानी पटना और आसपास के भोजपुर, बक्सर आदि जिलों में ड्रग्स का कारोबार तेजी से फैल रहा है. हेरोइन, ब्राउन शुगर और गांजा जैसे नशीले पदार्थों के सौदागरों की लगातार गिरफ्तारी से इस बात की पुष्टि होती है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार 2016 में पटना पुलिस ने गांधी मैदान इलाके में थाइलैंड से आई हेरोइन पकड़ी थी. चूंकि, इसकी कीमत ब्राउन शुगर से अधिक होती है, इसलिए तस्करों ने इसे बेचना शुरू कर दिया. पिछले छह महीने में डीआरआइ (डायरेक्टोरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस)और बिहार पुलिस ने 70 क्विंटल से अधिक गांजा जब्त किया है. वहीं, साढ़े छह किलो चरस, 15 किलो ब्राउन शुगर और हेरोइन बरामद की जा चुकी है. पटना में ब्राउन शुगर ने भी पांव पसार लिए हैं. भाभीजी उर्फ राधा का गिरोह बड़े पैमाने पर यह काम कर रहा है. पुलिस ने उसे 10 लाख रुपये और एक किलोग्राम ब्राउन शुगर के साथ गर्दनीबाग से दबोचा था, वह इन रुपयों से नशे का स्टॉक करने जा रही थी. इसके बाद अभिमन्यु को चार किलोग्राम ब्राउन शुगर के साथ पकड़कर जेल भेजा गया. बेउर जेल में रहने के बावजूद भाभीजी ने धंधा जारी रखा. इस रहस्य पर से पर्दा तब उठा, जब तीन दिन पहले पोस्टल पार्क से उसके गुर्गे सुदामा की गिरफ्तारी हुई. सुदामा के कमरे से पुलिस ने 2.111 किलोग्राम गांजा और 80 हजार की नकदी बरामद की थी.
बताया जा रहा है कि सुदामा ने बताया था कि भाभीजी जेल से उसे फोन द्वारा निर्देश देती है कि कब और कहां किसके पास से माल लेना है. माल (ब्राउन शुगर) लेकर वह कमरे पर आता था. एक ग्राम की एक पुड़िया तैयार करता था, जिसे वह एजेंटों को 400 रुपये में बेच देता था. एजेंट नशे के आदी लोगों को 100 रुपये मुनाफे पर एक पुड़िया बेचते थे. केवल सुदामा के जरिए भाभीजी जेल में रहते हुए 50 लाख रुपये का कारोबार कर लेती थी. उसके जैसे और कितने लोग भाभीजी के लिए काम कर रहे हैं, ये उसे भी नहीं पता. हेरोइन की खरीद और बिक्री के लिए आरा शहर का गांगी क्षेत्र भी कुख्यात हो रहा है. यहां के तस्करों का नेटवर्क बिहार की राजधानी पटना से लेकर, झारखंड, कोलकाता एवं दिल्ली तक है. भोजपुर का बिहिया और शाहपुर इलाका भी इसकी जद में है. जबकि बक्सर जिले के ब्रह्मपुर, सिमरी, टुडीगंज आदि स्थानों के अलावा शहर के शांतिनगर को हेरोइन की उपलब्धता के लिए चिन्हित किया गया है. भोजपुर पुलिस ने झारखंड के जसीडीह इलाके के गिधनी गांव निवासी सिकंदर को गिरफ्तार किया था. उसके पास से 300 पुडिया ब्राउन शुगर बरामद की गई थी. पूछताछ में पता चला कि बरामद ब्राउन शुगर आरा शहर के गांगी क्षेत्र से खरीदने के बाद झारखंड में ले जाकर अपने क्षेत्र में बेचता था.
वहीं, बक्सर के ब्रह्मपुर में चर्चित तस्कर उधारी सिंह को 10 ग्राम हेरोइन के साथ गिरफ्तार किया गया. हेरोइन तस्करी के सरगना अमरजीत पासवान तथा विनय पासवान के घर में छापेमारी करते हुए पुलिस ने 62 ग्राम हेरोइन तथा सवा तीन लाख नकद के साथ कई बैंक खाते जब्त कर लिए. हालांकि, दोनों फरार होने में कामयाब रहे. जबकि टुडीगंज बाजार से 42 ग्राम हेरोइन के साथ तीन तस्करों को गिरफ्तार किया गया. अब तक गिरफ्तार किए गए तस्करों से पूछताछ में पुलिस को जो जानकारी मिली है, उसके अनुसार बक्सर जिले में हेरोइन की तस्करी उत्तर प्रदेश के गाजीपुर से संचालित की जाती है. वहां से माल बक्सर आता है, फिर बक्सर से अन्य प्रखंडों में रहने वाले तस्करों को इसकी आपूर्ति की जाती है. इसतरह से बिहार में शराबबंदी के बाद से यह धंधा अब जमकर फलने-फूलने लगा है. नशे के आदी युवा इसे बेधडक उपयोग करने लगे हैं. ऐसे में अब तो यह भी कहा जाने लगा है उडता पंजाब की तरह बिहार भी कहीं उडता बिहार न बन जाये.