बलात्कारियों को थाने से निकालकर जिंदा जलाया, 12 वर्षीय बच्ची के रेप और मर्डर का था आरोप
By पल्लवी कुमारी | Published: February 20, 2018 11:13 AM2018-02-20T11:13:40+5:302018-02-20T11:53:26+5:30
अरुणाचल प्रदेश के लोहित जिले में भीड़ ने दो बलात्कारियों को बीच बाजार में जिंदा जला दिया है।
ईटानगर, 20 फरवरी. अरुणाचल प्रदेश में भीड़ ने 12 वर्षीय बच्ची के बलात्कार और हत्या के दो आरोपियों को पुलिस थाने से निकालकर जिंदा जला दिया। भीड़ ने दोनों आरोपियों को थाने से निकालकर बुरी तरह पिटाई की और बाद में उन्हें जला दिया।आरोपी मृतकों की पहचान संजय सबर, जो कि 30 साल का है और जगदीश लोहार, जिसक उम्र 25 साल बताई जा रही है।
असम से चाय बगान में काम करने आए थे आरोपी
ये मृतक असम से अरुणाचल के चाय बागानों में काम करने के लिए आए हुए थे। हिन्दूस्तान टाइम्स को ईस्टर्न रेंज के डीआईजी अपुर बितिन ने बताया कि ये घटना 19 फरवरी सोमवार की है। दोपहर के 12 बजे तकरीबन हजार की संख्या में लोगों ने पुलिस लॉकअप पर हमला कर रेप के दो आरोपियों को बाहर निकाल लिया। आरोपियों को भीड़ से बचाने के लिए पुलिस बल ने काफी जोर दिया लेकिन वह सफल नहीं हो पाई। इन्होंने बताया कि इस दौरान कई पुलिसकर्मी भी घायल हुए।
इस बात का था आरोप
दोनों युवक जगदीश लोहार( 25) , संजय सबर ( 30) पर आरोप लगा था कि अरुणाचल के नमगो गांव में रहने वाली एक 12 साल बच्ची का इन्होंने रेप करके मौत के घाट उतार दिया। लड़की 12 फरवरी से गायब थी। गायब होने के 5 दिन बाद 17 फरवरी को बच्ची का शव चाय के एक बगान में मिला। बच्ची का शव क्षत-विक्षत मिला था। सिर बुरी तरह कुचला हुआ था। पुलिस ने जिसके बाद छान-बीन करके दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था। जिसके बाद गुस्साए ग्रामिणों ने इस घटना को अंजाम दिया है।
मुख्यमंत्री ने कानून हाथ में लेने की निंदा की
इस पूरी घटना पर अरुणाचल के मुख्यमंत्री पेमा खांडु ने कहा , 'बच्ची से बलात्कार और हत्या की घटना 'बर्बर और अमानवीय' है। इस पर भीड़ का उग्र होना भी काफी 'दुर्भाग्यपूर्ण' है। मैंने इस घटना के जांच के आदेश दे दिए हैं।' मुख्यमंत्री पेमा खांडु ने आगे कहा कि पुलिस घटना की जांच कर रही है। उन्होंने भीड़ के द्वारा कानून हाथ में लेने की भी कड़ी निंदा की है।