शख्स ने 19 वर्षीय लड़की को 2 लाख रुपये में खरीदकर किया प्रेग्नेंट, फिर बच्चा लेकर हो गया फरार
By अनुराग आनंद | Published: February 11, 2021 09:25 AM2021-02-11T09:25:51+5:302021-02-11T09:29:38+5:30
छत्तीसगढ़ में 19 साल की एक लड़की को कथित तौर पर 2 लाख रुपये में बेच दिया गया था। खरीदने वाले शख्स ने लड़की को गर्भवती कर छोड़ दिया।
रायपुर:छत्तीसगढ़ में एक 19 वर्षीय लड़की को काम दिलाने के बहाने कथित तौर पर मानव तस्करी रैकेट ने अपना शिकार बना लिया। अब इस मामले में पता चला है कि इस मानव तस्करी रैकेट का संचालन ममता अग्रवाल नामक एक महिला करती थी।
टाइम्स नाऊ के मुताबिक, कथित तौर पर किशोरी को 2 लाख रुपये में बेचा गया था और उसे खरीदने वाले व्यक्ति द्वारा यह कीमत लगाया गया था। ममता अग्रवाल नाम की महिला दो अन्य व्यक्तियों- शेफाली और केशव की मदद से इस रैकेट को चलाती थी।
मध्य प्रदेश के रायसेन में नौकरी दिलाने के बहाने आरोपी महिला द्वारा लड़की से संपर्क किया गया और उससे दोस्ती की गई। मानव तस्करी के इस रैकेट को चला रही महिला ने यह सबकुछ एक योजना के तहत किया।
इसके बाद ममता अग्रवाल के कहने पर लड़की अपने माता-पिता को बताए बिना केशव नाम के शख्स के साथ काम करने के लिए तैयार हो गई। यही नहीं लड़की उस शख्स के साथ घर में किसी को बताए बिना फरार हो गई। किशोरी के माता-पिता को लगा कि वह किसी से संभव है कि प्रेम करती हो और वह उसके साथ रह रही होगी, इसलिए परिवार ने पुलिस को सूचित नहीं किया।
लड़की ने दिसंबर 2020 में बच्चे को जन्म दिया-
लड़की जब रायसेन पहुंची तो उसने महसूस किया कि उसके साथ धोखा हुआ है। केशव ने कथित तौर पर किशोरी से शादी की और बाद में उसने बताया कि शख्स ने उसे 2 लाख रुपये में खरीदा है। इस बीच, लड़की गर्भवती हो गई और उसने पिछले साल दिसंबर में एक बच्चे को जन्म दिया।
शख्स बच्चे के साथ अचानक एक दिन गायब हो गया-
दो महीने के बाद, केशव बच्चे के साथ अचानक एक दिन गायब हो गया। मीडिया ने बताया कि महिला किसी तरह जगदलपुर लौटने में सफल रही और उसने पुलिस से संपर्क किया। केशव की तलाश के लिए एक विशेष टीम गठित की गई, जबकि दूसरी टीम ने शेफाली के घर पर छापे मारे और उसे दबोचने में कामयाब रही।
आरोपी केशव ने स्वीकार किया कि उसने बच्चे को ममता अग्रवाल को सौंप दिया-
सूचना मिलने के बाद एक्टिव पुलिस ने केशव को गिरफ्तार कर लिया है। केशव ने स्वीकार किया कि उसने बच्चे को ममता अग्रवाल को सौंप दिया है। पुलिस ने अग्रवाल का पता लगाने के लिए एक खोज शुरू की और भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की संबंधित धाराओं के तहत उसे गिरफ्तार कर लिया है।