Badlapur Encounter: एनकाउंटर से पहले पुलिस वैन में क्या हुआ था? जानें बदलापुर कांड से जुड़ी 10 बड़ी बातें
By अंजली चौहान | Updated: September 25, 2024 11:48 IST2024-09-25T11:47:09+5:302024-09-25T11:48:46+5:30
Badlapur Encounter: आरोपी अक्षय शिंदे के पिता ने बॉम्बे हाई कोर्ट में दायर की याचिका, याचिका में आरोपी अक्षय शिंदे के पिता अन्ना शिंदे ने मामले की विशेष जांच दल (एसआईटी) से जांच कराने की मांग की है।

Badlapur Encounter: एनकाउंटर से पहले पुलिस वैन में क्या हुआ था? जानें बदलापुर कांड से जुड़ी 10 बड़ी बातें
Badlapur Encounter:महाराष्ट्र के बदलापुर में यौन उत्पीड़न के आरोपी की एनकाउंटर मौत को लेकर मामला गहराता जा रहा है। आरोपी अक्षय शिंदे को पुलिस वैन में पुलिस इंस्पेक्टर संजय शिंदे द्वारा गोली मारी गई जिसके लेकर अब परिजनों का पुलिस पर गंभीर आरोप लगाया जा रहा है। संदेह के घेरे में घिरे संजय शिंदे ने दावा किया है कि पुलिस वैन के अंदर पिस्तौल पकड़ने के बाद अक्षय शिंदे ने चेतावनी दी थी कि वह किसी को नहीं छोड़ेगा। वहीं, ठाणे में मुंब्रा पुलिस ने पुलिस अधिकारी पर गोली चलाने के लिए अक्षय शिंदे के खिलाफ 'हत्या के प्रयास' के लिए प्राथमिकी दर्ज की।
वहीं, महाराष्ट्र की एकनाथ शिंदे सरकार अब विपक्षी पार्टी कांग्रेस के सवालों का सामना कर रही है। मामले में सियासत शुरू हो गई है और आरोपी के एनकाउंटर पर कई तरह के सवाल खड़े किए जा रहे हैं।
मालूम हो कि बदलापुर के एक स्कूल में दो किंडरगार्टन लड़कियों के साथ यौन उत्पीड़न करने वाले आरोपी अक्षय शिंदे के खिलाफ केस चल रहा था। जांच के लिए गठित एसआईटी की टीम मामले में जांच कर रही थी और आरोपी को अपनी गिरफ्त में ले रखी थी।
बदलापुर कांड से जुड़ी 10 बातें
1- एनकाउंटर पर इंस्पेक्टर संजय शिंदे ने कहा कि उन्होंने आत्मरक्षा में जवाबी कार्रवाई की क्योंकि अक्षय शिंदे के व्यवहार से लग रहा था कि वह सभी को मार देगा।
2- अपनी शिकायत में, संजय शिंदे ने कहा कि वह बदलापुर पुलिस द्वारा अक्षय शिंदे की पहली पत्नी की शिकायत पर दर्ज एक अन्य अपराध की भी जांच कर रहे हैं, जिसमें उन पर यौन उत्पीड़न और अप्राकृतिक यौन संबंध बनाने का आरोप लगाया गया है।
3- शिकायत में कहा गया है कि सोमवार शाम को पुलिस की एक टीम अक्षय शिंदे को उसकी पत्नी द्वारा दर्ज मामले की जांच के लिए तलोजा जेल से बाहर ले गई। पुलिस इंस्पेक्टर ड्राइवर के केबिन में ड्राइवर के पास बैठे थे, जबकि दो कांस्टेबल और सहायक पुलिस इंस्पेक्टर नीलेश मोरे अक्षय शिंदे के साथ वैन में पीछे बैठे थे। जब वे शील-दैघर पुलिस स्टेशन के पास पहुंचे, तो एपीआई मोरे ने इंस्पेक्टर संजय शिंदे को बुलाया और उन्हें बताया कि अक्षय शिंदे पूछ रहा था कि वे उसे क्यों ले जा रहे हैं और उसने कौन सा नया अपराध किया है।
4- शिकायत में कहा गया है कि इसके बाद अक्षय शिंदे ने पुलिसकर्मियों को गाली देना शुरू कर दिया, इसलिए इंस्पेक्टर शिंदे ने वैन रोक दी और पीछे के हिस्से में जाकर अन्य लोगों के साथ बैठ गए। अक्षय शिंदे के दोनों ओर एपीआई मोरे और कांस्टेबल अभिजीत मोरे बैठे थे। संजय शिंदे और कांस्टेबल हरीश तावड़े आमने-सामने बैठे थे।
5- शिकायत में कहा गया है कि गोली एपीआई मोरे को लगी और वे बेहोश हो गए। शिकायत में दावा किया गया है कि इसके बाद अक्षय ने पिस्तौल जब्त कर ली और इंस्पेक्टर शिंदे और कांस्टेबल पर तानते हुए कहा, "अब मैं किसी को जिंदा नहीं छोड़ूंगा।"
6- इंस्पेक्टर शिंदे ने दावा किया कि उसने दो राउंड फायर किए, लेकिन वे सफलतापूर्वक चकमा दे गए। संजय शिंदे ने आगे कहा कि अक्षय शिंदे के हाव-भाव से पता चलता है कि वह निश्चित रूप से वैन में सभी को मारने की कोशिश करेगा, इसलिए उसने आत्मरक्षा में एक राउंड फायर किया, जो अक्षय को लगा।
7- शिकायत में कहा गया है कि अक्षय शिंदे गिर गया और कांस्टेबलों ने उसे नीचे गिरा दिया, जबकि वैन कलवा सिविल अस्पताल ले जाई गई, जहां डॉक्टरों ने अक्षय को मृत घोषित कर दिया।
8- अक्षय शिंदे का परिवार बॉम्बे हाईकोर्ट पहुंचा अक्षय के परिवार ने पुलिस के बयान को चुनौती देते हुए दावा किया है कि उसकी मौत एक फर्जी मुठभेड़ में हुई है। उसके पिता ने एसआईटी से जांच की मांग करते हुए बॉम्बे हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है।
Badlapur incident | Accused Akshay Shinde's father files petition in Bombay High Court. In the petition, accused Akshay Shinde's father Anna Shinde has demanded a Special Investigation Team (SIT) probe into the case. Anna Shinde, in his petition filed through advocate Amit…
— ANI (@ANI) September 25, 2024
9- विपक्ष और अक्षय शिंदे के परिजनों ने मंगलवार को पुलिस के बयान में खामियां निकालीं और सरकार पर स्कूल प्रबंधन को बचाने की कोशिश करने का आरोप लगाया।
10- सोमवार रात को उसकी मां और चाचा ने आरोप लगाया था कि यह पुलिस और बदलापुर स्कूल के प्रबंधन की साजिश थी, जहां कथित यौन उत्पीड़न हुआ था। उन्होंने कहा कि अक्षय पुलिसकर्मी का हथियार नहीं छीन सकता था, जैसा कि अधिकारियों ने दावा किया है।