भय्यूजी महाराज आत्महत्या मामले में पुलिस का दावा, नशे में लिखवाया गया था सुसाइड नोट
By स्वाति सिंह | Published: March 20, 2019 09:20 AM2019-03-20T09:20:11+5:302019-03-20T12:51:28+5:30
भय्यू महाराज (50) ने अपने बंगले में 12 जून को गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी। अधिकारियों के मुताबिक पुलिस की शुरूआती जांच में सामने आया है कि भय्यू महाराज कथित पारिवारिक कलह से परेशान थे।
भय्यू महाराज आत्महत्या मामले में पुलिस ने कोर्ट को एक नया चालान पेश किया है। मामले की जांच कर रहे आजाद नगर सीएसपी सुरेंद्र सिंह तोमर की चार्जशीट के मुताबिक सुसाइड नोट भय्यू महाराज ने सेवादार विनायक के नाम लिखा था। इसके साथ ही पुलिस बे दावा किया है कि सेवादारों ने साजिश कर के महाराज को डिप्रेशन की दवा के नशे में सुसाइड नोट लिखवाया था।
पुलिस द्वारा जारी इस चालान में भय्यू महाराज की आत्महत्या के लिए सेवादार विनायक दुधाले, पलक पुराणिक और शरद देशमुख की ब्लैकमेलिंग का जिक्र है। इस सभी सेवादारों पर महाराज को आत्महत्या के लिए उकसाने, वसूली और संपत्ति हथियाने के लिए साजिश रचने का आरोप लगा है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इस मामले में पुलिस ने लगभग 125 लोगों से पूछताछ की है। इसके साथ ही पुलिस ने तीनों आरोपी सेवादारों के बीच हुई मोबाइल चैटिंग डिटेल्स निकालने के बाद पाया कि इन्हीं ने महाराज की संपत्ति हथियाने के लिए दो साल से महाराज के इर्द-गिर्द रहते हुए एक बड़ा षड्यंत्र रचा था।
गौरतलब है कि भय्यू महाराज (50) ने अपने बंगले में 12 जून को गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी। अधिकारियों के मुताबिक पुलिस की शुरूआती जांच में सामने आया है कि भय्यू महाराज कथित पारिवारिक कलह से परेशान थे। हालांकि, पुलिस अन्य पहलुओं पर भी विस्तृत जांच कर पता लगाने में जुटी है कि हजारों लोगों की उलझनें सुलझाने का दावा करने वाले आध्यात्मिक गुरु को आत्महत्या का गंभीर कदम आखिर क्यों उठाना पड़ा।