एंटीलिया मामलाः पांच मई तक न्यायिक हिरासत में सचिन वाझे, पुलिस अधिकारी सुनील माने पर शिकंजा, 28 अप्रैल तक कस्टडी में
By सतीश कुमार सिंह | Published: April 23, 2021 06:08 PM2021-04-23T18:08:39+5:302021-04-23T18:10:13+5:30
एनआईए की विशेष अदालत ने उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर के बाहर विस्फोटक सामग्री से भरी एसयूवी मिलने के मामले में शुक्रवार को गिरफ्तार पुलिस अधिकारी सुनील माने को 28 अप्रैल तक केंद्रीय जांच एजेंसी की हिरासत में भेज दिया।
मुंबईः राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने मुंबई के पुलिस अधिकारी सुनील माने को गिरफ्तार कर लिया है। अदालत ने निलंबित सहायक निरीक्षक सचिन वाझे की न्यायिक हिरासत को भी पांच मई तक बढ़ा दिया है। एनआईए ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। 28 अप्रैल तक हिरासत में भेज दिया गया है।
पुलिस अधिकारी सुनील माने को गुरुवार रात पूछताछ के लिए बुलाया गया था। सचिन वाझे, रियाज़ काज़ी के बाद सुनील माने मुंबई पुलिस का तीसरा अधिकारी है जिसे हाई-प्रोफाइल सुरक्षा खतरे के मामले में गिरफ्तार किया गया।
एनआईए ने इससे पहले, इंस्पेक्टर सुनील माने को अंबानी के घर के बाहर विस्फोटकों से भरी एसयूवी मिलने और कारोबारी मनसुख हिरन की हत्या के संबंध में आज सुबह गिरफ्तार कर लिया था। माने इस मामले में गिरफ्तार हुए तीसरे पुलिस अधिकारी हैं। इससे पहले वाजे और उनके अपराध शाखा के साथी रियाज काजी को गिरफ्तार किया गया था।
काजी और वाजे दोनों ही वर्तमान में जेल में बंद हैं। एनआईए, अंबानी के घर एंटीलिया के बाहर फरवरी में विस्फोटकों से भरी एसयूवी मिलने की घटना में वाजे और अन्य की भूमिका की जांच कर रही है। कुछ दिन बाद पड़ोस के ठाणे जिले में हिरन मृत मिले थे।
एनआईए ने मुंबई पुलिस के एक और कर्मी को गिरफ्तार किया
मुंबई में उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर के बाहर एक एसयूवी में विस्फोटक सामग्री मिलने और कारोबारी मनसुख हिरन की हत्या के मामले राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने शुक्रवार को मुंबई पुलिस के इंस्पेक्टर सुनील माने को गिरफ्तार किया। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
एनआईए इसके साथ ही इस मामले के सिलसिले में मुंबई में अब तक तीन पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार कर चुकी है जिनमें निलंबित सहायक पुलिस निरीक्षक सचिन वाजे और उनका सहकर्मी रियाज काजी शामिल हैं। अधिकारी ने बताया, ‘‘अंबानी की सुरक्षा को खतरा पहुंचाने और मनसुख हिरन की हत्या मामले में एनआईए ने माने को बृहस्पतिवार को पूछताछ के लिए बुलाया था।’’
उन्होंने कहा कि उसकी संलिप्तता सामने आने के बाद उसे गिरफ्तार किया गया। अधिकारी ने बताया कि माने को एक अदालत में पेश किया जाएगा। उन्होंने कहा कि गिरफ्तारी के बाद माने को चिकित्सा जांच के लिये एक सरकारी अस्पताल ले जाया गया। केंद्रीय एजेंसी ने पूर्व में दो और लोगों- मुंबई पुलिस के निलंबित कांस्टेबल विनायक शिंदे और क्रिकेट मैच के सटोरिये नरेश गोर- को गिरफ्तार किया था।
माने मुंबई पुलिस अपराध शाखा की यूनिट-11 (कांदिवली) का प्रभारी था और अंबानी की सुरक्षा को खतरे के मामले को देखते हुए उसका स्थानांतरण किया गया था। अधिकारी ने कहा कि एनआईए ने कुछ हफ्तों पहले उसका बयान दर्ज किया था।
माने से पूर्व में महाराष्ट्र आतंकवाद निरोधी दस्ते (एटीएस) ने पूछताछ की थी, लेकिन वरिष्ठ अधिकारियों ने तब दावा किया था कि वह जांच में उनके साथ सहयोग कर रहा है। दक्षिण मुंबई में अंबानी के घर के पास 25 फरवरी को एक एसयूवी से विस्फोटक सामग्री बरामद की गई थी।
ठाणे के व्यापारी हिरन ने दावा किया था कि यह उसकी एसयूवी थी लेकिन अंबानी के घर के पास बरामद होने से पहले वो चोरी कर ली गई थी। हिरन का शव ठाणे में एक नाले से पांच मार्च को बरामद किया गया था। हिरन की विधवा विमना ले एटीएस को दिये अपने बयान में कहा था कि चार मार्च को घर से निकलते वक्त उसके पति ने बताया था कि उन्हें ‘तावड़े’ का फोन आया था और वह उससे मिलने जा रहे हैं। तावड़े कांदिवली का एक पुलिस अधिकारी है।
(इनपुट एजेंसी)